हलिया (मीरजापुर)।
हलिया विकास खंड के सहकारी समितियों पर खाद नहीं मिलने से किसानों का प्राइवेट दुकानदारों द्वारा शोषण किया जा रहा है। विकास खंड हलिया में कुल प्राइवेट सहित 10 समितियों के द्वारा खाद की आपूर्ति किसानों को की जाती है, लेकिन वर्तमान समय में ज्यादातर समितियों में खाद की अनुपलब्धता से किसान प्राइवेट दूकानो से उँचे मूल्य पर खाद खरीदने के लिए मजबूर हैं।
ऐसे मे ग्रामीण दुकानदारों की चांदी कट रही है। बताया जाता है कि 266 रुपये बोरी की यूरिया खाद 425 रुपया बोरी तक बिक रही है। जिसमें अहुगी कलां, हर्रा, सिकटा, भटवारी, दिघिया, महूगढ़ी, बबुरा कलां, भिटहांं, बरौंधा सहित 10 समितियां हैं। लेकिन खाद न होने के कारण किसानों को ऊंचे दामों पर खाद लेनी पड़ रही है। क्षेत्र में बारिश होने के कारण सिंचित तथा असिंचित क्षेत्रों में यूरिया खाद की माँग बढ गई है, जिसके लिए प्राइवेट दुकानदारों के यहां किसान चक्कर काट रहे हैं समित पर खाद न होने के कारण 425 से 450 रुपए की दर से बोरी खाद खरीद रहे हैं।
क्षेत्रीय किसानों में सिकटा गांव निवासी लल्लन तिवारी, सत्यनारायण तिवारी, विजय नारायण तिवारी, तथा सोनगढ़ा गांव निवासी प्रशांत कुमार, विश्वनाथ, केवला प्रसाद, मोतीलाल आदि का कहना है कि समितियों पर खाद न होने के कारण ब्लैक मनी के द्वारा खाद खरीदनी पड़ रही है। साधन सहकारी समिति सिकटा के सचिव मोतीलाल ने बताया कि यूरिया खाद समिति पर उपलब्ध नहीं है, जैसे ही खाद आती है कि किसानों में वितरित कर दिया जाएगा। बबुरा कला साधन सहकारी समिति के सचिव कृष्णा प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि धान क्रय केंद्र होने के कारण धान उठान समय से नहीं हो पाया है, जगह के अभाव में खाद नही आ पाई।सोमवार तक अवश्य आ जायेगी।