अन्याय के खिलाफ

….तो क्या शासन प्रशासन को इंजीनियरिंग एंड टेक्नालाजी कालेज में हादसे का इंतजार है?

० खनन के धमाकों से दहल रही पालीटेक्निक कालेज, छत और दिवालो की सेहत खराब
० लाखों का शीशा भवन हो चुका है चकनाचूर
० प्रबंध निदेशक व प्रधानाचार्य ने मुख्यमंत्री से की शिकायत 
मिर्जापुर। 
मड़िहान तहसील के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस के मिलभगत से अवैध रूप से ब्लास्टिंग हो रहा है, कोई बोलने वाला नही है। ऐसे में खनन कर्ताओं के हौसले बढें हुए हैं। ब्लास्टिंग करने से पास में ही स्थित कॉलेज सहित तमाम सरकारी कार्यालयों का भवन प्रतिदिन दहलता है। मड़िहान विन्ध्य पॉलिटेक्निक कॉलेज ऑफ इंजेनियरिग के पास अवैध ढंग से क्रेसर प्लांट का संचालन हो रहा है।
आलम यह है कि कालेज के भवन को भारी खतरा बना हुआ है। आएदिन ब्लास्टिंग के धमाकों के कंपन से कालेज के खिड़की दरवाजे क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, दिवाले चटक गयी है।  लगभग एक साल पहले हुए धमाके से कालेज भवन के मुख्य द्वार का शीशा भवन चकनाचूर हो गया था, जिससे लाखों का नुक़सान हो गया था।
इस संबंध में विंध्य पालिटेक्निक कॉलेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी मड़िहान मिर्जापुर के प्रबंध निदेशक जगदीश सिंह पटेल व प्रधानाचार्य इं० श्वेता सिंह ने जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र भेजकर अनियमित रूप से एवं गैर कानूनी ढंग से हो रहे ब्लास्टींग  की शिकायत भी की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में प्रबंध निदेशक डाॅ० जगदीश सिंह पटेल व प्रधानाचार्य ईं० श्वेता सिंह ने कहा है कि हमारे संस्था मैंने पालीटेक्निक कालेज आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी जोकि मड़िहान तहसील के ठीक बगल में स्थित है से मात्र 100-150 की दूरी पर लीज होल्डरों द्वारा प्रतिदिन ब्लास्टिंग किया जाता है।
आए दिन कालेज के कमरों की खिड़की दरवाजों के शीशे टूट रहे हैं। कमरों की छत और दिवाल चटक गयी है। लगभग एक साल पूर्व कालेज के मेन इंट्री पर लगा कांच का पूरा भवन टूटकर चकनाचूर हो गया था।
अवगत कराया है कि कालेज में तीन सौ छात्र छात्राएं पढ़ रहे हैं, यदि कोई बड़ी घटना हुई तो इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। मांग की गयी है कि ब्लास्टिंग को तत्काल रोकवाया जाय, अन्यथा कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
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