0 विगत 17 दिनों से वेदमाता गायत्री का विंध्य पर्वत श्रृंखला पर कर रहे थे अनुष्ठान
0 लगातार 26 वर्षों से मां गायत्री की आराधना में 17 दिन विंध्य पर्वत श्रृंखला में बिताते हैं
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज़
नगर विधायक द्वारा पिछले 26 वर्षों से विंध्याचल स्थित विंध्य पर्वत पर कार्तिक मास में 17 दिवसीय मां गायत्री का अनुष्ठान किया जाता है। युवावस्था से ही पंडित रत्नाकर मिश्रा द्वारा विंध्य पर्वत के गुफा में मां गायत्री का अनुष्ठान किया जाता है! आज अंतिम दिवस पर भंडारा का आयोजन किया गया। जिसमें नगर व ग्रामीण अंचल से तमाम लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। एक जनप्रतिनिधि के द्वारा इस तरह का अनुष्ठान और 17 दिवसीय अनुष्ठान सुर्खियों में है। एकांतवास की स्थिति में विधायक द्वारा मानव जाति के कल्याण के लिए मां गायत्री की स्तुति की गई। शासन प्रशासन से संबंधित तमाम हस्तियां विंध्य पर्वत पर विधायक से आशीर्वाद लेने के लिए आती रही। मंगलवार को अंतिम दिवस पर भंडारा का आयोजन किया गया और मां गायत्री की पूजा की पूर्णाहुति पर नगर के तमाम लोग शामिल हुए। एक भेंटवार्ता के दौरान नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने बताया कि आज पर्यावरण प्रदूषण के समस्त जीव संकट में है, इसका एक ही उपाय है कि वृक्षारोपण पय सभी को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। पूजा के प्रत्येक दिन नगर विधायक द्वारा वृक्षारोपण किया गया है।
उल्लेखनीय है कि 26 वर्षों से लगातार लोक कल्याण, राष्ट्रहित एवं सनातन धर्म स्थापना के उद्देश्य से अपने युवावस्था से ही वेदमाता गायत्री की आराधना प्रत्येक वर्ष लगातार 17 दिन तक घर परिवार छोड़कर इसने पर्वत की श्रृंखला में करने के लिए निवास करते आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब से 26 वर्ष पहले जब हमने वेदमाता गायत्री की आराधना का शुभारंभ विंध्य पर्वत श्रृंखला पर किया था तो उन दिनों तरह-तरह के जंगली जीव जंतु भी इधर से गुजरते थे, किंतु बचते बचाते अपने आराधना में लगा रहता था। बता दें कि नगर विधायक श्री मिश्रा कार्तिक छठ दिन शनिवार से अपने 17 दिवसीय गैरसांसारिक, गैर राजनैतिक, बल्कि यूं कहें कि पूर्ण वानप्रस्थ जीवन में विंध्य पर्वत श्रृंखला में वेदमाता गायत्री की आराधना शुरू कर दिए थे। उन्होंने बताया कि वह प्रत्येक दिन अर्धरात्रि के बाद 2:40 बजे जागरण करते हैं और पूरे दिन नित्य क्रिया आदि से निवृत होने के साथ ही वेदमाता गायत्री की आराधना में लोक कल्याण के लिए लीन रहते थे। उनका यह आराधना लगातार 17 दिन तक प्रत्येक वर्ष चलता है। बताया कि सायंकाल वेद माता गायत्री की आरती के बाद आसपास से आने वाले बालक बालिकाओं एवं नर नारियों को सैकड़ों की संख्या में प्रसाद का वितरण भी करते रहे। वेदमाता गायत्री की पूजा आराधना के बाद विधायक श्री मिश्र उसी स्थल पर जमीन पर ही शयन भी करते थे। अनुष्ठान पूर्ण होने पर भंडारे के उपरांत वह विंध्य पर्वत की श्रृंखला से निजी आवास पर पहुंचे जहां स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत भी किया।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अलंकार जयसवाल, युवा समाजसेवी पद्माकर मिश्र, मृत्युंजय त्रिपाठी, भूपत मिश्रा, चित्रसेन मिश्र, नितिन विश्वकर्मा, पांडे, राजीव शुक्ला, अभय अग्रवाल, बंशीधर अग्रवाल, राजाराम यादव अभी उपस्थित रहे।