डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
क्षय विभाग की टीम द्वारा एसके महिला महाविद्यालय तिलठी में टीबी रोग संबंधित जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम अंतर्गत विभाग के डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर सतीश शंकर यादव द्वारा उपस्थित जनो के बीच बताया गयाकि टीबी एक भयानक जानलेवा बीमारी है, यह बीमारी विशेष रूप से हवा के माध्यम से बोलने, छींकने, खांसने व थूकने की स्थिति में दूसरे को संक्रमित कर देने की संभावना प्रबल कर देती है, इसलिए उपरोक्त स्थिति में क्षय रोगी को हमेशा अपने मुंह को रुमाल या गमछा से ढक लेना चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित छात्राओं एवं विद्यालय स्टाफ को बताया गया कि यदि किसी भी व्यक्ति को दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रहा हो या खांसी के साथ बलगम या खून आना, रात को अक्सर बुखार आना, सीने में दर्द बना होना, भूख न लगना, वजन का घटना जैसे लक्षणों से प्रभावित किसी को आप पाते हैं तो उस व्यक्ति को नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर, निःशुल्क प्रदान किए जाने वाले जांच व इलाज की सुविधा, के साथ साथ पाए गए रोगी को सरकार द्वारा पोषण योजना के तहत रुपया 500 पूरे इलाज अवधि तक, खाते में दिए जाने वाली सुविधाओं का लाभ प्राप्त कराने में आप सहयोगी बनने का प्रयास करें।
सतीश यादव द्वारा उपस्थित लोगो से अनुरोध किया गया कि यदि आप सभी अपने अपने घर के पांच नजदीक के घरों के लोगों को भी जागरूक करने का बीड़ा उठा लेते हैं तो वह दिन दूर नहीं होगा कि हम सभी माननीय प्रधानमंत्री के दो हजार पच्चीस तक के टीबी मुक्त भारत बनाने के सपने को साकार न कर सके। अंत में उन्होंने कहा कि हम सभी को टीबी से ग्रसित किसी भी व्यक्ति की कभी भी उपेक्षा नहीं करनी चाहिए, बल्कि उनके साथ अपनापन का संबंध कायम करते हुए उनके स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान में सहयोगी बनते हुए उनके खानपान, दवा इलाज को ससमय पूरा कराने में सहयोग प्रदान करके एक सच्चे भारतीय नागरिक होने का हमें परिचय देना चाहिए।
आयोजित कार्यक्रम में चिल्ह क्षेत्र के एसटीएस राजनाथ एवं विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य के पी द्विवेदी, प्रबंधक राज बली यादव व मिथिलेश विश्वकर्मा, डाक्टर चंद्रशेखर के अलावा धीरेन्द्र कुमार सोनकर (एडवोकेट) आदि उपस्थित रहे।