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अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान उत्सव (आईआईएसएफ) मनाने जा रहे पांच छात्र व शिक्षक को स्वागत कर किया रवाना

सूचना एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, भारत सरकार तथा विज्ञान भारतीय (विभा) 13-16 अक्टूबर 2017 को चेन्नई, तमिल नाडु में ’नए भारत के लिए विज्ञान’ विषय पर संयुक्त रूप से तीसरा भार अंतरराष्ट्रीय विज्ञान उत्सव (आईआईएसएफ) मनाने जा रहे पांच छात्र एक शिक्षक 1. निखिल गुप्ता 2. रोहित कनौजिया 3. सूरज बाबू पटेल 4. सत्य प्रकाश मौर्य 5. संस्कार सिंह 6. श्री गिरीश चन्द्र सिंह (शिक्षक) साइंस के छात्र और शिक्षक को भरूहना स्थित मा0 केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री, श्रीमती अनुप्रिया पटेल जी के संसदीय जनसम्पर्क कार्यालय पर अपना दल (एस) के जिलाध्यक्ष रमाकांत पटेल भाजपा नगर उपाध्यक्ष नितिन विश्वकर्मा सहित कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर स्वागत अभिनन्दन कर ट्रेन से रवाना किया स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से दुर्गेश पटेल, अनुज सिंह, संजय पटेल,  राजकुमार पटेल, राजेन्द्र मौर्या, रामजतन पटेल, सरेश पाल, सज्जन सिंह  है।

भारत अंतराराष्ट्रीय विज्ञान उत्सव (आईआईएसएफ) भारत में तथा विदेश में टिकाऊ विकास एवं नये प्रौद्योगिकीय नवोन्मेषों के लिए वैज्ञानिक सोच को विकसित करने तथा उसे व्यापक बनाने की दृष्टि से भारत के दीर्घावधि प्रयासों का एक अभिन्न अंग है।
इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य जन-समुदाय में वैज्ञानिक सोच सृजित करना तथा पिछले कुछ वर्षाें के दौरान विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीय योगदान को उजागर करना है। इसका उद्देश्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में प्रगति के माध्यम से ग्रामीण भारत के लिए एक कार्यनीति निर्मित कराना हैं। इसके अतिरिक्त इसका उद्देश्य समस्त भारत के छात्रों, वैज्ञानिकांे व तकनीकीविदों को ज्ञान एवं विचारों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच उपलब्ध कराना।
    
  विज्ञान ग्राम का आयोजन आई.आई.एस.एफ के तहत किया जा रहा है विज्ञान ग्राम का द्वितीय संस्करण तृतीय भारत अंतरराष्ट्रीय विज्ञान उत्सव-2017, चेन्नई में उजागर होने को तैयार है। प्रथम विज्ञान ग्राम जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान भारतीय तथा पूसा परिसर में स्थित सीएसआईआर-राष्ट्रीय भौतिकी प्रयोगशाला, नई दिल्ली के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की गई थी, छात्रों का एक विशाल शिविर था। विज्ञान ग्राम का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण भारत से आये छात्रों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के अग्रणी क्षेत्रों से अवगत कराना तथा इस क्षेत्र में हुई भारत की उपलब्धियों की जानकारी प्रदान करना है।
   
  विज्ञान ग्राम कार्यक्रम के तहत प्रत्येक सांसद, अपने संसदीय क्षेत्र के गांव से पांच छात्रों और एक अध्यापक को नामित करेगा। नामित किए गये ये छात्र कक्षा 9 से कक्षा 11 तक के होंगें। इस बार छात्र प्रतिनिधियों की संख्या लगभग 3,000 होगी। इन छात्रों के लिए इस विशाल घटना का एक अंग बनने व एक ही मंच पर एकत्रित होने का जीवन में एक बार प्राप्त होने वाला अवसर होगा। प्रत्येक प्रतिभागी छात्र एवं अध्यापक को निम्न विषयों का एक अवसर प्राप्त होगा।

1. वृह विज्ञान एक्सपो का भ्रमण भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों, व संस्थाओं द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारत की उपलब्धियों को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी।
2. भारत के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के साथ पारस्परिक चर्चा।
3. चेन्नई में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान तथा अन्य अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं का भ्रमण।
4. विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों के साथ परिचर्चा।
5. विज्ञान संचारकों द्वारा की जाने वाली विज्ञान संबंधी गतिविधियों का जीता-जागता अंग होना।
6. विज्ञान फिल्में देखना।
7. रात्रि में आकाश अवलोकन कार्यक्रम में दूरबीन के माध्यम वसे आकाशीय और ब्रह्माण्डीय वस्तुओं को देखना।
जनपद मीरजापुर से 5 छात्र और एक शिक्षक जो विज्ञान ग्राम में भाग लेने हेतु भेजे जा रहे है उनके नाम निन्मवत हैं।

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