प्राकृतिक खेती से होगा धरती माँ के स्वास्थ में सुधार: धुन्नी सिंह
0 राज्य कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री रणवेन्द्र प्रताप ने मां विंध्यवासिनी के चरणों में मत्था टेका
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्जापुर।
शुक्रवार को सुबह साढे आठ बजे उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य कृषि, कृषि शिक्षा एवं कृषि अनुसंधान मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ धुन्नी सिंह ने मां विंध्यवासिनी के चरणों में मत्था टेका और विधि विधान से दर्शन पूजन किया। मां विंध्यवासिनी के दर्शन पूजन के पश्चात विन्ध्याचल स्थित एक होटल में पत्रकारों से बात करते हुए कहाकि इस देश में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जो साल में कई बार किसानों के हित के लिए कार्य की है। यह सरकार किसानों की है, और कृषि के क्षेत्र में बहुत ही आवश्यक कदम उठा रही हैं। आगे भी आवश्यकता अनुसार कृषि के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम उठाए जाएंगे। मंत्री ने कहा कि फर्टिलाइजर के प्रयोग से धरती मां का स्वास्थ्य खराब हो रहा है, मिट्टी खराब हो रही है। इस को ध्यान में रखते हुए पहली बार उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा स्वायल हेल्थ कार्ड का प्रयोग करीब 1 करोड़ 70 लाख किया गया है, जिसके प्रयोग से सही खाद की मात्रा एवं उपयोगी खाद का प्रयोग किसानों तक पहुंचाया जा सके। फर्टिलाइजर के प्रयोग से होने वाले अनाज से तमाम रोंगो की उत्पत्ति हो रही है, जिससे लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। इसलिए प्राकृतिक और जैविक खेती पर बल देने के लिए प्रदेश सरकार ने तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई है । हाल ही में प्रधानमंत्री जी ने किसान मेला में ऑर्गेनिक, प्राकृतिक, जैविक खेती पर बल देने की बात भी कही है। मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश की कृषि विभाग द्वारा किसानों के सहयोग के लिए 1000 क्लस्टर की मांग की गई थी जिसमें से 750 क्लस्टर उत्तर प्रदेश कृषि विभाग को दिया गया है। जिसके तहत 1 क्लस्टर में 50 से 70 किसान आते हैं और 15 लाख तक अनुदान दिया जाता है। इसी के साथ बजट में खेती और किसानों को ध्यान में रखते हुए बल दिया गया है गंगा के किनारे खेती पर भी क्लस्टर दिए जाएंगे। प्रदेश के संपूर्ण जिले में कृषि विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है बड़े जिलों में दो और छोटे जिलों में एक केंद्र रहेंगे।
कृषि संगोष्ठी में पहुचे कृषि राज्यमंत्री, सुनी किसानो की समस्या
विन्ध्य न्यूज ब्यूरो, मिर्ज़ापुर।
विकास खण्ड पहाड़ी के डगमगपुर स्थित सुरभि सोध संस्थान डगमगपुर में आज लगभग 1 बजे दोपहर से जनपद स्तरीय जैविक कृषि गोष्ठी में जनपद के लगभग सैकड़ो किसान मौजूद रहे। जिसमे मुख्य अतिथि कृषि राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ धन्नी सिंह रहे। जिन्होंने गोष्ठी में कहा की किसानों को जैविक खेती , गोमूत्र से फसल की सुरक्षा, ऋण माफी, स्पिकलर सेट, लघु सीमान्त किसनो को 90 प्रतिसत अनुदान व बड़े किसानों को 80 प्रतिसत अनुदान आदि बिंदुओ पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि रासायनिक खेती करने से फसल व जमीन दोनो भी भारी क्षति होती हैऔर जैविक खेती करने से फसलों के पैदावार अच्छे होते है और कृषि उपयोगी जमीन भी जादे मात्रा में पैदावार देती है।किसानो की सबसे बड़ी समश्या सिचाई और इसके अभाव में किसान समयानुसार खेती नही कर पाते है। इस मौके पर अधिकारियों में संयुक्त कृषि निर्देशक डॉ आर के यादव, जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिसन के जनपद सलाहकार सुधीर कुमार श्रीवास्त्व, भूमि संरक्षण अधिकारी जीत लाल गुप्ता, डॉ महेंद्र प्रताप सिंह, फैजाबाद विश्वविद्यालय के वैग्यानिक नरेंद्र देव, सहायक विकास अधिकारी कृषि पहाड़ी मौनिराम सिंह, इद्रजीत सिंह,भोलानाथ त्रिपाठी, पीटीएम रामसमुझ गौतम, मनीष कुमार अजय राम के अलावा किसानों में सदानंद सिंह, जीतनारायण, बंसराज, राजेस्वर सिंह, सभापति, सियाराम सिंह, रामबली दुबे समेत जनपद के अन्य किसान मौजूद रहे।