खेत-खलियान और किसान

मेडिया और जमालपुर में शीघ्र होगी मंडी समिति की स्थापना: अनुराग सिंह

0 विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला एवं रबी गोष्ठी संपन्न
विमलेश अग्रहरि/राजकुमार पटेल, मिर्जापुर। 
विकास खण्ड स्तरीय कृषि निवेश मेला एवं रबी गोष्ठी का आयोजन शिवशंकरी धाम दीक्षितपुर में किया गया ।  उद्घाटन चुनार विधायक अनुराग सिंह तथा मंडल के उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर व  माँ विंध्यवासिनी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया।
 विधायक ने उपस्थित प्रगतिशील कृषकों को सरकार द्वारा कृषकों की आय 2022 तक दूनी करने के संकल्प के दृष्टिगत उठाये गए विभिन्न कदमों की जानकारी देते हुए बताया कि कृषकों को अपनी उत्पाद अच्छे दाम पर विक्री हेतु ग्राम मेड़िया तथा जमालपुर में मंडी समिति की स्थापना जल्द ही कर दिया जाएगा और कृषकों की यातायात हेतु गंगा नदी पर पक्के पुल का भी निर्माण कर दिया गया है।
उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय ने बर्तमान में रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव के प्रति सचेत करते हुए शून्य लागत, प्राकृतिक खेती की विधा पर प्रकाश डालते हुए बताया कि घर मे उपलब्ध तथा आस पास के परिवेश मे व्याप्त संसाधनों से निःशुल्क बीजामृत,जीवामृत और घन जीवामृत खाद तैयार कर तथा फसल सुरक्षा हेतु नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र और आग्नेयास्त्र जैसे जैविक कीट नाशक दवा तैयार कर सुरक्षित एवं पौष्टिक लाभकारी उत्पादन हेतु खेती करने का सुझाव दिया और बताया कि यदि किसान भाई मात्र एक उन्नत नस्ल की देशी गाय का पालन करें तो उसके दूध,दही,घी,गोबर और गोमूत्र से लगभग 30 एकड़ तक क्षेत्रफल में जैविक खेती की जा सकती है।किसान भाई इस तकनीक से यदि खेती करें तो वर्तमान में प्रचलित रासायनिक खेती से प्राप्त उत्पादन से डेढ़ से दो गुनी तक अधिक उत्पादन बिना मृदा उर्वरता को क्षति पहुंचाए व बिना पर्यावरण को प्रदूषित किये, ले सकते हैं।यहीं कारण है कि यह खेती की पद्धति उत्तर प्रदेश के साथ साथ अन्य प्रदेशों व विदेशों में भी व्यापक रूप से जागरूक कृषक अपनाने लगे हैं।जैविक खेती के अग्रणी कृषक योगेंद्र कुमार सिंह ने भी जैविक खेती के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी। प्रभारी राजकीय कृषि बीज भंडार बरेवा के गौतम सिंह कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं एवम विभिन्न देय अनुदान पर विस्तार से चर्चा की।अजीत कुमार दुबे फसल बीमा कंपनी के प्रतिनिधि ने भी किसानों को रबी में फसल बीमा शुल्क व क्लेम करने की विधि पर भी जानकारी दी।उप कृषि निदेशक ने पराली न जलाने का सुझाव देते हुए पराली जलाने से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए बताया कि पराली जलाने पर शासन द्वारा प्रतिबंध लगा दिया गया है ।यदि कोई कृषक पराली जलाता है तो उसके विरुद्ध अर्थदण्ड के साथ साथ नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही भी हो रही है।इफको के प्रतिनिधि जी. पी. तिवारी ने इफको द्वारा उत्पादित जैविक खेती हेतु विभिन्न जैव उत्पादों का प्रदर्शन करते हुए उनके प्रयोग पर बल दिया। मौके परएडीओ कृषि कृष्ण कुमार सिंह, रमेश चंद मौर्य (बीटीएम), राजीव कुमार, रमा शंकर पटेल, कमलेश, जय सिंह, आशिष सिंह , रणजीत, राज बहादुर, तारा सिंह, अनिल सिंह और राम बहाल सिंह आदि कृषक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन फणीन्द्र श्रीवास्तव ने किया।
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