0 आकाशीय बिजल (चिर्री) से बचाव के उपाय बरतने की अपील
0 आपदा नियंत्रण कक्ष 1070 एवं जिला नियंतण
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने बूदाबांदी या आंधी तूफान के दौरान घने लहराते बादल के साथ होने वाले बज्रपात (चिर्री) से बचने के उपाय के बारे में जानकारी देते हुये सभी नागरिकों से अपील की है कि आकाशीय बिजली के दौरा एहितात बरतने की अपील की है। उन्होंने बताया कि जब घने लहराते बादल व बूंदा बांदी के साथ तेज हवा चले तो वज्रपात हो सकता है इस दौरान तत्काल पक्के मकान में शरण लें। उन्होंने बताया कि वज्रपात बूंदा बांदी के साथ तेज हवा आंधी तूफान के दौरान पेड के नीचे खडे न हो। वज्रपात/पेड के गिरने से मौत हो सकती है।
जब आप घरों के भीतर हों
यह भी बताया कि जब आप घरों के भीतर हों तो बिजली उपरकणों और टेलीफोन का उपयोग न करें, धातु से बने पाइप, नल आदि के सम्पर्क से दूर रहे एवं खिडकिया, दरवाजे , बरामदे एवं छत से दूर रहें।
जब घर के बाहर हों
जिलाधिकारी श्री अनुराग पटेल ने बताया कि वज्र ने बूदाबांदी या आंधी तूफान के दौरान घने लहराते बादल के दौरान उंचे वृक्ष के नीचे न खडे हों बौने और धने पेडों की शरण लें, उॅंची इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय न लें और समूह में न खडे हों। किसी पक्के मकान में आश्रय लें ं। सफर के दौरान अपने वाहन में बने रहे और खुली छत वाले वाहन की सवारी न करें। बाहर रहने पर बाई, बिजली व टेलीफोन का खम्भा, तार बाड, मशीन आदि से दूर रहें। तालाब और जलाशयों से दूर रहे। उन्होंने कहा कि यदि आप पानी के भीतर है अथवा किसी नाव में है। तो तुरंत बाहर आ जायें। बारिश के समय घातु के गड्ढे डंडे वाले छाते का उपयोग न करें।
जब आप खेत खलिहान में काम कर रहें हों
जब आप खेत खलिहान में काम कर रहें हों तो गीले खेतों में हल चलाते,रोपनी या अन्य कार्य कर रहे किसान तथा मजदूर या यतालाब में कार्य कर रहे व्यक्ति तुरन्त सूखे व सुरक्षित स्थान पर जायें। धातु से बने कृषि यंत्र, डंडा आदि से अपने को दूर कर लें।
जब किसी सुरक्षित स्थान में शरण लें पाने में असमर्थ हों
जब किसी सुरक्षित स्थान में शरण लें पाने में असमर्थ हों तो जहां हैं वहीं रहे हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजे जैसे- लकडी प्लास्टिक बोरा या सूखे पत्ते रख लें और जमीन पर न लेटें। दोनों पैरों को अपस में सटा लें एवं दोनों हाथों को घुटने पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथा सम्भव झुका लें तथा सिर को जमीन से न छुआयें। उन्होंने बताया कि वज्रपात के झटका लगने पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति को सीपीआर कार्डियों पल्मोनरी रिससिटेशन यानी कृत्रिम श्वास देनी चाहिए एवं तत्काल प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने व्यवस्था करें।
उन्होंने बताया कि वज्रपात से प्रभावित व्यक्ति की सूचना अपने उप जिलाधिकारी अथवा अपने जनपद के जिलाधिकारी अथवा राहत आयुक्त उ0प्र0 को तत्काल दें। जिलाधिकारी ने बताया कि वज्रपात से प्रभावित व्यक्ति की सूचना आपदा नियंत्रण कक्ष 1070 एवं जिला नियंत्रण कक्ष 1073, पुलिस 100 तथा अग्निशमन के 101 नम्बर पर सूचना दें।
सुपोषित बच्चों के लापरवाही लापरवाही बरतने पर डीपी0आसे सहित पॉच सीडीपीओ से स्पष्टीकरण
0 जिलाधिकारी ने जनपद स्तरीय पोषण समिति की बैठक में की कार्यवाही
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
जिलाधिकारी अनुराग पटेल जिला पंचायत सभागार में जिला स्तरीय पोषण सिति की बैठक की जिसमें कई योजनाओं में , बचपन एवं लाडली दिवस के प्रगति कम होने तथा बच्चें को सुपोषित बनाने की दिशा में लापरवही बरतने पर जिलाधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी सहित सीडीपीओ लालगंज, कोन, नगर तथा हलिया से स्पष्टीकरण की मांग के साथ ही चेतावनी दी कि अगले माह की समीक्षा के दौरान यदि प्रगति पायी जाती है तो विभागीय कार्यवाही के लिये संस्तुति की जायेगी। इस दौरान जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देथ्शत किया कि सभी ऐसे अधिकारी जो अभी तक एनआरसी में जाकर भ्रमा नहीं किये हैं वे आज ही बैठक के बाद जिला अस्पताल में स्थापित एनआरसी में जाकर देख ले तथा उसमें होने वाले गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करें। उनहोंने कहा कि गोद लिये हुये अधिकारी अपने गांवों में भ्रमण के दौरान सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रगति की समीक्षा की जाये तथा बैठक् में ग्राम प्रधान अवश्य उपस्थित रहें यह सुनिश्चित करायें। उन्होंने कहा कि अपने भ्रमण के उपरान्त दिये जाने वाले आखया में गांव में पाई गई कमियों को अवश्य इंगित करें ताकि उसे समय रहते ठीक कराया जा सके, यदि भ्रमण रिपोर्ट में सब सही दिखाया गया है और बाद में निरीक्षण कराये जाने के बाद कमियां पाई पाई जाती है सम्बंधित नोडल अधिकारी के विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने यह भी कहा कि माह के प्रथम वृद्धवार को प्रत्ये बाल विकास परियोजना के क्षेत्र में सुपोषण स्वास्थ्य मेला एसएसजी तथा एनआरएलएम के सदस्यों के द्वारा स्टाल अवश्य लगाया जाये।
इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी पी0के0 सिंह के द्वारा बताया गया कि 05 वर्ष तक के बच्चों के पोषण की स्थिति में जनपद में 78 प्रतिशत की उपलबि हैं तथा 17 प्रतिशत जनपवद के बच्चे पीले श्रेणी में तथा तीन प्रतिशत अभी भी लाल श्रेणी में जिन्हें जल्द ही कुपोषण मुक्त बनाया दिया जायेगा। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि गोद लिये अधिकारी तथा सम्बंधित सीडीपीओ अभी तीन प्रतिशत कुपोषित होने का कारण की जानकारी प्रापत कर अवगत करायें। उन्होंने कहा कि पोषण मिशन की साप्ताहिक रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी को उपलब्ध करायें। इस दौरान, डेटीकेडेट टायलेट निर्माण के बारे में जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देथ्शत किया ि कवे अगले माह तक 50 प्रतिशत की उपलब्ध अवश्य लायें । इस दौरान सुपोषण स्वास्थ्य मेला, समुदाय आधारित कार्यक्रम, बचपन एवं लाडली दिवस के आयोजन पर बल देते हुये जिलाधिकारी ने कहा कि नियमानुसार आयोजन सुनिश्चित किया जाये। यह भी बताया गया कि माह सितम्बर में कुल 18 गांवों को सुपाषिण मुक्त बनाया गया। इस दौरान मुख्य विकास अधिका प्रियंका निरंजन, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 ओ0पी0 तिवारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, उप निदेशक कृषि डा0 अशोक कुमार उपाध्याय, अपर मुख्य अधिकारी विन्ध्याचल सिंह कुशवाहा के अलावा अन्य सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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