0 थानों पर समाधान दिवस: 105 प्रार्थना पत्र मे से महज 7 का हुआ निस्तारण
0 ज्यादातर थानो पर एक भी प्रार्थना पत्र का निस्तारण नही
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
शनिवार को शासन के निर्देशानुसार जनता की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित निस्तारण हेतु जनपद के समस्त थानों में थाना समाधान दिवस का आयोजन किया गया। थाना समाधान दिवस के अवसर पर जनपद के समस्त थानों पर कुल-105 प्रार्थना प्राप्त हुए, लेकिन उनमे से महज 7 मामलों का निस्तारण कराया जा सका। यह हाल तब है जबकि राजस्व से सम्बन्धित अधिकारी कर्मचारी और पुलिस सभी मामलों के निस्तारण हेतु वहा मौजूद होते है। हालाकि जिन मामलो का त्वरित निस्तारण नही होता वहा राजस्व विभाग व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम को रवाना किया गया। लेकिन सवाल यह उठता है कि पिछले थाना समाधान दिवस मे जिन मामलो पर संयुक्त टीम को रवाना किया गया था, उनमे से कितने निस्तारण हुए, इसका कोई रिकार्ड नही दिया जाता। ऐसे मे यह कहने कोई अतिशयोक्ति नही होगी कि थाना समाधान दिवस पिडितो के लिए महज छलावा साबित हो रहा है।
शनिवार को आयोजित थाना समाधान दिवस में प्राप्त प्रार्थना पत्रों के थानावार विवरण पर गौर करेंगे तो थाना कोतवाली कटरा में तीन, थाना विन्ध्यांचल में चार प्रार्थना पत्र के सापेक्ष 01 निस्तारित हुआ। थाना कोतवाली देहात में 07 प्राप्त हुए जबकि केवल 01 निस्तारित हुआ। थाना चील्ह में कुल 05 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए निस्तारण एक का भी नही हो सका, थाना कछवां में कुल 13 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए और निस्तारण एक का भी नही हो सका, थाना पड़री में 04 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए जिनमे 02 निस्तारित हुये। थाना लालगंज में 12 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए किन्तु निस्तारण एक का भी नही हुआ, थाना जिगना में 17 प्रार्थना पत्र प्राप्त और निस्तारण एक का भी नही हुआ, थाना जमालपुर में 02 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ और निस्तारण एक का भी नही हुआ। थाना मड़िहान में 09 प्राप्त हुआ और निस्तारण एक का भी नही हुआ। थाना अहरौरा में 08 प्राप्त हुआ और निस्तारण एक का भी नही हुआ। थाना चुनार में 09 प्राप्त हुआ और निस्तारण एक का भी नही हुआ। थाना अदलहाट में 04 प्राप्त हुआ और निस्तारण एक का भी नही हुआ।
थाना हलिया में 08 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ जिसके सापेक्ष 03 निस्तारित हुए तथा शेष प्रार्थना पत्रों के निस्तारण हेतु पुलिस एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीमों को रवाना किया गया।
अब सवाल यह उठता है कि राजस्व और पुलिस विभाग की पूरी टीम थाना समाधान दिवस मे मौजूद रहती है इसके बावजूद ज्यादातर थाना प्रभारी निस्तारण शून्य रहता है। यहा तक तो ठीक है कि निस्तारण के लिए टीम को रवाना किया गया। लेकिन क्या कभी पिछले प्रार्थना पत्रो के निस्तारण की समीक्षा कर इस बात का खुलासा किया जाता है कि पूर्व के थाना दिवसो मे जिन मामलो मे टीम रवाना की गयी थी, उनमे से कितने निस्तारण हुए। प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन समेत राजस्व विभाग को इस बात पर विशेष गौर करने की आवश्यकता है, अन्यथा थाना दिवस केवल प्रार्थना पत्र प्राप्त कर टीम रवानगी तक सिमट कर रह जाती रही है। हालांकि इस संबंध मे पुलिस अधीक्षक से वार्ता करने का प्रयास किया गया तो बिना कुछ सुने कहा गया बाद मे बात करिये। क्या पुलिस अधीक्षक अथवा उनके पीआरओ इतने व्यस्त है कि सीएजी नंबर से बात करना भी मुनासिब नही समझते।