डिजिटल डेस्क, ड्रमंडगंज(मिर्जापुर)।
“हौसला था तुम्हारा ऊंची उड़ान का, कद नहीं देखा तुमने आसमान का”। उक्त पंक्तियां क्षेत्र के नदौली गांव निवासी प्रखर शुक्ला पर सटीक बैठती हैं। मीरजापुर जनपद के अति पिछड़े हलिया विकास खंड के नदौली गांव में इंद्रजीत शुक्ला के घर पैदा हुए प्रखर ने राष्ट्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (नेट) में राष्ट्रीय स्तर पर पांचवां स्थान पाकर क्षेत्र को गौरवान्वित कर दिया है।
प्रखर वर्तमान में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी में जियो फिजिक्स में एमटेक अंतिम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। इसके पहले प्रखर ने हाईस्कूल की परीक्षा लायंस स्कूल मीरजापुर से सर्वोच्च अंक से पास कर सी एच एस वाराणसी से इंटरमीडिएट करने के बाद बीएचयू से बीएससी में प्रथम स्थान प्राप्त किया था।
प्रखर के दादा डाक्टर त्रिवेणी प्रसाद शुक्ल संस्कृत के विद्वान हैं और उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के पूर्व सहायक निदेशक व संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अतिथि प्रोफेसर रह चुके हैं। प्रखर के पिता इंद्रजीत शुक्ला स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत हैं और माता आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ-साथ एक कुशल गृहिणी भी हैं। प्रखर के बड़े पिता केदारनाथ शुक्ला एडवोकेट हैं और लालगंज तहसील में अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रखर की उपलब्धि पर परिवार के साथ-साथ गांव के डाक्टर डी डी सिंह, महराजदीन, रामेश्वर मिश्रा, सिद्धनाथ पाल, रामनरेश ओझा, कृपाशंकर ओझा ने प्रखर को बधाई दी है और उज्वल भविष्य की कामना की है।