0 मृतको व घायलों को 3 करोड 71 लाख 52 हजार 113 रूपया प्रतिकर एवार्ड न्यायालय द्वारा पारित
मिर्जापुर।
सर्वोच्च न्यायालय एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत कार्यक्रम का शुभारम्भ जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनमोल पाल ने सभी न्यायिक अधिकारीगण संयुक्त रूप से माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यापर्ण व दीप कर शुभारम्भ किये।
जनपद न्यायाधीश श्री अनमोल पाल ने सभी न्यायिक अधिकारीगण एवं समस्त देको के के साथ किए और राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने के लिए ज्यादा से ज्यादा मुकदमों की निस्तारण करने एवं वादकारियों को व्यापक सलियत प्रदान करने का निर्देश दिए।
निस्तारित मुकदमों का विवरण जनपद न्यायाधीश श्री अनमोन पाल ने कुल 3 आर्बट्रेशन बाद एवं 08 मिलिनियस मामलों का निस्तारण किए और 370213 अवार्ड पारित किए। प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय दिवाकर प्रसाद चतुर्वेदी ने न्यायालय में लम्बित 40 पारिवारिक मामलों में सुलह-समझौत कराते हुए पति-पत्नी को साथ-साथ रहने के लिए राजीखुशी पर भेजे।
पीठासीन अधिकारी मोटर अधिकरण राम प्यारे ने 65 मोटर दुर्घटना प्रतिकर मामलों का निस्तारण किए और उसे 71 लाख 51 हजार 113 रुपये प्रतिकार के रूप में मृतको एवं घायलों के परिजनों को दिलाये गये। अपर जनपद न्यायाधीश- प्रथम श्रीमती रचना अरोरा ने 3 आट्रेशन बादों का निस्तारण की और लाख 48 हजार 448 रुपया ऐवार्ड की। विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट श्री बलजोर सिंह ने 2 मिलिनियस वादों का निस्तारण किए और 1000
रुपया जुमाना वसूल किए। तृतीय अपर जनपद न्यायाधीश रजत सिन्हा ने 2 मिसलिनियस वादों का निस्तारण किए और 88376 रुपमा जुमानी वसूल किए। विशेष न्यायाधीश ई.सी. एक्ट श्री जितेन्द्र मिश्रा ने 63 मिसलिनियस विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण किए और एक लाख 64 हजार 702 रूपया जुर्माना वसूल किए।
विशेष न्यायाधीश पॉक्सो सन्तोष कुमार तिवारी ने 04 मिसलिनियस मुकदमों का निस्तारण किए और 4500रूपया जुर्माना वसूल किए। प्रथम अपर जिला जज चन्द्रशेखर मिश्रा ने आट्रिशन के 02 मुकदमों का निस्तारण किए और 79 हजार 30 रूपया जुर्माना वसूल किए। अपर जिला जज / अति पॉक्सों तालेवर सिंह ने 01 आर्बट्रेशन मुकदमे का निस्तारण किए। अपर जिला जज कोर्ट-2 श्री बायु नन्दन मिश्रा ने 05 मुकदमों का निस्तारण किए और 2500/- जुर्माना वसूल किए।
अपर जिला जज एफटीसी / सचिव डीएलएसए लाल बाबू यादव ने 3017 बैंक ऋण प्री-लिटिगेशन मामलो का निस्तारण सुलह समझौते के आधार पर कराये और 5.16 करोड़ पर बकायेदारों से समझौता कराकर सूती कराये। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री रत्नम श्रीवास्तव ने कुल 2014 मुकदमों का निस्तारण और 16 लाख 45 हजार /-जुर्माना वसूल किए।
सिविल जज (सी.सि) श्रीमती दोती यादव ने कुल 05 सिविल वादों का निस्तारण की और 7 लाख 26 हजार 524 रुपये का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र प्रदान की। प्रथम अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री आनन्द कुमार उपाध्याय ने 703 मुकदमों का निस्तारण किये और लाख 29 हजार 905/- जुर्माना वसूल किए।
सिविल जज (जूडि०) चुनार भी अंकुर चित्रान्शी ने 08 दीवानी याद को निस्तारित किए और सक्सेशन प्रमाण पत्र जारी किये।
सिविल जज (जूस) सुश्री ललिता यादव ने 10 दीवानी वाद को निस्तारित की और 10 लाख 99 हजार 013 रूपये का सक्सेशन प्रमाण पत्र जारी की। न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती अंजूम शैफी ने 70 मुकदमों का निस्तारण की और 5 हजार 960 रूपय जुमान वसूल की। अपर सिविल जज (जू. डि.) श्रीमती गीतिका सिंह ने 348 मुकदमों का निस्तारण की और 12510 रुपया जुर्माना वसूल की सुश्री प्रिया सिंह ने 153 मुकदमों का निस्तारण की और 2250/- जुर्माना वसूल की। सुश्री आस्था मिश्रा ने 119 मुकदमों का निस्तारण की और 4650/- जुर्माना वसूल की ग्राम न्यायालय सुश्री पूनम कुमारी चौहान ने 80 मुकदमों का निस्तारण की और 6420/- रूपये जुर्माना वसूल की।
ई-चालान के 993 मुकदमों का निस्तारण हुए और 10लाख 29 हजार 800 /- रूपया ऑनलाईन जुर्माना वसूल हुए। नगर मजिस्ट्रेट एवं उपजिलाधिकारियों व तहसीलदार / नायब तहसीलदारों के न्यायालयी द्वारा राजस्व बाद कुल 10235 मुकदमों को निस्तारण, जिलापूर्ति विभाग से 3580 मामलों का निस्तारण, नगरपालिका परिषद से कुल 1774 मामलों का निस्तारण, विद्युत बिल के 124 मामलों का निस्तारण हुआ 47 लाख धनराशि वसूल हुई तथा बीएसएनएल से टेलीफोन बिल के कुल 10 मामलो का निस्तारण किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत, तथा प्री-लिटिगेशन लोक अदालत दीवानी न्यायालय परिसर में भारतीय स्टेट बैंक, इण्डियन बैंक, आर्यब्रत बैंक, बैंक आफ बड़ौदा, केनरा बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक आफ इण्डिया, यूको बैंक द्वारा पण्डाल लगाकर मामलों का निस्तारण किए। राष्ट्रीय लोक अदालत में अपर जिला जज चन्द्रगुप्त यादव, दीपक श्रीवास्तव, वरिष्ठ अधिवक्ता बद्री विशाल, रंजीत कुमार डाटा आपरेटर एवं समस्त न्यायिक कर्मचारी उपस्थित होकर सहयोग प्रदान किए।