मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
चुनार थाना क्षेत्र के सिद्धनाथ दरी पर ठेकेदार द्वारा बीस अन्य लोगों के साथ संगठित गिरोह बनाकर वाहन पार्किंग शुल्क के नाम पर निर्धारित शुल्क से दो गुना से पांच गुना वसूली किये जाने की शिकायत पर छापेमारी में सही पाए जाने पर ठेकेदार चन्द्रेश कुमार सिंह सहित बीस अज्ञात लोगों पर वन दरोगा पंच बहादुर सिंह ने चुनार में मुकदमा दर्ज कराया है। सभी के विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 411 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बता दे कि सिद्ध नाथ दरी पर एक वर्ष पूर्व से ही वाहन पार्किंग शुल्क अधिक वसूली किये जाने की शिकायत रही है। अधिकारी मौन रहे। उल्टे आवाज़ उठाने वाले के विरुद्ध कार्रवाई करते रहे। आज़ प्रभागीय वनाधिकारी के निर्देश पर वन क्षेत्राधिकारी लालगंज पीके सिंह व वन क्षेत्राधिकारी मिर्जापुर अजय सिंह, वन दरोगा मूलचंद तथा पंच बहादुर रविवार शाम तीन बजे सिद्ध नाथ दरी के बैरियर पर छापा मारा। वन दरोगा पंचबहादुर ने तहरीर में लिखा है कि वसूली करने वाले जंगल के रास्ते भाग निकले।
एक बैग मिला जिसमें 1660 रुपए नगद तथा 100 रुपए की रसीद बुक कार छपा था। रसीद बुक क्रमांक 802 से 900 तक का मिली रसीद पर आज्ञा से प्रभागीय वनाधिकारी मिर्जापुर छपा था। जो कानूनन गलत है। पंचबहादुर ने तहरीर में उल्लेख किया है कि बस का 40 रुपये की जगह 200 रुपए, ट्रैक्टर व मिनी बस का 30 की जगह 150 रुपए, कार व जीप का 25 रुपए की जगह 100 रुपए, मोटरसाइकिल 10 रुपए की जगह 20 रुपए की वसूली की जा रही है। रसीद पर प्रभागीय वनाधिकारी पद नाम का गलत दुरूपयोग किया गया है। ठेकेदार द्वारा बीस लोगों का संगठित गिरोह का गठन कर अवैध वसूली व लूटपाट किया जा रहा था।
जिलाधिकारी व वनक्षेत्राधिकारी के पत्र को पुलिस ने अनदेखी की
जिलाधिकारी मिर्जापुर ने 30 जुलाई 2019 को पत्रांक संख्या 926 के माध्यम से प्रभागीय वनाधिकारी मिर्जापुर को पत्र लिखकर जिले के सभी पर्यटक स्थलों पर वाहन पार्किंग शुल्क के नाम पर हो रही अवैध वसूली को रोक लगाने का निर्देश दिया था, पर कोई कार्रवाई नही हुयी। वन क्षेत्राधिकारी चुनार एसपी ओझा ने बीते 7 अगस्त 2019 को पत्रांक संख्या 57 तथा 21 अगस्त को पत्रांक संख्या 75 के माध्यम से चुनार पुलिस से सिद्ध नाथ दरी पर वाहन पार्किंग शुल्क के नाम पर हो रही अवैध वसूली को बन्द कराने की मांग की है। प्रतिलिपि उपजिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी चुनार को भी प्रेषित की पर पुलिस ने अनदेखी की।