० सम्बंधित स्टाफ नर्स पर वेतन रोकने के साथ कार्यवाही करने हेतु सीएमओ को निर्देश
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने शुक्रवार को अपने जनपद भ्रमण के दौरान लगभग दो बजकर 50 मिनट पर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पडरी का औचक निरीक्षण किया, इस दौरान अस्पताल में तैनात सभी छ चिकित्सक अनुपस्थित पाये गये फार्मासिस्ट अरून कुमार उपाध्याय के द्वारा बताया गया कि प्रभारी चिकित्साधिकारी डा0 वी0के0 भारती मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में बैठक में गये है तथा डा0 आनन्द कुमार की रात्रि ड्यूटी हैं शेष डा0 शशिकान्त, डा0 शिल्पी केशरवानी तथा डा0 रेनू देवी सहित एक अन्य चिकित्सक अनुपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी द्वारा सभी अनुपस्थित चिकित्सकों से स्पष्टीकरण की मांगी गयी। अस्पताल से डिलवरी कराने के बाद मरीज भरपुरा निवासी श्रीमती गीता घर जाने के लिये एम्बूलेन्स पर बैठी तो जिलाधिकारी वहां पहुॅचकर मरीज व उसके परिजनों से वार्ता की, इस दौरान बताया गया स्टाफ नर्स खुशबू गुप्ता के द्वारा उसके डिलवरी कराने के लिये 700 रू0 लिया गया, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये लिया गया पैसा वापस दिलाने के लिये कहा गया तो सम्बंधित फार्मासिस्ट अरून कुमार उपाध्याय के द्वारा अपने पास वापस किया गया जिलाधिकारी के द्वारा निर्देशित किया गया उक्त स्टाफ नर्स के आने पर फार्मासिस्ट ले लें। उक्त् स्टाफ नर्स खुशबू गुप्ता का इस माह का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। मरीज के परिजनों के द्वारा यह भी बताया गया कि उसके मरीज को अस्पताल में मिलने वाला खाना भी नहीं दिया गया।, उक्त अवसर उपस्थित स्टाफ नर्स प्रीति के द्वारा बताया गया कि पिछले तीन दिन से अस्पताल में खाना नहीं बन रहा है। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी से वार्ता कर नाराजगी प्रकट करते हुये जॉंच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के दौरान दवा कक्ष, व मरीज पंजीकरण रजिस्टर का भी निरीक्षण किया गया,कि आज ओपीडी में 140 मरीजों के द्वारा पंजीकरण कराया गया। निरीक्षण के दौरान आषधि स्टार का निरीक्षण कर रजिस्टर का मिलान कराया गया जिसमें एक इक्जेक्शन को रजिस्टर में 340 दर्ज किया गया है परन्तु मौके पर गिवाने पर 309 ही पाया गया जिसमें 31 इक्जेक्शन कम पाये जाने पर स्पष्टीकरण की मांग की गयी। अस्पताल का जनरेटर चालू हालत में पाया गया। शोचालय साफ पाया गया। जिलाधिकारी मोबाइल पर मुख्य चिकित्साधिकारी से कहाकि सभी अस्पतालों में व्यवस्था ठीक कराये, मरीजों को देय सुविधा उपलब्ध कराये अन्यथा निरीक्षण के दौरान अवैध वसूली की शिकायत पाये जाने पर कडी कार्यवाही की जायेगी।