0 11 दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल ने अनुसूचित जनजाति मामलों के केंद्रीय मंत्री श्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिखा था
0 अन्य राज्यों में बियार समुदाय अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में आता है
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के पत्र का अनुसूचित जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने संज्ञान लिया है। श्री मुंडा ने कहा है कि इस मामले में जनजातीय कार्य मंत्रालय के जरिए यथोचित कार्यवाही हेतु जांच की जा रही है।
बता दें कि 11 दिन पहले अनुप्रिया पटेल ने पत्र के माध्यम से अनुसूचित जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के बियार समाज को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग की थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि उत्तर प्रदेश में निवास करने वाली बियार जाति गरीब आदिवासी जाति है।
इस समुदाय को मध्य प्रदेश के छत्तीसगढ़ में वर्ष 1951 से ही बियार जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा प्राप्त है, जबकि संस्कृति, रीति – रिवाज, आर्थिक समानता होने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में बियार जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा नहीं दिया गया है।
पत्र में उल्लेख किया गया कि बियार समाज का आर्थिक, शैक्षणिक, राजनैतिक एवं सामाजिक स्तर अत्यंत ही गिरा हुआ है जिससे गरीबी के कारण शिक्षा का अभाव है। इस जाति का लगभग 90 प्रतिशत जीवन पूर्णतया मजदूरी पर ही आश्रित है।
मंत्री से अनुरोध किया है कि बियार जाति को उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जनजाति में सम्मिलित करने के लिए आवश्यक कार्यवाही करने हुए संबंधित को निर्देशित करने की कृपा करें।