खेत-खलियान और किसान

नैनो यूरिया के लाभ एवं प्रयोग पर आधारित किसान सभा का आयोजन

0 नैनो यूरिया का प्रयोग करके कम लागत में किसान भाई बेहतर उत्पादन ले सकते हैं 
मिर्जापुर।
राज्य मंत्री सहकारिता (स्वतंत्र प्रभार) के निर्देश के क्रम में नरायनपुर विकास खंड सभागार में नैनो यूरिया के लाभ एवं प्रयोग पर आधारित किसान सभा का आयोजन किया गया।
        कार्यक्रम में डॉ जीपी तिवारी वरिष्ठ क्षेत्र प्रबंधक इफको ने बताया गया कि नैनो यूरिया केवीके, आईसीएआर कृषि विश्वविद्यालयों के पर्यवेक्षण में इफको द्वारा अनुसंधान किया गया है। इसके परंपरागत यूरिया के विकल्प के रूप में प्रयोग से किसान भाइयो की लागत कम होने के साथ आय बढ़ेगी एवं किसान भाइयो से नैनो यूरिया प्रयोग करने की अपील करते हुए साथ बताया गया की नैनो यूरिया के प्रयोग से उर्वरक पर लगने वाली सब्सिडी बचने के फलस्वरूप हमारा राष्ट्र समृद्धशाली बनेगा।
       उन्होंने नैनो यूरिया के प्रयोग विधि एवं इसके लाभ के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की गयी साथ ही बताया गया कि यूरिया के कारण जल,वायु एवं मृदा प्रदूषण की समस्या से छुटकारा पाने तथा कृषि एवं मृदा की दशा को सुधारने हेतु समय समय पर पारंपरिक उर्वरकों के अलावा अन्य उपयोगी उर्वरक जैसे जैव उर्वरक, जल विलेय उर्वरक सूक्ष्म एवं गौण तत्व पर आधारित उर्वरकों को कृषि की दशा सुधारने के लिए उत्पादन एवं विपणन शुरु किया गया।
   कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति द्वारा बताया गया कि पारंपरिक यूरिया की उपयोग क्षमता 30-35 प्रतिशत है जबकी नैनो यूरिया की उपयोग क्षमता 86 प्रतिशत तक है। इसका उपयोग खेती की लागत में कमी करने में सहायक है। इफको द्वारा भारत सरकार की मंशा को ध्यान में रखते हुए यूरिया के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए तथा सरकार के सब्सीडी के भार को कम करने के लिए विश्व में पहली बार नैनो यूरिया का शुरुवात किया गया, जिसे विगत दो वर्षों के क्षेत्र परीक्षण के उपरांत भारत सरकार से अनुमोदित प्राप्त कर बाज़ार में उतारा है।
     नैनो यूरिया के उपयोग से पारंपरिक यूरिया से होने वाले दुष्प्रभाव को कम करने में सहायता मिलेगी साथ ही इससे कई हजारो करोड रुपये की सब्सीडी की बचत होगी तथा नैनो यूरिया के विपणन से सम्बंधित नीतियों की चर्चा की गयी। एआर कोऑपरेटिव ने अपने भाषण में कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी के सोच और विजन को जो उन्होंने 2019 में लाल किले की प्राचीर से दिया था कि देश में यूरिया की खपत को आधा करना है इस कार्य को साकार किया इफको ने नैनो यूरिया के अविष्कार किया।
      उन्होंने कहा कि इफको के भागीरथी प्रयासों से हजारों करोड़ों की सब्सिडी भारत सरकार की बचेगी इस पैसे को भारत सरकार विभिन्न सामाजिक दायित्व, देश के विकास के लिए लगा सकेगी इसका अर्थ हुआ कि इफको अपरोक्ष रूप से देश के लिए विकास में भागीदार है। उन्होंने कृषक महिलाओं पुरुषों को आह्वान किया कि नई तकनीकी के साथ चलकर कृषि क्रांति को नया स्वरूप दिया सकता है और लागत कम करके ही आय में वृद्धि की जा सकती है।
     खंड विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह ने सुझाव दिया कि इस तरह की सभा मे लाभार्थियों किसानों से भी संबाद भी रखा जाए। उन्होंने किसानों के सकारात्मक प्रभाव को किसानों की जुबानी सुना।एडीसीओ चुनार द्वारा बताया गया की नैनो यूरिया का प्रयोग करके कम लागत में किसान भाई बेहतर उत्पादन ले सकते हैं साथ ही साथ किसान भाइयो द्वारा उपरोक्त विषयक जागरूकता फैलाने का भी अनुरोध किया गया। सभा के अंत में राजेश सिंह , सहायक विकास अधिकारी द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
        इस अवसर पर पवन कुमार प्रजापति जिला कृषि अधिकारी, बिपिन कुमार सिंह सहायक आयुक्त सहकारिता, पवन कुमार सिंह खंड विकास अधिकारी, राज राजेश्वर सिंह अपर जिला सहकारी अधिकारी सदर, राजेश सिंह सहायक विकास अधिकारी सहकारिता, कृषि से केके सिंह, डॉ जी पी तिवारी वरिष्ठ क्षेत्र प्रबंधक इफको, इफको बज़ार से हरिदास पाल, रूपेंद्र सिंह एसएफऎ तथा ब्लॉक के सभी समिति सचिव, इफको बिक्री केन्द्र संचालकों सहित लगभग 75 की संख्या में किसान भाई बहन उपस्थित थे।
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