अन्याय के खिलाफ

कोरोना से मृत शिक्षकों के परिवार को राहत दिलाने के लिए शैक्षिक महासंघ अंत तक लड़ेगा: अखिलेश मिश्र ‘वत्स’

० बोले- मंत्री का बयान शर्मनाक, अमानवीय व अव्यहारिक
मिर्जापुर।
बेसिक शिक्षा विभाग व बेसिक राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी के प्रेस नोट के माध्यम से बताया कि पंचायत चुनाव में 3 शिक्षक दिवंगत हुए। मंत्री का यह बयान शर्मनाक, अमानवीय व अव्यहारिक है। अखिलेश मिश्र ‘वत्स’ मण्डल संयोजक ने कहाकि शासन से मान्यता प्राप्त संगठन से प्रेषित सूची व विभिन्न जनपदों के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारीयों के पत्र को नकारना शर्मनाक है।
      विपरीत परिस्थिति में पंचायत चुनाव सफलतापूर्वक संपन्न कराने वाले शिक्षकों के बलिदान को नकारना शिक्षको के साथ समाज का अपमान है। विभाग के मुखिया से महासंघ के साथ दिवंगत शिक्षकों के परिवार जन को बहुत उम्मीद थी। विभाग व मंत्री दिवंगत शिक्षकों के परिवार को अनदेखा कर सकते है, लेकिन महासंघ अपने परिवार के सदस्यों की लड़ाई अंत तक लड़ेगा।
      इस विपरीत परिस्थिति में महासंघ के ब्लॉक से लेकर प्रदेश कार्यकारिणी के समस्त सदस्यों के सहयोग से दिवंगत शिक्षकों की सूची तैयार कर विभाग व शासन को भेज गया है। कोविड माहमारी में निजी संस्थाएं भी कोविड से ग्रसित अपने कर्मचारियों को विशेष सुविधायें दे रही है। एक हमारा विभाग है जो अप्रत्याशित आंकड़ा जारी कर सबको झकझोर दिया।
      अखिलेश मिश्र ‘वत्स’ मण्डल संयोजक ने बताया कि महासंघ ने पंचायत चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के पहले सरकार का चेताया था कि चुनाव में ड्यूटी के पहले शिक्षकों-कर्मचारियों का टीकाकरण करा दिया जाए और कोविड प्रोटोकाल का सख्त पालन किया जाए लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारी असमय काल के गाल में समा गए।
      महासंघ मीडिया के सहयोग से इस लड़ाई को अंत तक लड़ेगा। महासंघ का यह सँघर्ष मुख्यमंत्री के बयान व भविष्य में आने वाले आदेश तक ही सीमित नही रहेगा, अपितु दिवंगत शिक्षक साथियों के परिवार को ससमय अनुग्रह राशि का भुगतान व परिवार के सदस्य को योग्यता अनुसार शिक्षक या क्लर्क के पद पर विभाग में ससमय नियुक्ति तक सँघर्ष चलता रहेगा।
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