ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
विन्ध्याचल थाना अंतर्गत शिवपुर के तारा मंदिर के पुजारी के परिवार से एक भाई के घर का इकलौता चिराग की गंगा में डूबने से बुझ गया। बताया जाता है कि दीपू द्विवेदी पेशे से ट्रक ड्राइवर है, जो सुबह ही ट्रक लोड कराकर इलाहाबाद की ओर निकले ही थे कि घर से फोन पर सूचना मिली कि घर का इकलौता पुत्र गंगा में डूब गया है। यह सूचना प्राप्त होते ही पिता के पैर से ज़मीन ही खिसक गई अभी वह ट्रक से गैपुरा ही पहुंचे ही थे कि ऐसी दिल दहलाने वाली घटना घट गई। बताया जाता है कि प्रिंस द्विवेदी उर्फ निर्भय द्विवेदी लगभग 18 वर्ष जो किसी निजी विद्यालय के कक्षा 10 का विद्यार्थी था। रात की तेज बारिस और आंधी की वजह से बिजली के तार के कहीं फाल्ट होने की वजह से सुबह बिजली न होने की वजह से गंगा घाट पर नहाने गया था। प्रत्यक्ष दर्शियों का कहना था कि वह पत्थर की चट्टान से कूद कर उल्टा सिर के बगल कूद रहा था जिसका सन्तुलन बिगड़ने से गहरे पानी में गिरा का गिरा रह गया। शोर मचाने पर स्थानीय लोग द्वारा प्रिंस को किनारे लाया गया और फिर आनन फानन में अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही घर वालों पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा। रोते बिलखते घर वालों ने उसे घर लाकर अंतिम संस्कार किया। इस घटना से पूरे रामगया घाट के लोग बहुत आहत थे। क्योंकि यह गांव में डूबने की पहली घटना थी इससे पहले गांव का कोई लड़का या कोई डूबा हो, जिसके वजह से गांव में मातम फैला हो।