० बच्चों के लिए इंटर कॉलेज, महाविद्यालय, विधि महाविद्यालय जैसी शैक्षणिक संस्थानों की सौगात दी
० सपना मेडिकल कॉलेज तक देने का था, जो अधूरा रह गया
डिजिटल डेस्क, पड़री (मिर्जापुर)।
स्थानीय लक्ष्मण सिंह विधि महाविद्यालय के संस्थापक लक्ष्मण सिंह के निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर व्याप्त हो गई है।
82 वर्ष की आयु में अचानक ब्रेन हेमरेज का दौरा पड़ा और लखनऊ स्थित एक अस्पताल में सदा सदा के लिए चिर निद्रा में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को प्रयागराज में होगा, वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं।
स्वर्गीय लक्ष्मण सिंह क्षेत्र में स्थित शिवगढ़ राजघराने व अपने पीढ़ी के अंतिम सदस्य थे। क्षेत्र में उनकी दानशीलता, परोपकारिता व सहृदयता की मिशाल दी जाती है। देश प्रदेश के कई सरकारी, गैर सरकारी संगठनों, संस्थाओं के सर्वोच्च पद पर रहकर उन्होंने कई अभूतपूर्व कार्य समाज हित में किए श्री सिंह ने ऐसा किया जिसकी लोग मुक्त कंठ से हमेशा सराहना करते हैं। पहाड़ी ब्लाक में जहां सिर्फ पत्थर के सिवाय कुछ है ही नहीं, पीड़ा समझ कर पचास किलोमीटर दूर पढ़ने जाने वाले बच्चों के लिए इंटरमीडिएट कॉलेज स्नातक महाविद्यालय, विधि महाविद्यालय जैसी शैक्षणिक संस्थाओ की सौगात दी तो गरीब बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा देने की भी व्यवस्था की। उनका सपना मेडिकल कॉलेज तक देने का था जो अधूरा रह गया। शोक संतप्त अनिंद्य सिंह प्रबंधक श्री राम सिंह गहरवार महाविद्यालय व लक्ष्मण सिंह विधि महाविद्यालय ओम प्रकाश सिंह अजय प्रताप सिंह, गिरजा सिंह, संजय सिंह, राजेंद्र सिंह आदि ने मृतक आत्मा को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने तथा परिवार को दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
लक्ष्मण सिंह विधि महाविद्यालय के संस्थापक अनिंद्य सिंह गहरवार ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि आदरणीय लक्ष्मण सिंह का निधन शिवगढ़ स्टेट ही नहीं, बल्कि पड़री क्षेत्र वासियों के लिए अपूर्णनीय क्षति है। उनके निधन से एक वरिष्ठ समाजसेवी का सूर्यास्त हुआ है। लक्ष्मण सिंह के निधन पर अनिंद्य सिंह गहरवार, पूर्व ब्लाक प्रमुख चंद्रेश प्रताप सिंह, मुन्ना सिंह, समाजसेवी संजय सिंह, भाजपा नेता प्रणेश प्रताप सिंह, अजय ओझा, रवि दूबे, शारदा प्रसाद उर्फ लाला मिश्रा, शिव प्रताप सिंह, डा० धनंजय सिंह आदि ने शोक व्यक्त किया है।