0 देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लास रूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है: डाॅ ए पी जे अब्दुल कलाम
मिर्जापुर।
घनश्याम बिनानी एकेडमी ऑफ मैनेजमेंट साइंसेज के सभागार में देश के पूर्व राष्ट्रपति एवम् मीजाईल मैन की उपाधि से सुसज्जित डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम साहब का 91वां जन्म दिन 15 अक्टूबर 2022 को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना एवम् दीप प्रज्वलन से हुआ।
प्रवक्ता नागेन्द्र नारायण ने इस अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी बहुत सी अनकही कहानियों को श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया, जिस से उनके जीवन में ऐसी ऊर्जा का प्रवाह हुआ, जो उन्हें सपने देखने के लिए उत्साहित कर सके। डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम के उक्त कथन को समझाते हुए संस्था कि निदेशक प्रों डॉ ज़ीशान अमीर ने बताया कि कुछ कर दिखाने के लिए में शिक्षा में कठिन परिश्रम बहुत महत्व पूर्ण है। एक टीचर के नाते वे हमेशा स्टूडेंट्स से जुड़े रहे, उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते रहे।
इस बंधन को मनाने के लिए हम हर साल 15 अक्टूबर को वर्ल्ड स्टूडेंट्स दिवस के रूप में मना कर उनको श्रद्धांजलि प्रस्तुत करते हैं। छात्रों के प्रति विशेष आत्मीयता एवम् प्रयासों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने उनके जन्म दिन को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाने की घोषणा 2010 में की थी। डाॅ ए पी जे अब्दुल कलाम ने कहा था कि “देश का सबसे अच्छा दिमाग क्लास रूम के आखिरी बेंचों पर मिल सकता है”। इस कार्यक्रम में सभी शिक्षक गण और छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अलका श्रीवास्तव एवं आयोजन श्रीमती शिवांगी शिवम् तथा श्रीमती सारिका श्रीवास्तव, विक्रम सिंह ने किया।