मिर्जापुर

निदेशक जनगणना ने जन्म मृत्यु के रजिस्ट्रेशन के प्रगति की समीक्षा की

0 जन्म-मृत्यु का सी0आर0एस पोर्टल पर अपलोड करने का निर्देश
0 जिलाधिकारी होगें जिला स्तर पर जिला रजिस्ट््रार
मीरजापुर @ विन्ध्य न्यूज

निदेशक जनगणना कार्य उ0प्र0 नरेन्द्र कुमार पाण्डेय ने आज कलेक्ट्रेट सभागर में जिलाधिकारी अनुराग पटेल, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन, उप जिलाधिकारी यू0पी0 मुख्य राजस्व अधिकारी एम0ए0 अन्सारी के साथ जनपद के अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर जन्म-मृत्यु पंजीकरा अधिनियम-1969 के कार्यो के प्रगति की समीक्षा की।

इस दौरान उन्होंने बताया कि जनपद स्तर पर जिलाधिकारी जिला रजिस्ट्रार जनगणना, तथा मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी अपर जिला रजिस्टार के रूप में कार्य करेगें। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि भारत के महारजिस्ट््रार कार्यालय दिल्ली द्वारा दिनांक 4/7/2019 को आयोजित मुख्य रजिस्ट्रारो जन्म मृत्यु के राष्ट्रीय सम्मेलन में वर्ष 2016 तक मा0 प्रधानमंत्री के निर्देश के अनुपालन में शत प्रतिशत जन्म मृत्यु के पंजीकरण का लद्वय निर्धारित किया गया है।

उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में जन्म मृत्यु के पंजीकरण की स्थिति काफी निराशाजनक है तथा जन्म मृत्यु के पंजीकरण में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश चौथे स्थान पर है। कहा कि चूंकि सम्पूर्ण भारत की आबादी का 16.5 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश में निवास करता है अतएव उत्तर प्रदेश मं जन्म मृत्यु पंजीकरण की रिपोर्टिंग के राष्ट्रीय औसत पर प्रतिकूल प्रभाव पडता है। निदेशक जन गणना पाण्डेय ने मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित कि अपने-अपने ग्राम पंचयत अधिकारी, सक्रेटरी व आशाओं को सक्रिय करे वे गांव में कार्य करते है। कहा कि आशा और ए0एन0एम0 अपने प्राथमिक स्वास्थ्य/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों से जन्म का रिपोर्ट प्राप्त कर सी0आर0एस0. पोर्टल पर पंजीकरण कराये और मुख्य चिकित्साधिकारी को रिपोर्ट प्रेषित करें।

यह भी कहा जन्म का पंजीकरण करने के लिये प्राईवेट अस्पतालों से भी रिपोर्ट प्राप्त करें कर सम्बंधित पोर्टल पर पंजीकरण करायें उनहोंने कहा कि सी0आर0ए0स0 पोर्टल पर पंजीकरण ही मान्य है। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से भी कहा कि अपने से सम्बंधित आंगनवाडी कार्यकत्रियों से भी यह सुनिश्चित करायें कि जो गर्भवती माताओं की देखभाल व पोषाहार वितरण के लिये अपने रजिस्टर पर दर्ज करती है उनके द्वारा भी जन्म का पंजीकरण अपने ए0एन0एम0 को सूचित कर पंजीकरण करायें।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्राथमिकताओं में जन्म-मृत्यु पंजीकरण है और भारत सरकार क सख्त निर्देश है कि वर्ष 2024 तक सभी प्रदेशा सहित पूरे भारत में शत प्रतिशत जन्म मृत्यु का पंजीकरण हो । और इस कार्य में ग्राम स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को सक्रिय होकर इस दिशा में कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि मुख्य विकास अधिकार सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा करें और मुख्य विकास अधिकारी अपने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र वार प्रत्येक साप्ताहिक समीक्षा करे।

उन्होंनें कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में आशा बहुओं के अलावा ग्राम पंचायत अधिकारी व सक्रेटरी सक्रिय कराकर खण्ड विकास अधिकारी कार्य लें तथा पंजीकरण करायें। कहर कि बेसिक शिक्षा अधिकारी भी अपने स्तर पर महिला अध्यापकों को सक्रिय कर इस दिशा में कार्य ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक सप्ताह का रिपोर्ट सभी ग्राम विकास अ धिकारी व ग्राम स्तरीय अधिकारी तत्कल मुख्य चिकित्साधिकारी को उपलब्ध करादें और मुख्य चिकित्साधिकारी जिलाधिकारी को रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

उन्होंने कहा कि इस कार्य को गम्भीरता से लिया जाये किसी भी स्तर पर लापरवाही पर मुख्य चिकित्साधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को जिम्मेदार मानते हुये कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री अनुराग पटेल ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि मा0 प्रधान मंत्री जी के प्रथमिकता वाले कार्यक्रम में है। इसलिये सभी खण्ड विकास अधिकारी अपने स्तर से सक्रिय होकर प्रगति लायें। इस अवसर पर सहायक निदेशक जनगणना निदेशालय उ0प्र0 श्री गौरव कुमार पाण्डये के द्वारा कार्यक्रम पर स्लाइड के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गयी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पिंयका निरंजन, मुख्य चिकित्साधिकारी ओ0पी0 तिवरी, जिला पचायत राज अधिकारी अरविन्द कुमार के अलावा सभी सम्बंधित अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।

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