विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
स्थानीय रोडवेज परिसर में शुक्रवार को सुबह चालकों परिचालकों हेतु कार्यशाला का आयोजन कर सड़क दुर्घटना कारण एवं निवारण विषय पर लोगों को संबोधित किया गया। इस दौरान एआरटीओ प्रशासन रविकांत शुक्ला ने सड़क दुर्घटनाओं के कारण एवं निवारण विषय पर बोलते हुए कहाकि सड़क दुर्घटनाओं का मुख्य कारण लापरवाही पूर्ण यातायात होता है। हम खुद से ज्यादा दूसरे लोगों से आगे पीछे, अगल-बगल, दाएं बाएं से आने जाने वाले वाहनों पर विशेष नजर रखते हुए यदि ड्राइविंग करें, तो निश्चित रूप से सड़क दुर्घटना होने से बचा जा सकता है। उन्होंने कहाकि सड़क दुर्घटना के वक्त अधिकांश लोग हेलमेट विहिन और बिना सीट बेल्ट विहीन होते हैं और वही उनकी मौत का कारण बनता है। ऐसे में उन्होंने सभी से अपील किया कि यदि वे दो पहिया वाहन चला रहे हैं, तो हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें और यदि चार पहिया वाहन चला रहे हैं, तो सीट बेल्ट अवश्य लगाएं। बड़े वाहनों को चलाते समय चालक परिचालक यातायात नियमों का सही-सही पालन करें तो निश्चित रूप से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। जागरूकता ही जिंदगी का अमानत है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को सड़क पर चलते समय सड़क सुरक्षा का ध्यान देते हुए यातायात नियमों का सही-सही पूर्ण करना नितांत आवश्यक है।
सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक रोडवेज हरिशंकर पांडे ने रोडवेज के समस्त चालकों परिचालकों से अपील किया कि वे जब भी बसों का संचालन करते हैं तो 55 लोगों की जिंदगी उनके हाथ में होती है। इसलिए वह निश्चित रूप से यातायात नियमों का पालन करते हुए बसों को लाने वाले जाने का काम करें। एआरटीओ प्रशासन रवि कांत शुक्ला ने बताया कि कार्यशाला के दौरान 103 कमर्शियल वाहनों के चालकों का ब्लड प्रेशर चेक किया गया साथ ही 63 चालकों ने अपने नेत्रों का परीक्षण कराया।
इस अवसर पर प्राविधिक निरीक्षक पुष्पेंद्र कुमार, ओपी सिंह के अलावा यात्री कर अधिकारी रामसागर एवं प्रमोद कुमार सहित रोडवेज एंप्लाइज यूनियन के पदाधिकारी जय प्रकाश दुबे के अलावा विभिन्न बस और ऑटो आदि के चालक परिचालक मौजूद रहे।