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जनप्रतिनिधियों द्वारा विभागो को भेजे गए पत्रो का प्राथमिकता पर निस्तारण करते हुए पत्र के माध्यम से कराए अवगत: सभापति

विधान परिषद उ0प्र0 की ससंदीय अध्ययन समिति द्वारा जनपद मीरजापुर व भदोही के अधिकारियों  के साथ बैठक कर की गयी समीक्षा

प्रदेश के जनता के तहत में कार्य कर रही है वर्तमान सरकार, अधिकारी जनप्रतिनिधि के  साथ सम्न्वय स्थापित करते हुए करे जनहित में कार्य -सुरेन्द्र चौधरी

मीरजापुर। 

विधान परिषद उत्तर प्रदेश की ससंदीय अध्ययन समिति आज जनपद मीरजापुर में पहुंचकर कलेक्ट्रेट सभागार में समिति के सभापति सुरेन्द्र चैधरी की अध्यक्षता में जनपद मीरजापुर व जनपद भदोही के अधिकारियों के साथ बैठक कर जनप्रतिनिधियों के द्वारा विभिन्न विभागो में किसी भी कार्य हेतु भेजे गए पत्र के निस्तारण एवं उसकी आख्या सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को उपलब्ध कराए जान के सम्बन्ध में विस्तृत समीक्षा की। बैठक में सभापति सुरेन्द्र चैधरी के अलावा समिति के सदस्यसदस्य विधान परिषद उमेश द्विवेदी, किरण पाल कश्यप सदस्य विधान परिषद, आशुतोष सिन्हा सदस्य विधान परिषद, हंसराज विश्वकर्मा सदस्य विधान परिषद, धमेन्द्र सिंह सदस्य विधान परिषद के अलावा निजी सहायक सुरेन्द्र पाण्डेय, विनोद कुमार यादव समिति अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में पहुंचने पर जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने सभापति सहित सभी सदस्यगण को देवी चित्र व अंगवस्त्रम भेंटकर कर स्वागत व अभिनन्दन किया।

बैठक में जिलाधिकारी भदोही विशाल सिंह, पुलिस अधीक्षक मीरजापुर अभिनन्दन, एवं पुलिस अधीक्षक भदोही मीनाक्षी कात्यान, मुख्य विकास अधिकारी मीरजापुर विशाल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी भदोही शिवाकान्त द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 शिव प्रताप शुक्ल सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें। बैठक में प्रत्येक विभागवार जनप्रतिनिधियों के भेजे गए पत्र पर अधिकारियों द्वारा की गयी कार्रवाई पर गहन समीक्षा की गयी।

सभापति सुरेन्द्र चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि समिति एवं उनके सदस्यो का कार्य सरकार के गठन से अब तक जनप्रतिनिधियों के द्वारा भेजे गए पत्र पर क्या कार्यवाही की गयी तथा उस कार्यवाही से उन्हें अवगत कराया अथवा नही। बैठक मे ग्राम्य विकास विभाग मीरजापुर को प्राप्त 50 प्रकरणो के बारे में बताया गया कि सभी प्रकरणो की जांच कर निस्तारण करा दिया गया हैं, जिस पर सभापति महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि निस्तारण आख्या से सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को पत्र भेजकर भी उन्हें कृृत कार्यवाही से अवगत कराया जाए।

उन्होंने यह भी कहा कि जो भी प्रकरण जनप्रतिनिधि द्वारा कार्यालय में भेजे जाए उनका अधिकतम 45 दिवस के अन्दर उन्हें कृत कार्यवाही से प्रत्येक दशा में अवगत करा दिया जाए। बैठक में नगर पालिका परिषद मीरजापुर, अहरौरा, चुनार एवं नगर पंचायत कछंवा की भी समीक्षा की गयी। सभापति ने कहा कि जिलाधिकारी स्वयं सभी विभागो की समय-समय पर बैठक कर प्राप्त पत्रो मे कार्यवाही की समीक्षा का निस्तारण सुनिश्चित कराएं। ग्रामीण अभियत्रंण विभाग, पशुपालन, नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) तथा जल निगम, एवं पंचायतीराज हैण्डपम्पो की रिबोर/अधिष्ठापन के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा संतोषजनक उत्तर न दिए जाने पर उनसे स्पष्टीकरण की मांग करते हुए लखनऊ में आयोजित समिति की बैठक के निर्धारित तिथि पर पूरी आख्या के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया। बैठक में पशुपालन, राजस्व विभाग, पंचायती राज, यू0पी0 नेडा, समाज कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण, महिला कल्याण, बाल विकास पुष्टाहार, आबकारी, पर्यटन एवं संस्कृति, विद्युत, सिंचाई, लघु सिंचाई, लोक निर्माण विभाग जिला सूचना कार्यालय, पुलिस विभाग सहित सभी विभागो की बिन्दुवार समीक्षा की गयी।

सभापति द्वारा राजस्व व ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संतोषजनक उत्तर मिलने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आगे से पत्राचार सभी जनप्रतिनिधि को अवगत भी कराया जाए।
तत्पश्चात जनपद भदोही की बैठक के दौरान प्राप्त बुकलेट में किसी विभाग के द्वारा सही आख्या उपलब्ध न कराए जाने पर जिलाधिकारी भदोही को समिति के सभापति के द्वारा निर्देशित किया गया कि ये समस्त विभागो की समीक्षा कर सही व स्पष्ट बुकलेट तैयार कर विभागवार लखनऊ में समिति के समक्ष उपस्थित होने हेतु निर्देशित करें। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में सभी विभागों विशेषकर मुख्य विकास अधिकारी भदोही को निर्देशित किया जाता है कि वे बुकलेट तैयार करते समय स्वयं भी समीक्षा करे ताकि समिति के समक्ष सही आख्या प्राप्त हो सकें।
बैठक को सम्बोधित करते हुए सभापति ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार निश्चित रूप से जनहित में कार्य रही है जनता के दरवाजे तक विकास कैसे पहुंच सकें प्रत्येक जनप्रतिनिधि से जनता को उम्मीद होती है उस दिशा में जनप्रतिनिधि भी कार्य कर रहा है जनप्रतिनिधि व अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित करते हुए जनता के हित के लिए पूरी पारदर्शिताव अच्छे ढंग से कार्य करे यही हम सभी का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि कार्यालयों में एक रजिस्टर बनाकर उसमें किस जनप्रतिनिधि का कब पत्र मिला तथा उसपर कब क्या कार्यवाही की गयी सम्बन्धित जनप्रतिनिधि को अवगत कराने के लिए पत्र केे माध्यम से कब भेजा गया सभी विवरण दर्ज किया जाए।
समिति के सदस्य उमेश द्विवेदी ने सभी अधिकारियों से कहा कि सभी अधिकारी जनप्रतिनिधियों के पत्रों का समय पर उत्तर दे तथा यदि कोई जनप्रतिनिधि उनके पास फोन करता है तो उनका फोन रिसीव किया जाए तथा उनकी बातो को सुनते हुए अच्छे से संतुष्पिरक जवाब दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि द्वारा बताया गया कार्य यदि नियमानुसार सही है तो उसे निर्धारित समय सीमा के अन्दर निस्तारित कर अथवा यदि कार्य किन्ही कारण से होने लायक नही है तो उसे कारण सहित अवगत कराया जाए। सदस्य किरण पाल ने जल निगम के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जो कार्य किए जा रहे है समय से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए तथा जो सड़के पाइप डालने व अन्य कार्यो के लिए खोदी गई है उन्हें ससमय गुणवत्तापूर्ण मरम्मत करा दिया जाए ताकि जनता को राहत मिल सकें।

सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कहा कि जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सभी अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों थाना सहित को यह सुनिश्चित कराए कि कम से कम उस जनपद के जनप्रतिनिधि का नाम सहित फोन नम्बर उनके मोबाइल फीड हो और वे फोन को रिसीव करे। बैठक मे सदस्य हंसराज व धमेन्द्र सिंह ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के पत्रो का अनुपालन के पश्चात उन्हे पत्र के माध्यम से अवश्य अवगत कराया जाए ताकि वे सम्बन्धित व्यक्ति को जिसके लिए पैरवी की गयी है उसे जवाब दे सकें। बैठक में जनपद मीरजापुर व भदोही के अधिकारियों में परियोजना निदेशक डी0आर0ए0, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी मीरजापुर बब्बन मौया, भदोही शशिकान्त, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनिल वर्मा, सभी कार्यदायी संस्थाओं के अधिकरी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

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