0 दो जगह से लौटे बैरंग, पुलिस के हस्तक्षेप पर तीसरी जगह शव दफनाया गया
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
मिर्जापुर जिले के कछवा थाना क्षेत्र मे लंबी बीमारी के बाद मृतक नट समुदाय की महिला को दफनाने के लिए कब्रगाह को लेकर विवाद उत्पन्न होने से इधर-उधर से ऊपर तीन स्थान पर लेकर उसके परिजन घंटो भटकते और परेशान रहे। मामला पुलिस तक पहुचा तो पुलिस ने मामले को तनावपूर्ण होने से रोकने के लिए जमुआ चौराहा स्थित छोटे कब्रिस्तान मे दफन कराते हुए विवादित कब्रगाह के फैसले के लिए थाना दिवस की तिथि मुकर्रर कर दी।
जानकारी के अनुसार जिले के कछवा थाना क्षेत्र के करसड़ा गांव निवासी स्वर्गीय नन्दू नट की पत्नी केवली देवी नट (85) काफी दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। जिसकी सोमवार की सुबह मौत हो गयी। बताते है कि मौत होने के बाद परिजन उसके शव को लेकर क्षेत्र के गोबर्धनपुर स्थित कब्रगाह पहुंचे। कब्रगाह के पास स्थित बस्ती के लोगों ने करसड़ा से आये मृतक नट के शव को दफनाने से मना कर दिया। बोले यहाँ जगह कम है, किसी और जगह ले जाकर दफनाओ। इस बात पर परिजन वहां से लौट आये और वापस आकर आपस में बातचीत करके फैसला किया कि नटों का परिवार पहले बजहाॅ गांव के रहवासी है और बजहाॅ से सटे कछवांडीह पर स्थित जमीन पर नटों के शव को दफनाया जाता था। वही पर शव को दफनाने के लिये नटों का समूह जा पहुंचा और लगभग कब्र भी खोद लिए गया लेकिन स्थानीय लोगों के मना करने पर नट थाने पहुंचे जहां थानाध्यक्ष बृजेश सिंह ने कछवा कस्बा चौकी इन्चार्ज को तत्काल मामले को सुलझाने का निर्देश दिया। चौकी इन्चार्ज संजय सिंह ने बात आगे बढ़े और मामला तनाव पूर्ण हो इसके पूर्व कछवा के कुछ गणमान्य ब्यक्ति हाजी बदरुद्दीन हाशमी और बबलू राइन से बात करके केवली की लाश को कछवा जमुआं चौराहे के पास छोटे कब्रिस्तान मे दफनाने की ब्यवस्था करा दिया। कहाकि मामले का हमेशा के लिये निस्तारण के लिये शनिवार को थाना दिवस पर बुलाकर मामले को पूर्ण रूप से सलटा लिया जायेगा। यदि कछवा डीह के पास कब्रिस्तान है, तो उसके सभी कागजात लेकर बुलाया गया।