0 मडिहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल भी मंत्री बन सकते है
विमलेश अग्रहरि
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
बुधवार को यूपी के योगी सरकार के मंत्रीमंडल मे होने जा रहे विस्तार मे वाराणसी से एमएलसी और मिर्जापुर जनपद के गांव गांव मे विकास के लिए संकल्पित और लगातार यहा के लोगो के बीच समय देने वाले अपना दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष पटेल को मंत्री पद मिल सकता है। अपना दल एस के कार्यकर्ता पदाधिकारीयो मे इस बात की सुगबुगाहट तेज देखी जा रही है और लोग इस बात को लेकर खुश देखे जा रहे है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 मे बने मोदी जी के नेतृत्व की भारत सरकार मे तत्कालीन अपना दल से विजयी सांसद अनुप्रिया पटेल को चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय मे राज्य मंत्री का दायित्व सौपा था। अनुप्रिया ने न केवल जनपद बल्कि देश के विभिन्न हिस्से मे स्वास्थ्य मंत्रालय की विभिन्न योजना को आगे बढाने का काम किया और जनपद मिर्जापुर मे विकास के तमाम कार्य किये।
उनके नेतृत्व मे पीएम मोदी छानबे के दादर कला गांव पहुचे थे जहाज उन्होने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुल मैक्रो के साथ सोलर प्लांट का उद्घाटन किया था, तो वही यूपी एमपी की खेतो के लिए सिचाई विभाग की बाणसागर परियोजना का उद्घाटन किया था। अनुप्रिया ने जनपद मे विकास के तमाम कार्य को अमली जामा पहनाया।
बता दे कि इस बीच वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले अपना दल (एस) की संरक्षक अनुप्रिया पटेल भाजपा से नाराज हो गयी। यहा तक कि दूसरे दल मे जाने का रास्ता भी तलाश किया जाने लगा। हालांकि बाद मे उनकी तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से वार्ता के उपरांत यह नाराजगी दूर हो गयी थी।
मसलन अनुप्रिया पटेल के अपना दल एस और भाजपा का गठबंधन 2019 मे चुनाव लडा। भाजपा एवं अद एस कार्यकर्ताओ ने मिरजापुर और सोनभद्र दोनो सीट जीताने के लिए पूरी ताकत झोक दी। 23 मई को जब मतगणना परिणाम आया तो अनुप्रिया पटेल 2014 से भी अधिक अंतर अर्थात 2 लाख 32 हजार से अधिक रिकार्ड मत से विजयी हुई। इस बार मिर्जापुर की जनता को लगा कि केन्द्र मे राज्य मंत्री रही अनुप्रिया पटेल को इस बार कैबिनेट मिनिस्टर बनाया जाएगा।
दरअसल लोकसभा चुनाव के दौरान मिर्जापुर के बीएलजे मैदान मे आये तत्कालीन गृह मंत्री एवं वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जनता के बीच कहा था कि इस बार चुनाव मे जीत के बाद अनुप्रिया का कद बढेगा। लेकिन जब मोदी जी ने प्रधानमंत्री के रूप मे शपथ ग्रहण किया तो उन्हे मंत्री पद के लिए नही बुलाया गया। हालांकि अनुप्रिया ने कहा था कि उन्हे राज्य मंत्री बनाया जा रहा था जिसे उन्होंने स्वीकार नही किया।
अनुप्रिया ने राज्य मंत्री के रूप मे शपथ नही लिया, शायद यही वजह बताया जा रहा कि मिर्जापुर वासियो को एक मंत्री देने के लिए आशीष पटेल के नाम पर मुहर लग सकती है। हालांकि आशीष पटेल वाराणसी जिले से एमएलसी है, लेकिन मिर्जापुर की जनता के साथ उनका लगाव भी कम नही। तभी तो यहा की जनता उनके मंत्री बनाये जाने की राजनीतिक सत्ता के गलियारे मे सुगबुगाहट और चर्चा से काफी खुश नजर आ रही है। अब देखना यह है कि जनता की उम्मीद को सूबे की योगी सरकार अमली जामा पहनाकर आशीष पटेल को कौन सा मंत्रालय सौंपती है।
दूसरी तरफ भाजपा से मडिहान विधायक रमाशंकर सिंह पटेल को भी मंत्री पद दिये जाने की प्रबल संंभावना है। सूत्रो की माने तो मिर्जापुर के सभी विधायको मे मडिहान विधायक रमाशंकर पटेल के नाम की सुगबुगाहट सत्ता के गलियारे मे तेज बताई जा रही है। बहरहाल यह कहना मुश्किल है कि रमाशंकर पटेल को कैबिनेट मंत्री का दायित्व दिया जाएगा या फिर उन्हे राज्य मंत्री की सौगात जनपदवासियो की सेवा के लिए दिया जाएगा।