0 जिलाधिकारी ने प्रेस-प्रतिनिधियों से किया वार्ता
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज
जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में प्रेस-प्रतिनिधियों से वार्ता कर जानकारी दी कि चुनार तहसील के विकास खण्ड जमालपुर अन्तर्गत ग्राम हिनौता के प्राथमिक विद्यालय शिउर में विगत 22 अगस्त 2019 को छात्र/छात्राओं को रोटी नमक खिलाने के मामले का वीडियो वायरल हुआ था जिसकी जानकारी होने पर उप जिलाधिकारी चुनार को निर्देशित किया गया कि किसी तहसीदार व नायाब तहसीलदार को भेजकर कर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत किया जाये। उप जिलाधिकारी चुनार द्वारा नायाब तहसीलदार को मौके पर भेजा गया और उन्होंने बताया कि 22 अगस्त को स्कूल के बच्चों को नमक रोटी खिलायी गयी है। जिसके बाद खण्ड शिक्षा अधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी को प्रकरण के जॉंच के लिये कहा गया, बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा तत्काल प्रभाव से लापरवाही मानते हुये प्रधानाध्यापक श्री मुरारी तथा एन0बी0आर0सी0 को निलम्बित कर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि नमक रोटी खिलाया जाना काफी गम्भीरता व मानवता के खिलाफ था इसलिये मामले के तह तक जाने के लिये मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व उप जिलाधिकारी चुनार को पूरे प्रकरण की विस्तृत जॉंच कर रिपोर्ट देने को कहा गया। जॉचोपरान्त उन्होंने ने भी बताया कि 22 अगस्त को वास्तव में बच्चों को रोटी नमक खिलाया गया था, यह रिपोर्ट आने पर मेरे द्वारा खण्ड शिक्षा अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी के विरूद्ध कार्यवाही के लिये शासन को आख्या भेजी गयी और शासन ने खण्ड शिक्षा अधिकारी को निलम्बित करते हुये बेसिक शिक्षा अधिकारी को यहॉं से स्थानान्तरित कर वरिष्ठ प्रवक्ता डायट प्रयागराज से सम्बद्ध कर दिया। घटना के दो-तीन दिन बाद लोगों के द्वारा यह फीड बैक प्राप्त हो रहा था कि यद्यपि 22 अगस्त को बच्चों को नमक रोटी खिलायी गयी थी लेकिन नमक रोटी खिलाने के मामले को सुनियोजि ढंग से प्रायोजित कर घटना को अंजाम दिया गया तथा उसका वीडियो बनाकर वायरल किया गया।
इस तथ्य की सच्चाई जानने के लिये पुनः मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी व उप जिलाधिकारी चुनार की एक समिति बनाकर जॉच करने को कहा गया और कहा गया कि यह नमक रोटी खिलाने की घटना प्रायोजित ढंग से जनपद प्रशासन और प्रदेश शासन को बदनाम करने के लिये यह करायी गयी है। जॉंच में पाया कि दोपहर 12 बजे तक प्राथमिक स्क्कूल में केवल रोटी बनायी गयी थी और उसके सहायक के रूप में दाल सब्जी नहीं बनायी गयी थी। सम्बन्घित ग्राम के ग्राम प्रधान अनुसूचित जाति के है और पढे लिखे न होने के कारण राज कुमार पाल नामक व्यक्ति को अपना काम देखने के लिये रख रखा है जो वहां एम0डी0एम0 के लिये काम करता है। उसी बीच एक आडियो मिला कि प्रधान प्रतिनिधि राजकुमार ने अहरौरा के एक दैनिक अखबार के पत्रकार पवन जायसवाल हैं उनको बुलाया और कहा कि यहॉं आ जाइयो एक वीडियों बनाना है, पत्रकार जायसवाल ने कहा कि खबर बता दीजिये मै उसे अपने अखबार में छाप दूंगा। परन्तु प्रधान प्रतिनिधि ने कहा कि नहीं हमें वीडियों बनाकर वायरल/चैनल चलाना है। उसके बाद पवन जायसवाल के पहुॅचने पर जहां केवल रोटी बनी थी रसोइयां से रोटी और उसके साथ नमक परोसवाया गया और बच्चों खिलाया गया।
जॉंच में अधिकारियों द्वारा यह भी बताया गया कि 12 बजे अध्यापक श्री मुरारी अपने साइकिल पर चावल और गेहूॅ लाद कर पहुॅचा उस समय तक वीडियों बनाने की काय्रवाही हो चुकी थी। अध्याक से जानकारी करने पर बताया गया कि अध्यापक श्री मुरारी के द्वारा पास के सब्जी की दुकान पर 300 रूपये सब्जी के लिय जमा किया गया है और अपने स्टाफ यथा रसाइया व अन्य स्टाफ से कि यदि किसी कारण से वे कभी लेट हो जाये तो दुकान से सब्जी आदि ले लें। सब्जी दुकान पर रखा हुयी थी लेकिन रसोइया सब्जी लेने नहीं गयी और बच्चों को नमक रोटी खिलायी गयी।
त्रिअधिकारियों द्वारा जॉंच रिपोर्ट में यह पाया गया कि सुनियोजित ढंग से वीडिया बनाया गया है, बेसिक शिक्षा अधिकारी को यह निर्देशित किया कि जॉंच रिपोर्ट से यह यह तथ्य सही पाया गया कि प्रकरण में सुनियोजित ढंग से कार्य किया गया है अतः जो रिपोर्ट में जो भी जिले और प्रदेश प्रशासन को बदनाम करने में शामिल हैं उनके विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्यवाही की जाये। मुख्यालय के खण्ड शिक्षा अधिकारी के द्वारा अहरौरा थाने में तहरीर दी गयी और अहरौरा थाना ने प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
इसमें मुख्य भूमिका राज कुमार पाल की थी जिन्होंने यह षणयंत्र रचा और इस षणयंत्र में पवन जायसवाल जो एक दैनिक अखबार के पत्रकार है वे भी इसमें जानबूझ कर या साजिशन शामिल हुये जो कि प्रधान के बुलावे पर आये। राजकुमार पाल के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज करायी गयी साथ ही जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार को बदनाम करने के साजिश में पवन जायसवाल भी शामिल हुये इसलिये उनके विरूद्ध भी साजिश में शामिल होने पर धारा-120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अब पुलिस विवेचना के आने के बाद उसके अनुसार कार्यवाही होगी। उन्होंने यह भी बताया कि रोटी नमक खिलाने की यह पहली घटना है इसके पूर्व बच्चों से वार्ता कर जानकारी ली गयी जिसमें बच्चों के द्वारा बताया गया कि 21 अगस्त को खिचडी तथा इसके पूर्व दाल रोटी, दूध, फल में केला व सेब दिया गया था। बताया कि एस0एम0सी0 गठित होती है उसके खाते में एम0डी0एम0 का पैसा सीधे भेजा जाता है और ग्राम प्रधान और प्रधानाध्यापक के द्वारा संयुक्त रूप से एम0डी0एम0 की व्यवस्था की जाती है।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि जिलाधिकारी के अध्यक्षता में एम0डी0एम0 टास्कफोर्स का गठन किया गया गया जिसमें एम0डी0एम0 की जॉंच के लिये जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी शामिल हैं उनके द्वारा लगतार किसी न किसी स्कूल में एम0डी0एम0 की जॉंच की जा रही है। इसके अतिरिक्त विगत एक वर्ष प्रशासन-पोषण-पाठन अभ्यिन चलाया गया जिसके तहत हमारे जिला स्तरीय अधिकारियों के द्वारा जिसमें स्वयं जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी भी शामिल है कुल 103 अधिकारियों द्वारा दो-दो स्कूल कुल 206 स्कूलों को गोद लिया गया है । अपने से सम्बन्धित स्कूल में प्रत्येक बुद्धवार व शनिवार को अधिकारी जाते हैं पोषण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त करने के बाद प्रत्येक अधिकारी उस गांव के स्कूल में कम से एक से दो घंटे तक बच्चों को पढाने का कार्य करते है, इसके बाद एम0डी0एम0, स्कूल में सफाई, शौचालय सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली जाती है। अभी तक कहीं एम0डी0एम0 में गडबडी होने की शिकायत प्राप्त नही हुयी थी सभी स्कूलों पर मानक व मीनू के अनुसार खाना बनते पाया गया है और सभी स्कूलों के पास एम0डी0एम0 बनाने हेतु पर्याप्त धनराशि उपलब्ध है।