0 पटेहरा पीएचसी से डॉक्टर नदारत तीमारदारों ने जमकर काटा बवाल
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर (मडिहान)।
स्थानीय चौकी क्षेत्र के बनकी मोड़ पर अनियंत्रित बाइक पेड़ से टकराई पति की मौत हो गयी जबकि पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गयी। घायल महिला को लेकर पटेहरा पीएचसी पहुचे परिजनो ने डॉक्टर नदारत होने की वजह से तीमारदारों ने जमकर बवाल काटा।स
प्राप्त जानकारी के अनुसार रमेश 24 वर्ष पुत्र लल्लु कोल व पत्नी राधा देवी निवासी सहरसा थाना लालगंज दीपनगर से कुछ सामान लेकर अपने घर सहरसा जा ही रहे थे कि बनकी मोड़ पर बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई जिससे रमेश की मौके पर ही मौत हो गयी और पत्नी राधा की भी हालत गंभीर बनी हुई है मौके पर पहुंचे पटेहरा चौकी प्रभारी उमाशंकर गिरी और संतनगर चैकी स्टाप ने मिलकर दोनों को पटेहरा पीएचसी लाये जहां कोई डॉक्टर ना होने से परिजनों ने जमकर हंगामा किया । वही उमाशंकर गिरी भी डॉक्टर के ना होने पर नाराजगी जताई उन्हीने कहा कि पुलिस क्या कर सकती है हमलोग दिनरात मेहनत करते हैं कि किसी की जान ना जाये पर जब डॉक्टर ही नही मिलते तो हम लोग भी मजबूर हो जाते हैं। रमेश की शादी 4 वर्ष पूर्व में हुई थी और उसका आर्यन 2 वर्ष का एक लड़का भी है । वही आज रमेश के छोटे भाई राजेश कोल की शादी भी है जो की बारात सरहसा से मलुआं कप्तान कोल के घर जानी थी पर खुशी मातम में बदल गयी । पीएचसी पर डॉक्टर ना होने पर *सीएमओ का कहना है कि हम देखते हैं पर जब उनको अवगत कराया गया कि यह आये दिन का मामला है तो उन्होंने कहा कि अब क्या करें वहाँ पर अनेको परेशानियां हैं जिस कारण डॉक्टर वहाँ नही रुकते जैसे पानी न मिलना और रहने के लिए आवास नही है जिस आवास में डॉक्टर रहते थे बीडीओ अमीर राम द्वारा खाली करा दिया गया था। इस मामले में जब बीडीओ अमीर राम से बात की गई तो उन्होंने ने बताया कि कोई कमर नही खाली कराया गया है। आज भी उस आवास की चाभी प्रभारी डॉक्टर एस पी गुप्ता के पास ही है और जहां तक बात है परेशानियों की तो यह उनका बरगलाना हो गया क्या हम यहाँ पर नही रुक रहे हैं क्या हमें कोई परेशानी नही है और उनके जो बाकी स्टाप हैं क्या वह इंसान नही है। परिजनों का आरोप है की अगर डॉक्टर यहां रहते तो शायद हमारे बेटे की जान बच सकती थी पर जब रक्षक ही बने भक्षक तो बाकी लोग क्या कर सकते हैं और पुलिस भी क्या कर सकती है आये दिन हम जैसे गरीब की डॉक्टर के अभाव में जाती रहती है जान पर क्या फर्क पड़ता है अधिकारियों को हम लोग इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करेंगे।