विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने शुक्रवार को अपने जनपद भ्रमण के दौरान पडरी विकास खण्ड के अन्तर्गत धान क्रय केन्द्रांं का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी सबसे पहले साधन सहकारी समिति मोहनपुर भवरख धान क्रय केन्द्रा का निरीक्षण किया गया। जहां पर सचिव अनिल कुमार उपस्थित पाये गये। जिलाधिकारी के जानकारी करकने पर सचिव के द्वारा बताया गया कि धान क्रय केन्द्र पर दो कांटा हैं परन्तु सचिव के द्वारा एक कहीं और अन्यत्र अन्य कार्य के लिये के लिये भ्ेज दिया गया है। जिस पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल कांटा केन्द्र पर मंगाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित किसान रमेश चन्द्र सिंह जिनके द्वारा प्रातः 10 बजे से धान लाकर केन्द्र पर बैठे हैं पर परन्तु सचिव के द्वारा धान की तौल ककरने के लिये कल के लिये बुलाया जा रहा है, बताया गया कि लेबर नहीं हैं जिस पर जिलाधिकारी ने कडी नाराजगी व्यक्त करते हुये धान क्रय केन्द्र सचिव के विरूद्ध कार्यवाही करने का निर्देश देते हुये डिप्टी आरएमओ कहा गया कि प्रमुख सचिव खाद्य रसद को भी पत्राचार कर अवगत कराया जाये। निरीक्षण के दौरान किसान के द्वारा यह भी बताया कि धान की नमी के कारण धान की तौल नहीं करायी जा रही है जिलाधिकारी के द्वारा धान की नमी अपने सामने नाप कराया गया तो नमी साढे बारह पाया गया जब कि सुबह किसान को साढे तेरह सचिव के द्वारा बताया गया था, नमी गलत बताये जाने पर कडी फटकार लगायी गयी। केन्द्र पर 1000 बोरा व एक लाख रू0 उपलब्ध बताया गया। जिलाधिकारी के द्वारा निर्देशित किया गया कि जो किसान केन्द्र पर धान लेकर आये उनका तौल उसी दिन कराया जाय तथा समय से उनके खाते में धनराशि भेजा जाये। उन्होंने बताया कि सभी किसानों कामन धान 1815 रू0 व ग्रेड-उ धान का मूल्य 1835 रू0 प्रतिकुन्तल की दर की जानकारी भी दी जाय । उन्होंने कहा कि किसानों के बैछने की व्यवस्था, उनके पीने के लिये पानी व बिस्कुल आदि, कांटा, पंखा, नमी मापक यंत्र आदि उपलब्ध रहे।
तदुपरान्त जिलाधिकारी द्वारा राजकीय धान क्रय केन्द्र पडरी का निरीक्षण किया गया, केन्द्र प्रभारी मो0 हरफान उपस्थित पाये गये,उनके द्वारा कृषक हुकुम सिंह के धान का तौल कराया जा रहा था, कृधक से रेट के बारे में जानकारी की गयी जो उन्हें मालूम था बताया गया कि आज लगभग 11 बजे धान लेकर आये थे। केन्द्र पर दो कांटा, एक पंखा, 67160 बोरा होना बताया गया। जिलाधिकारी द्वारा इस दौरान उर्वरकों के स्टाक रजिस्टर को भी देखा गया। सभी सचिवोंव केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि किसान के धान को तौल कराना प्राथमिका दी जाये तिा उनके खाते में अधिकतम दूसरे धनराशि भेज दी जाये। इस दौराप डिप्टी आर0एमओ के अलावा अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।