क्राइम कंट्रोल

हत्या करने के बाद खुलासे के लिए प्रदर्शन-पैरवी करने वाला पुलिस पडताल मे हुुआ बेनकाब

पुरानी रंजिश के कारण हुई आजम की हत्या
0 परिवार के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन और पुलिस अधिकारियों के यहां पैरवी करने लगा था हत्यारा
 ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर। 
       पुलिस ने बहुचर्चित आजम अंसारी हत्याकांड का  बुधवार को खुलासा कर दियाI पुलिस के अनुसार पिछले 24 अप्रैल 2018 को घर से लापता आजम की हत्या उसके ही र्वाड के सभासद ने धोखे से अपने घर जमीन की खतौनी देने के बहाने बुलाकर रुमाल से गला घोट कर दिया था।   शव को बोरे में भरकर मारुति से इलाहाबाद के सैदाबाद में फेंक आया थाI  वहीं पर से आजम के लापता होने के बाद उसके घर वालों ने जब पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, तो मामले में अपने को पाक साफ दिखाने के लिए वह खुद ही पीड़ित परिवार के साथ मिलकर धरना प्रदर्शन और पुलिस अधिकारियों के यहां पैरवी करने लगा। हलाकि पुलिस को शक पहले से ही  नियाज पर था।  इस संबंध में पूछताछ भी हो चुकी थी। मगर सैदाबाद में मिले लावारिस शव के फोटो को जब पुलिस ने मृतक के परिजनों को दिखाया, तो उन्होंने आजम के रूप में किया।  जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।   पूछताछ के दौरान उसने अपना जुर्म कबूल कर लियाI  उसने बताया मां के साथ मारपीट और बेज्जती का बदला लेने के लिए उसने उसकी हत्या किया था।  किसी को शक ना हो इसलिए दोनों महिलाओं एक अन्य साथी के साथ मिल कर शव को ठिकाने लगाने के लिए सैदाबाद फेक आया।  पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए हुए रुमाल को बरामद करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर चारों को जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपियों मे नियाज अहमद पुत्र स्वर्गीय  रमजान निवासी इमामबाड़ा रमन कुमार पुर उर्फ बॉबी पुत्र अशर्फी निवासी रूखणघाट लल्लो पत्नी कमाल निवासी इमामबाड़ा रजिया पत्नी स्वर्गीय जुल्फकार निवासी इमामगंज शामिल है गिरफ्तार करने वाली टीम में कटरा कोतवाल संतोष कुमार सिंह वरिष्ठ उप निरीक्षक योगेश यादव एवं स्वाट टीम प्रभारी रामस्वरूप वर्मा सहित अन्य कांस्टेबल रण शामिल रहे।
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