0 निःशुल्क आन लाइन क्लास का हुआ शुभारंभ
डिजिटल डेस्क, मीरजापुर।
अपने संस्कार और संस्कृति से भीनी खुशबू से तराबोर कजली आप सीखना चाहते है तो आपके लिए खुशखबरी है। अब घर बैठे ही गुरु शिष्य परम्परा के तहत कजली सीख सकते है वह भी निःशुल्क। कजली विधा के आप भी पारंगत कलाकार घर बैठे बन सकते हैं। इसके लिए राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित कजली एवं लोकगीत गायिका श्रीमती अजीता श्रीवास्तव ने युवा प्रतिभाओं को संगीत विधा में पारंगत बनाने के लिए नि:शुल्क यूट्यूब प्लेटफार्म पर सरगम बाई अजिता श्रीवास्तव आन लाइन ट्रेनिंग आफ कजली फोक सांग बसंत पंचमी को लांच किया है।
यह चैनल उन प्रतिभाओं के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा जो दूर- दराज क्षेत्रों के हैं । घर आकर सीखने में असमर्थ हैं। इसके द्वारा कजली तथा लोकगीत का प्रचार-प्रसार देश तथा विदेश के किसी भी कोने में घर बैठे गुरु की कृपा प्राप्त की जा सकती है। लोगों की ललक से इस विधा को संजीवनी प्रदान करेगा।
श्रीमती श्रीवास्तव अपने आवास पर पहले से ही युवा प्रतिभाओं को नि:शुल्क प्रशिक्षण तथा अलग-अलग जिलो में वर्कशाप के माध्यम से कजली लोकगीत की शिक्षा प्रदान करती रही हैं। इसी कड़ी में करोना महामारी के बीच उन्होंने अनलाइन कजली प्रशिक्षण प्रदान करना शुरू किया है। उनकी इस पहल को जिले, प्रदेश तथा देश मे सराहा जा रहा है।