0 देश के 115 पिछड़े जिलों में सोनभद्र सहित यूपी के आठ जिले है शामिल
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
देश के 115 पिछड़े जिलों में उत्तर प्रदेश के 8 जिलों को भी शामिल किया गया है। यूपी के इन 8 पिछड़े जिलों की सूची में शामिल सोनभद्र के विकास कार्यों की निगरानी केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल करेंगी। केंद्र सरकार ने सोनभद्र जिला में किये जा रहे विकास कार्यों के पर्यवेक्षण का दायित्व केंद्रीय मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल को सौंपा है।
उत्तर प्रदेश के आठ पिछड़े जिलों में हो रहे विकास कार्यों को लेकर 9 अप्रैल को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है। बैठक में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल सहित उत्तर प्रदेश से केंद्र सरकार में शामिल आठ केंद्रीय मंत्रियों को भी आमंत्रित किया गया है। उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश के इन आठ जिलों में हो रहे विकास कार्यों की चर्चा की जाएगी और आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
बता दें कि आदिवासी बहुल सोनभद्र विकास के मामले में काफी पिछड़ा इलाका है और यह यूपी के आठ पिछडे जनपद मे इसकी गणना होती है। ऐसे मे केन्द्र सरकार सोनभद्र सहित अन्य सभी पिछडे जनपद के लिए कुछ खास कर सकती है।
नीति आयोग ने तैयार की है सूची
खुशहाल भारत के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए नीति आयोग ने देशभर में जल, स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और विद्युत जैसी मूलभूत नागरिक सुविधाओं के अभाव की दृष्टि से पिछड़े ऐसे 115 जिलों की सूची तैयार की है। इस सूची मे सोनभद्र भी शामिल है। इन 115 जिलों में से 8 जिले क्रमश: चंदौली, श्रावस्ती, बहराइच, सोनभद्र, चित्रकूट, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर, फतेहपुर उत्तर प्रदेश राज्य के