0 मिट्टी का कम्पेक्शन नहीं किया जा रहा : कहीं मिट्टी ऊंची तो कहीं नीची है
0 सुसुआर नाले के रपटे में गुणवत्ता बरती जाए
0 कम्पनीघाट पर स्वीकृत पैंटून ब्रिज पर काम शुरू हो
0 कमिश्नर के संज्ञान में दी गई उक्त समस्याएं : हुए गंभीर, पत्र जारी करने का दिया आदेश
मिर्जापुर।
जल शक्ति योजना की शहरी क्षेत्र में लागू अमृत योजना तहत खोदी गई सड़कों पर लगातार हो रही आवागमन की समस्याओं तथा दुर्घटनाओं के बारे में कमिश्नर श्री मुथुकुमार स्वामी को विधिवत अवगत कराया गया । इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों एवं अन्य DM बंगले के निकट कम्पनीघाट पर स्वीकृत पैंटून ब्रिज के शीघ्र निर्माण की मांग की गई। कमिश्नर श्री स्वामी ने लोकहित के इन मुद्दों को गंभीरता से लेकर सम्बन्धित विभागों को पत्र जारी करने का आदेश दिया।
सोमवार, 19 नवम्बर को गांव-गरीब नेटवर्क की ओर से सलिल पांडे ने कमिश्नरी कार्यालय में श्री स्वामी से कहा कि जल मिशन योजना में अंडरग्राउंड पाइप लाइन बिछाई जा रही है। पाइप डालने के बाद पुनः मिट्टी से सड़कें ढक दी जा रही हैं, जो स्वाभाविक प्रक्रिया है लेकिन मिट्टी से ढकने में कम्पेक्शन (मिट्टी को भरपूर दबाव देना) नहीं किया जा रहा है। जबकि मिट्टी मशीन से कम्पेक्ट(दबा देना) कर दिया जाए तो कुछ ही घण्टों में जगह-जगह जो गड्ढे बन जा रहे हैं, वह न बने। क्योंकि सड़कों के समतल न होने से सर्वाधिक दिक्कत टू ह्वीलर, ई रिक्शा, साइकिल चालकों को हो रही है, जबकि फोर ह्वीलर को दिक्कतें ज्यादा नहीं है।
इस संबन्ध में कमिश्नर श्री मुथुकुमार स्वामी को पिछले माह वासलीगंज, संकटमोचन (संजय स्टोर के पास) तथा 15 नवंबर को (हरिसभा के पास) सुन्दरघाट में ई रिक्शा पलटने से ई रिक्शा में बैठे लोगों के घायल होने की जानकारी दी गई । जिसमें एक अति निर्धन वृद्ध महिला का हाथ टूट गया था। यह तो एक दो सड़कों की घटनाएं हैं । सर्वे किया जाए तो जब से यह योजना शुरू हुई है तब से सैकड़ों ई रिक्शे पलटे और पांच सौ अधिक लोगों के हाथ पैर टूट चुके पाए जाएंगे। कमिश्नर से कहा गया कि बचाव में सम्बन्धित विभाग द्वारा दलील दी जाती कि पेयजल आपूर्ति के बाद ही सड़कें बनेंगी जो दलील जनता के लिए जानलेवा कष्ट वाली है। सड़क भले ही पक्की बाद में बने लेकिन मिट्टी से पाटने के बाद खोदी गई सड़कों को विधिवत कम्पेक्ट किया जाना चाहिए। ऐसी स्थिति में कहीं ऊंची मिट्टी और ठीक बगल में नीची जो मिट्टी हो गई है, वह खत्म हो तथा सड़कें मिट्टी से ही समतल हो जाएं।
सुसुआर नाला का मामला भी उठा
कमिश्नर से ग्रामीण क्षेत्रों की कई सड़कों के क्रम में हलिया ब्लॉक के सुसुआर नाले के ऊपर करोड़ों की लागत से बन रही सड़कों की गुणवत्ता की मांग की गई। यहां नाले पर रपटा बनाते समय बाईपास सड़क न होने के चलते विगत महीनों में एक टेम्पो के पलटने और उसके बाद उपद्रव तथा बवाल की जानकारी भी दी गई।
कम्पनीघाट पर पैंटून ब्रिज
शहरी क्षेत्र और शास्त्री सेतु पर लगने वाले जाम से बचने एवं लोगों के समय की बचत को लेकर DM बंगले के पास कम्पनीघाट पर पैंटून ब्रिज की स्वीकृति के बाद भी कार्य प्रारंभ नहीं होने की भी जानकारी दी गई। साथ ही मांग की गई कि इस कार्य में पूर्ण गुणवत्ता का ख्याल रखा जाए क्योंकि गत महीने सिटी ब्लाक की एक सड़क पर। निर्माण में कमी एवं अनियमितता के चलते DM द्वारा FIR दर्ज कराया गया था। इसलिए उसी सड़क के पास स्वीकृत पैंटून ब्रिज का निर्माण हो तो कड़ी निगरानी में हो।
उक्त विन्दुओं को गम्भीरता से लेते हुए कमिश्नर श्री स्वामी ने संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी करने का निर्देश दिया ।