कार्य पूर्ण होने पर तत्काल दें उपयोगिता प्रमाण -कमिश्नर
मिर्जापुर। आयुक्त विन्ध्याचल मण्डल श्री मुरली मनोहर लाल ने सभी कार्यदायी विभागों को निर्देशित करते हुये कहा है कि किसी भी परियोजना का कार्य पूर्ण होने के तत्काल बाद उपयोगिता उपयोगिता प्रमाण पत्र तत्काल दें। मण्डलायुक्त आज अपने कैम्प कार्यालय में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना से सम्बंधित अधिकारियों व कार्यदायी विभागों की बैठक कर प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान पाया गया जनपद भदोही व सोनभद्र अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका परन्तु उपयोगिता प्रमाण पत्र न देने के कारण लम्बित बताया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सांसद निधि से स्वीकृत जिन परियोजनाओं का कार्य पूर्ण हो गया हो कार्यदायी संस्था एक सप्ताह के अन्दर उपयोगिता प्रमाण पत्र उपलब्ध करायें अन्यथा कडी कार्यवाही की जायेगी। समीक्षा बैठक में बताया गया जनपद संत रविदास नगर भदोही में सांसद निधि के द्वारा स्वीकृत अब तक 115 कार्य अपूर्ण हैं जिनमें से वित्तीय वर्ष 2013-14 के 04 कार्य, 2014-15 के एक, 2015-2016 के तीन, 2016-17 के 56 एवं 2017-18 के 51 कार्य अवशेष पाये गये। यह भी बताया गया कि 2016-17 के चार कार्य एक वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी अपूर्ण है। यह भी बताया गया 2017-18 के 51 कार्य मई, 2017 के पूर्व के स्वीकृत है किन्तु 04 माह बाद भी उन पर अभी तक कोई धनराशि व्यय नहीं किया गया। इसी प्रकार जनपद सोनभद्र में 11 कार्य अपूर्ण हैं जिनमें से 2016-17 के 07 एवं 2017-18 के 04 कार्य हैं। 2016-17 के 02 कार्य एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अपूर्ण है। इसी प्रकार जनपद मीरजापुर में सांसद निधि से स्वीकृत 125 अपूर्ण कार्यो में से 88 कार्य अभी तक अनासरम्भ्। है, जिनमें से 2014-15 का एक, 2015-16 का तीन, 2016-17 का 83 एवं 2017-18 का एक कार्य अपूर्ण है। बैठक में बताया गया वित्तीय वर्ष 2016-17 के सभी कार्य जून 2017 में स्वीकृति के बाद 03 माह के बाद भी अभी तक अनारम्भ है।
मण्डलायुक्त ने इन सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देशित करते हुये कहा कि अनारम्भ्। कार्य को तत्कल प्रारम्भ्। किया जाये यदि किन्हीं कारण से व्यवधान आ रहा हो तो सम्बंधित मुख्य विकास अधिकारी, व जिलाधिकारी को अवगत करायें ताकि उसका निराकरण समय से कराया जा सके। समाज कल्याण निर्माण निगम के द्वारा जनपद भदोही तथा सोनभद्र में अधिकांश कार्य पूर्ण भी करा लिया गया है पर उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं दिया गया है जिसके कारण से लम्बित दिख रहा है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अन्दर उपयोगिता प्रमाण उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि सूजित परिसम्तियों का सम्बन्धित विभागों को हस्तानान्तरण भी समय से करा दिये जाये। आयुक्त ने समस्त जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक त्रैमासिक जनपद स्तर पर बैठक कर समीक्षा करें। उन्होंने यह भी कहा यदि किसी कार्यदायी विभाग द्वारा , किश्त की मांग की गयी है तो तत्कल जारी कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि सांसद निधि के द्वारा स्वीकृत परियोजनाओं की अवधि एक वर्ष नियमानुसार होती है परन्तु इतने दिनों तक पूर्ण न होना गलत है। समय से प्रारम्भ समयानुसार पूर्ण कराया जाये ताकि जनता के उपयोग में आ सके।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मीरजापुर विमल कुमार दूबे, जिलाधिकारी सोनभद्र प्रमोद कुमार उपाध्याय, मुख्य विकास अधिकारी मीरजापुर पियंका निरंजन, ज्वांइंट मजिस्ट््रेट अश्वनी कुमार पाण्डेय, सोनभद्र श्री रामाश्रय, मुख्य विकास अधिकारी भदोही, संयुक्त विकास आयुक्त राजीव बनकटा, उप निदेशक अर्थ एवं संख्याधिकारी वी0के0 सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी ओम प्रकाश उपाध्याय, अधिशासी अभियन्ता समाज कल्याण निर्माण निगम, जल निगम के अलावा अन्य सभी सम्बंधित अधिकारी व कार्यदायी विभागों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।