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हर्षोल्लास के साथ मनाया गया अपना दल का स्थापना दिवस; अपना दल की स्थापना का उद्देश्य गरीब, वंचित, पिछड़े व दलितों का उत्थान है: अनुप्रिया पटेल

0 सत्ता के लिए कभी भी अनुप्रिया पटेल ने अपना दल के उद्देश्यों को नहीं छोड़ा: आशीष पटेल 

मिर्जापुर/देवरिया। 

सोमवार, 4 नवंबर 2024 को देवरिया में महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज के मैदान में अपना दल एस का स्थापना दिवस समारोह कार्यक्रम बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया, जहां मुख्य अतिथि राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी व राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल उपस्थित रहें। अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार पाल, कार्यक्रम आयोजक रविकर पटेल के नेतृत्व में किया गया।

स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रदेश के कोने-कोने से आए हुए पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का जोरदार स्वागत किया। समारोह में पार्टी कार्यकर्ताओं उमड़ा सैलाब। मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने अपने सभी उपस्थित पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने सर्वप्रथम अखंड राष्ट्र के शिल्पी भारत रत्न लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल, संविधान शिल्पी बाबासाहेब अंबेडकर एवं अपना दल के संस्थापक जिनके संघर्षों ने आज हम सबको स्थापना दिवस के अवसर का सौभाग्य दिया अपना पूरा जीवन पिछड़े, दबे कुचले लोगों के अधिकार और सम्मान के लिए खपाने वाले, संघर्षों के इस राह पर निरंतर हमारा पाठ अलौकिक करने वाले, हम सबके प्रेरणा कुंज बोधिसत्व यसाकाई डॉक्टर सोनेलाल पटेल का स्मरण करते हुए कहा कि सम्मानित पदाधिकारी व कार्यकर्ता साथियों दीपावली और छठ पूजन जैसे दो बड़े त्योहार के बीच में इस बार हम अपनी पार्टी के स्थापना दिवस का आयोजन कर रहे हैं। मैं सबसे पहले तो आप सभी को इन दोनों प्रमुख त्योहारों की बहुत ढेर सारी बधाई एवं शुभकामनाएं देती हूं।

कहाकि अपना दल के स्थापना दिवस पर पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं का हृदय की अनंत गहराइयों से अभिनंदन एवं वंदन भी करती हूं और मैं ढेर सारी शुभकामनाएं देती हूं। आज का यह दिन पार्टी का जन्मोत्सव है, पार्टी के निर्माण का जश्न है, पार्टी के गठन का भी पर्व है और आज का यह दिन हमारे उन सभी कार्यकर्ताओं को विचारधारा के अनुयायियों,  पार्टी के समर्थकों व शुभचिंतकों को समर्पित करती हूं जिन्होंने अपने अपने त्याग, तपस्या और कठोर परिश्रम से एक छोटे से पौधे को जिसका रोपण 1995 को आज ही के दिन किया गया उसे इतने वर्षों में विशाल वृक्ष के रूप में तब्दील कर दिया है उसे आज का अपना दल का जन्म उत्सव समर्पित है। आज के दिन मैं पार्टी के इस मजबूत इमारत के हर उस मिल के पत्थर को भी शीश झुकाकर नमन करती हूं जिन्होंने इस इमारत को बुलंद प्रदान करने का काम किया। सम्मानित साथियों आज का यह महत्वपूर्ण दिन पार्टी के इतिहास के पन्ने पर भी दिखाने का दिन है अपना दल की उत्पत्ति क्यों हुई, कैसे हुई और किन सामाजिक परिस्थितियों में हुई इसका पुनः स्मरण करने का भी यह दिन है।अपना दल का उद्देश्य क्या है, विचार क्या है, इतनी लंबी यात्रा में चुनौतियां क्या आई, उपलब्धियां क्या रही और भविष्य की दिशा क्या होगी, यह तय करने का दिन है।

अपना दल सत्ता प्राप्ति का साधन नहीं बल्कि जो डॉक्टर सोनेलाल पटेल जी कहा करते थे संपूर्ण व्यवस्था परिवर्तन का एक माध्यम है और अपना दल ने सामाजिक न्याय की उस विचारधारा को लेकर इतना लंबे समय तक संघर्ष किया है जो कहती है लोकतंत्र की सभी स्तंभों में विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया इन सभी में समाज के दबे, कुचले वर्गों की भागीदारी और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होना चाहिए। अपना दल समता मूलक समाज की स्थापना के लक्ष्य को लेकर गठित हुआ और आगे बढ़ा और अब इसे दुर्भाग्य मानुं या कुछ और कि इस देश में सामाजिक न्याय के राजनीति करने वाले तमाम दलों में सामाजिक न्याय की व्यापक विचारधारा को मात्र सरकारी नौकरी और शिक्षा संस्थानों में भागीदारी तक सीमित करके रख दिया लेकिन सामाजिक न्याय का एजेंडा बहुत व्यापक और विस्तृत है और अपना दल लोकतंत्र के हर स्तंभ में समाज के हर वर्ग की खास तौर से जो आजादी के 75 सालों के बाद भी दबा कुचला और शोषित है उसके प्रतिनिधित्व की वकालत करने की विचारधारा की बात करता है। साथियों आज स्थापना दिवस के अवसर पर हमें उन तमाम चुनौतियों को भी याद करना होगा जो इतने वर्षों की लंबी यात्रा में हमारे संघर्षों के रास्ते में आई।1995 से लेकर आज 2024 ऐसी कितनी पार्टियां होगी जिन्होंने इतना लंबा सफर तय किया होगा लेकिन अपना दल ने किया है और इसलिए किया है क्योंकि हमने अपनी विचारधारा के साथ कभी किसी कीमत पर समझौता नहीं किया हमने संघर्षों के दौर से लेकर बड़ी से बड़ी चुनौतियों को झेला लेकिन कभी भी सत्ता प्राप्ति के लिए कोई समझौता नहीं किया इसलिए इतना लंबा सफर तय किया।

जो आज उत्तर प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरा है। आपके अपना दल के मार्ग में अनेक बाधाएं आई जो एक  उभरते हुए क्षेत्रीय दल के मार्ग में आती है उन चुनौतियों को भी याद करने का समय है कि कैसे हमने इनका सामना किया है बड़े-बड़े राष्ट्रीय पार्टियों के पास राजनीतिक दलों के पास कॉरपोरेट फंडिंग होती है लेकिन हमारे छोटे इस दल ने संसाधनों के अभाव में भी अपनी विचारधारा के लिए झुकना कभी नहीं छोड़ा सब आपके सहयोग से संघर्ष करते हुए हम यहां तक पहुंचे हैं हमारी जैसी पार्टियों के रास्ते में वह चुनौतियां भी आई जब व्यापक जन समर्थन के बावजूद भी कभी धन बल कभी बाहु बल कभी शासन सत्ता की ताकत हमारे आड़े आई। हमारे प्रत्याशी कभी चुनाव हारे लेकिन कभी जीते तो बड़े-बड़े दलों ने उन्हें तोड़ने का भी काम किया इस चुनौती का सामना भी हमने किया लेकिन अपना पांव कभी पीछे नहीं किया। लेकिन इन तमाम पड़ावों को पार कर कि आज अपना दल उत्तर प्रदेश की विधानसभा में भी मौजूद है और देश की संसद में भी मौजूद है और लगातार अपना दल का ग्राफ अगर आगे बढ़ा है तो यह आप जैसे समर्थकों का प्यार और आशीर्वाद है। आप हमें जो ऊर्जा देते हैं उसी ऊर्जा से हमें सामाजिक न्याय के इस विचारधारा को और मजबूती से आगे बढ़ने का की ताकत मिलती है इन तमाम चुनौतियों के बीच हमने हमेशा अपने संस्थापक डॉक्टर सोने लाल पटेल जी के संदेश को याद रखा है कि जब भी किसी बड़े लक्ष्य के पद पर अग्रसर होगे तो मार्ग में बहुत सारी बाधाएं आएंगी लेकिन हमें कभी नहीं भूलना चाहिए की अच्छे दिनों को पाना है तो बुरे दिनों का सामना करना ही पड़ेगा और अपना दल की स्थापना दिवस पर हम उन तमाम बाधाओं को याद करना चाहते हैं जिनको पार करते हुए हम आप आज यहां देवरिया की धरती पर एकत्रित हुए हैं। जीवन उन्ही का है जो समस्याओं से लड़ते हैं ना कि उनका जो चुनौतियों से भागते हैं। जो पुराने कार्यकर्ता यहां पर बैठे हुए हैं उन्होंने अक्सर सोनेलाल पटेल की मुख से इन बातों को सुना होगा डॉक्टर साहब की एक-एक शब्द को लेकर अपने दिल में रखकर हम इतने वर्षों का लंबा सफर कर यहां आए हैं देवरिया के लोगों के बीच में न जाने कितनी बार डॉक्टर सोनेलाल पटेल जी का आना हुआ होगा, आप लोगों के बीच में समय बिताया है, सामाजिक न्याय की अलख जगाया है और यह बंधन जो हमारा आपके साथ बनाया बल्कि प्रेम का बंधन आज आपको यहां तक खींच कर लाया है हमारे पुराने साथी कौशल जी बहुत सारे पुराने कार्यकर्ता यहां बैठे हुए हैं जब कार्यालय में बैठते हैं तो कई सारे पुराने किस्से सुनाते हैं किस-किस गांव में जाते थे, क्या-क्या कहते थे, कैसे लोगों के मन में जागृति लाने का काम करते थे कितने कठिन दौर व तपस्या को अपना दल के साथियों ने देखा है लेकिन मुझे प्रसन्नता है कि आज हम सब डॉक्टर साहब के सपने को लेकर निरंतर आगे बढ़ने का काम कर रहे हैं और आज मैं आप सभी को यह कहना चाहती हूं खास तौर से जो हमारे पार्टी के कार्यकर्ता है यहां पर मौजूद हैं कि आज हम भले ही उत्तर प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गए हो लेकिन ये हमारी मंजिल नहीं है।

अपना दल का मिशन व्यवस्था परिवर्तन है सत्ता प्राप्ति महज उनका मार्ग हो सकता है लेकिन हमारा लक्ष्य केवल व्यवस्था में बदलाव लाना है और वंचितों को उनका सही हक सुनिश्चित करना है और इसके लिए हमें प्रदेश में तीसरी जो हमारी पोजीशन है उससे संतुष्ट नहीं होना बल्कि निरंतर अपनी विचारधारा को लेकर पार्टी के संगठन का विस्तार करना है। आज स्थापना दिवस पर हम सभी को यह संकल्प लेकर जाना है और एक-एक कार्यकर्ता को एक ही मूल मंत्र याद रखना है कि हम लगातार आम जनता से जुड़े रहे क्योंकि पार्टी का कार्यकर्ता भी पार्टी और जनता के बीच का सेतु होता है और जब तक यह सेतु मजबूत रहेगा तब तक पार्टी विस्तार की ओर बढ़ती रहेगी और समय के साथ बड़ा आकार लेती रहेगी और जब आकार बढ़ेगा तो हम अपने लक्ष्य को भी प्राप्त करेंगे  मैं अपने सभी कार्यकर्ताओं को आज ही निवेदन करना चाहती हूं कि आप निरंतर पार्टी के विस्तार के लिए जन सम्मान से जन सामंजस्य से, जो आपने इतने सालों तक बनाकर रखा है उसे बनाए रखिए। एक और बात आपको चेताने के लिए आई हूं कि जैसे-जैसे आपकी पार्टी आगे बढ़ेगी आपकी पार्टी की लोकप्रियता बढ़ेगी वैसे-वैसे समाज के बीच में तमाम अदृश्य शत्रु भी पैदा होंगे जो आपके पार्टी के बारे में भ्रामक बातें फैलाएंगे, दुष्प्रचार करेंगे, अफवाह फैलाएंगे लेकिन आपको उनसे सावधान रहना है क्योंकि यह संकेत है कि आपके पार्टी की लोकप्रियता धीरे-धीरे बढ़ रही है इन अफवाहों से और दुष्प्रचारों से सावधान रहते हुए पार्टी के कार्यों पर निरंतर गति देते रहना है, सजग रहते हुए सचेत रहते हुए सभी लोगों को पार्टी संगठन का विस्तार देने का काम करना है और यह संकल्प लेकर ही हमें यहां से वापस जाना है मेरे जितने भी कार्यकर्ता है यहां पर आए हैं।

आज मैं पुनः पार्टी की ओर से उनका अभिनंदन करती हूं। जो हमारे शुभचिंतक यहां पर आए हुए हैं उनका भी हृदय से आभार व्यक्त करती हूं और मैं इतना निवेदन करना चाहती हूं कि जहां 9 सीटों पर उपचुनाव चल रहा है वहां जो भी प्रत्याशी लड़ रहा है वह हमारा एनडीए गठबंधन का प्रत्याशी है और मेरा जो भी कार्यकर्ता उन जिलों से है उनसे मैं यही कहना चाहती हूं कि आप सब हमारे उन सारे के सारे जो प्रत्याशी उपचुनाव लड़ रहे हैं उनको एनडीए का प्रत्याशी मानकर उनकी विजय सुनिश्चित करने की कोई कसर मत छोड़िए और इस गठबंधन को लगातार मजबूती प्रदान करते रहिए और आप सब यहां पर आए आज के दिन मैं पुणे आप सबका बहुत-बहुत अभिनंदन करती हूं और सभी लोगों को हृदय से आभार व्यक्त करती हूं हम दोबारा मिलेंगे और फिर से ढेर सारी बातें करेंगे बहुत-बहुत धन्यवाद अपना दल जिंदाबाद नमो बुद्धाय जय हिंद।

इस दौरान कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि आज हमारी पार्टी उत्तर प्रदेश की तीसरे नंबर की पार्टी बनकर खड़ी ही नहीं हुई है सड़क से लेकर संसद तक वंचित वर्ग के मुद्दे को उठाने का काम हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जी करती रही हैं। हम सरकार में शामिल हैं लेकिन अपने लोगों के लिए पहले खड़े हैं। यही नहीं 69 हजार भर्ती का, चाहे केन्द्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय या नीट की परीक्षा का विषय हो इसमें पिछड़े वर्ग को आरक्षण देने का काम हो इस पर हमारी नेता ने माननीय प्रधानमंत्री जी के सामने रखा, हम प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त करते हैं कि प्रधानमंत्री जी ने हमारी नेता के विषय को सुना और उसे हल करने का काम किया। जो आजादी के समय से जिस वर्ग को वंचित कहा जाता है जिसको वंचित वर्ग के रुप में आप लोग परिभाषित करते हैं, उस पिछड़े वर्ग को पहली बार नवोदय विद्यालय, नीट परीक्षा सैनिक स्कूल में आरक्षण दिलाने का काम हमारी नेता ने किया है।

उन्होंने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा कि मुलायम सिंह रक्षामंत्री हुआ करते थे सैनिक स्कूल उनके मंत्रालय में आता था। उनके हाथ में सरकार की बागडोर थी, कांग्रेस के नेतृत्व वाली 2004 से लेकर 2009 और 2009 से लेकर 2014 की सरकार हो या देवगौड़ा जी के नेतृत्व वाली सरकार रहीं हो सब समाजवादी पार्टी के सांसदों के बल पर चलती थी, लेकिन मुलायम सिंह यादव को जरा भी एहसास नहीं हुआ कि सैनिक स्कूल वालों को भी आरक्षण दिया जाना आवश्यक है, न उन्हें इस बात का एहसास नहीं हुआ कि केन्द्रीय विद्यालय में भी अगर हम हम आरक्षण देने का काम करेंगे तो पिछड़े वर्ग के बच्चे हो सकता है वह केवल आजमगढ़ के ना हो केवल मैंनपूरी के न हो, वो पूरे उत्तर प्रदेश के पिछड़े वर्ग के जो बच्चे हैं उनको आरक्षण मिलने का कार्य होगा और वो बच्चे जाकर के एडमिशन लेंगे।

उन्होंने कहा कि सफीक अहमद अंसारी यह रामपुर की धरती से आते हैं जिसे अभेद कहा जाता था और पार्टी ने इनको चुनाव लड़ाया इन्होंने उस अभेद किले को ढहा दिया और आज रामपुर के सबसे लोकप्रिय विधायक के रूप में वहां जनता की सेवा कर रहे है। सफीक अहमद अंसारी हमारे बीच में पार्टी की बैठक के बाद देवरिया की धरती से बहुत से लोग पार्टी के बारे में उतना नहीं जानते होंगे, लेकिन पार्टी के कार्यकर्ता हैं यहां वह पार्टी के उद्देश्य को जानते हैं कि पार्टी का गठन क्यों हुआ था। पार्टी के गठन के बाद से पिछड़ों की बहुत सी बड़ी बड़ी बात करने वाले लोग पार्टी को ख़त्म करने की साजिशें करते रहे लेकिन वह इसमें सफल नहीं हुए। पहली बार हमारे तीन विधायक जीते उसको तोड़कर समाजवादी पार्टी में मिलाने का काम किया गया।

यह मान लिया गया कि अपना दल ख़त्म हो गया, लेकिन 2009 में हमारे दल के संस्थापक इस दुनिया में नहीं रहे उसके बाद हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया जी पार्टी की कमान संभाल ली और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व 2014 में इंडिया गठबंधन में शामिल हुए इसके बाद लगातार पार्टी की प्रगति होती रही आज पार्टी के 13 एमएलए हैं। उन्होंने अंत में सभी आभार व्यक्त किया। इस दौरान लोकेश कुमार दुबे, नित्य प्रकाश तिवारी, रानेश यादव, राम मूर्ति रियाज अंसारी आदि लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण किया।

इस दौरान जवाहरलाल पटेल, राम प्रगट पटेल, डॉक्टर जमुना प्रसाद सरोज, आरबी सिंह, मुन्नर प्रजापति, बुलबुल, मनीष सिंह, माता बदन तिवारी, गिरजेश पटेल, सत्य प्रकाश कुरील, राम नयन पटेल, मेघनाथ,  ओ0पी0 कटिहार, कौशल सिंह पटेल, पप्पू माली, राकेश यादव,  जिनकांत चौधरी, अर्जुन सिंह, पुष्कर चौधरी जी, अहमद खान मंसूरी, एडवोकेट सुरेंद्र मौर्य, आरती गौतम, प्रोफेसर रामचंद्र, डॉक्टर केके सिंह, विधायकगण सफीक अहमद अंसारी, डॉक्टर सुनील पटेल, डॉ आर0 के0 पटेल, श्रीराम निवास वर्मा, जीत लाल पटेल, जयकुमार जैकी, एडवोकेट बहन सरोज कुरील, डॉक्टर सुरभि, रविकर पटेल, अरविंद सिंह पटेल, डॉक्टर चंद्रिका सिंह, डॉक्टर दिलीप मिश्र, सोनी पटेल, पूर्णिमा सिंह, सीमा देवी, रीमा देवी शैला देवी, सुनीता शर्मा, सुमन सिंह, शकुंतला देवी, गुड्डी देवी, रिया देवी, रितु देवी विमला देवी हरेंद्र सिंह राकेश पटेल, डॉक्टर अरुण सिंह, नंदकिशोर, तारकेश्वर नाथ चौधरी, दुर्गा पटेल, राजेश श्रीवास्तव, अमित पटेल फुल, बदन सिंह, संतोष पटेल, शमशेर पप्पू सिंह, लाल साहब, सुरेश पटेल, अशोक सिंह, अविनाश मणि त्रिपाठी, सतीश सिंह मनीष सिंह, सत्येंद्र मिश्रा, अखिलेश पटेल, राजेश सिंह, सत्येंद्र मिश्रा, अखिलेश पटेल, राजेश सिंह, राहुल सिंह, अजीत पटेल, सुनील कुमार, रजनीश राय, मुस्ताक मंसूरी, नफीस खान, मैनुद्दीन मंसूरी, अख्तर हुसैन मंसूरी, सुभाष विश्वकर्मा आदि लोग मौजूद रहे।

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