काशी कवि कुंभ सम्मेलन में पड़री क्षेत्र के कवियों “विजय”, “सरल” एवं “वियोगी” ने किया प्रतिभाग
0 काव्य पाठ एवं संगीत व छंदों से श्रोताओं को किया सराबोर
पडरी (मिर्जापुर)।
देवाधिदेव महादेव की काशी नगरी में मातृभाषा हिंदी संगठन के बैनर तले कुमार लक्ष्मीकांत व शुभाष एवं धर्मराज की देख रेख में बुद्धवार को काशी कवि कुंभ का आयोजन किया गया।रामकटोरा लहुराबीर वाराणसी स्थित (काशी सेवा समिति के मालवीय सभागार) में आयोजित कवि सम्मेलन में देशभर से 201 कवियों ने सामिल हुए जिसमे कुछ उभरते युवा कलाकारों ने अपनी कविता व काब्य पाठ एवं छंद प्रस्तुत किये। इस दौरान अलग अलग सत्रों में सम्मान समारोह,व गायन -वादन एवं कलाकारों व संगीतकारो द्वारा अच्छी प्रस्तुति की गई। काशी कवि कुंभ में मीरजापुर जनपद के पड़री बाजार निवासी उभरते कवि कृष्ण कुमार अग्रहरि “सरल” , सर्वेश कुमार अग्रहरि “वियोगी” व महुआरी गांव निवासी वरिष्ठ कवि कलाकार विजय नारायण तिवारी पड़री क्षेत्र के तीनों कवियों ने काशी कवि कुंभ में बुद्धवार को प्रथम सत्र में शुरू होने वाले कवि सम्मेलन में काव्य पाठ, काव्य कविता एवं उदार छंद के माध्यम से कवि सम्मेलन में उपस्थित श्रोताओं को काफी आनंदित किया। कवियों के प्रस्तुति पर खुश होकर कवि सम्मलेन आयोजन समिति के संयोजक शुभाष शर्मा एवं लक्ष्मीकांत ने पड़री क्षेत्र के वरिष्ठ कवि कलाकार विजय नारायण तिवारी, एवं ब्लॉक मुख्यालय रहे पड़री बाजार के उभरते कवि सर्वेश कुमार अग्रहरि “वियोगी” एवं कृष्ण कुमार अग्रहरि “सरल” को शाल व शील्ड देकर सम्मानित किया एवं साथ ही कवि सम्मेलन संयोजक ने कहा कि आप लोगो को देवाधिदेव महादेव का आशीर्वाद इसी तरह मिलता रहे, जिससे आप लोग अपने कलाकारी में सदैव ऊचाइयों की तरफ बड़े। इस मौके पर विजय मोदनवाल, गिरीशचन्द्र शर्मा, सतीश कुमार, राजकुमार, हेमन्त शर्मा समेत अन्य लोग कवि सम्मेलन में उपस्थित रहे।