० सीएम योगी जी को अनुरोध पत्र भेज मीरजापुर व यूपी में कही भी शूटिंग ना करने की करेंगे मांग
० अपील: वेब सीरीज के खिलाफ यहाँ का हर स्थानीय नेता पार्टी परिपाटी से उठकर आवाज उठाये
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
एक इंटरटेनमेंट के मालिक और सोशल मीडिया कंपनी द्वारा मीरजापुर शहर को बदनाम करने, जातीय वैमनष्यता फ़ैलाने और हिन्दूओ की सांस्कृतिक मान्यताओ पर कुठाराघात करने के उद्देश्य से मिर्ज़ापुर नाम से एक वेब सीरीज का निर्माण किया गया है। इसके 2 पार्ट अब तक रिलीज हो चुके है और तीसरे पार्ट की शूटिंग शुरू हो गयी है। यह आरोप लगाते हुए रूद्र विक्रम सिंह अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया ने शुक्रवार को नगर के लालडिग्गी स्थित एक लान मे पत्रकार वार्ता किया।
श्री सिंह ने आरोप लगाया कि इन लोगो की साजिश के खिलाफ मैंने माननीय सर्वोच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की और एक्सेल इंटरटेनमेंट के मालिको और अमेज़न प्राइम पर कारवाई करने की मांग करते हुए इस सीरीज पर पूर्ण रूप से बैन करने की बात कही, जिसे स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस दोनों के खिलाफ नोटिस जारी करते हुए अगली सुनवाई तक जवाब माँगा है, मैंने याचिका में अन्य इस तरह के वेब सिरीज के लिए भी कानून बनाने की बात कही, जिससे इंटरटेनमेंट के नाम पर जो फूहड़पन और वहसीपना परोसा जा रहा है उस पर लगाम लगे, जिसके लिए सर्वोच्च न्यायालय ने सुचना प्रसारण मंत्रालय से भी जवाब माँगा है।
याचिका के प्रमुख बिंदुओ में कहा गया है कि 17 वी सेंचुरी में मीरजापुर शहर के अस्तित्व में आने के बाद यह शहर अपनी तमाम सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक व व्यवसायिक पृष्ठभूमि के लिए मशहूर रहा है। सन 1861 में जब मीरजापुर एक जिला बना तो यह यूनाइटेड प्रोविनेंस का सबसे बड़ा जिला था। 18 वी सेंचुरी में मीरजापुर उत्तर भारत का सबसे बड़ा ट्रेडिंग सेंटर हुआ करता था। मीरजापुर की पिंकी पर बेस्ड शोर्ट मूवी पिंकी को सिनेजगत के सबसे बड़े पुरस्कार ऑस्कर से नवाजा गया। मीरजापुर के 3500 छात्रों और 50 अध्यापको ने मिलकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में मीरजापुर का नाम दर्ज कराया। मीरजापुर में माँ गंगा विन्ध्य क्षेत्र से मिलती हैं, जिसका अध्यात्मिक वर्णन वेदों में है। यही नहीं, हिन्दू मान्यताओ के अनुसार 108 शक्तिपीठ हैं, जिनमे एक शक्तिपीठ माँ विंध्यवासिनी अपने मीरजापुर में हैं। मीरजापुर में पाये जाने वाले लाल पत्थर से ही सम्राट अशोक ने अशोक स्तम्भ और बौद्ध स्तूप का निर्माण कराया था और वही अशोक स्तम्भ आज भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है। पूरे देश की भौगोलिक परिस्थिति का आंकलन और समय निर्धारण (ईस्ट ) मीरजापुर से ही होता है। ऐसी ऐतिहासिक, भौगोलिक, व्यवसायिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि वाले शहर को फरहान अख्तर जैसे लोगो ने मीरजापुर को गुंडों और व्यभिचारियो का शहर मात्र दिखाया है, ससुर- बहु, माँ – बेटे के रिश्ते को तार तार करते हुए यह और एक जाति विशेष को इस वेब सिरीज के माध्यम से टारगेट किया गया है।
याचिका के मुख्य आधार है बतामा क्यूंकि मीरजापुर वेब सिरीज ने मीरजापुर के ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पौराणिक मूल्यों पर कुठाराघात किया है। क्यूंकि मीरजापुर वेब सीरीज ने मीरजापुर को गुंडों, व्यभिचारियो और आवारा लोगो के शहर दिखाया है। क्यूंकि मीरजापुर वेब सीरीज ने यहाँ के हर एक नागरिक को गुंडों की केटेगरी में लाकर खड़ा कर दिया है, जिसकी वजह से लोगो को नौकरी लेने में, अपने लड़के लडकियों के रिश्ते खोजने में अपना व्यापार दुसरे शहरो और प्रदेशो में करने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।क्यूंकि मीरजापुर वेब सीरीज ने एक औरत के चरित्र को बहुत गंदे तरीके से दिखाया है और ससुर और बहु के पवित्र सम्बन्ध पर सवाल खड़े किये हैं। अगर इसी तरह से नंगापन, वहसीपना और गाली गलौज से भरी चीजे लोगो को परोसी जाएँगी तो आने वाला यूथ पथ भ्रमित होगा और हम एक सभ्य समाज का निर्माण तो दूर कल्पना भी नहीं कर पाएँगे।
क़ानूनी अपडेट है कि सर्वोच्च न्यायालय ने एक्सेल इंटरटेनमेंट के मालिको, अमेज़न प्राइम को 21.01.2021 की सुनवाई में नोटिस जारी करते हुए जवाब माँगा है। केस की अगली डेट 8 मार्च 2021 है। एक अन्य मामले में इन पर एक FIR हुई है जिस पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाई कोर्ट ने इनकी गिरफ़्तारी पर रोक लगाया है। वार्ता में बताया गया है कि आगे की कारवाई इलाहाबाद हाई कोर्ट के आर्डर के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जायेंगे। मीरजापुर 3 जिसकी शूटिंग शुरू हो गयी है, उसका रिलीज़ नहीं होने देंगे। मीरजापुर के डीएम, और मुख्यमंत्री योगी जी को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध करेंगे कि इन्हें मीरजापुर और उत्तर प्रदेश में कही भी शूटिंग ना करने दी जाये। अन्य ओट प्लेटफार्म पर बनने वाली वेब सीरीज पर भी जल्द से जल्द लगाम कसी जाये और गालीगलौज, अभद्रता पर रोक लगे, इसके लिए रेगुलारिटी अथॉरिटी का निर्माण हो इसके लिए पूरा प्रयास पहले से किया जा रहा है और साल के अंत तक इसे पूरा कर लेंगे।
उन्होंने स्थानीय नेताओ से कुछ सवाल भी किया है कि
क्या आपकी यह जिम्मेदारी नहीं बनती कि जब आपका क्षेत्र बदनाम हो रहा हो तो उसके खिलाफ पुरजोर तरीके से आवाज उठाई जाये? और ऐसे लोगो पर कारवाई की जाये? क्या महज दो लाइन का ट्वीट कर देने मात्र से आपकी सारी जिम्मेदारी ख़त्म हो जाती है ? क्या आप वाकई में ऐसे जिले या संसदीय क्षेत्र को रिप्रेजेंट करके खुश हैं जिसे पूरे देश में गुंडों और व्यभिचारियो का शहर दिखाया जा रहा हो ? एक महिला हो कर क्या आप इस बात से दुखी नहीं हुई कि मीरजापुर की महिला का इस तरह से चरित्र हनन दिखाया जा रहा है। अपील किया है कि इस वेब सीरीज के खिलाफ यहाँ का हर स्थानीय नेता पार्टी परिपाटी से उठकर आवाज उठाये और प्रशासन से अनुरोध करूँगा कि उन्हें यहाँ शूटिंग करने की अनुमति ना दी जाये।