ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद समायोजन निरस्त होने से आर्थिक तंगी झेल रहे शिक्षामित्र लगातार अवसाद ग्रस्त हो रहे है। प्रदेश के विभिन्न जनपदो मे अवसाद ग्रस्त शिक्षा मित्र बेटियो की शादी और अन्य पारिवारिक जिम्मेदारी मे असफल होने के कारण सदमे मे काल की गाल मे समा रहे है। एक तरफ मंगलवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने पाच सौ एक श्रमिक कन्याओ का सामूहिक विवाह करा रहे थे वही दूसरी तरफ महज दस हजार मे परिवार चलाने वाला अकेला जिम्मेदार शिक्षा मित्र अपनी बेटियो के हाथ पीले होने की चिन्ता मे अवसाद ग्रस्त होने के कारण काल की गाल मे मंगलवार को ही भोर मे समाज चुका था। और न सिर्फ परिवार और नाते रिश्तेदार बल्कि शिक्षा जगत से जुडे लोगो मे शोक की लहर दौड़ रही थी। जिले के छानबे विकास खण्ड अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय नीबी प्रथम में समायोजित शिक्षामित्र बाल गोविंद दूबे (पट्टर) निवासी सिकटिहा जासा बघौरा के आकस्मिक निधन पर क्षेत्र में शोक का लहर दौड़ गया। बताया जाता है कि परिवार का अकेला होने के नाते श्री दूबे समायोजन निरस्त होने के नाते घर मे पड़ी दो दो बेटी का हाथ पीला करने की चिंता को लेकर मानसिक अवसाद में चले गये थे। जिससे अचानक स्वास्थ्य बिगड़ जाने के कारण आकस्मिक निधन हो गया। जिसकी सूचना मिलने पर गांव परिवार रिश्तेदार शोक संतृप्त परिवार के प्रति सहानुभूति देने पहुँचे वही आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के माण्डलिक मंत्री विनोद कुमार सरोज, जिला अध्यक्ष अजय धर दूबे, बीडी त्रिपाठी, रामदेव यादव, ब्लॉक अध्यक्ष राजेश मिश्रा, त्रिलोचन पाण्डेय, बृजेश सिंह, रजनेश ओझा, अजय पटवा, रणजीत, राजेश सिंह, शेषमणि, सुनील पाण्डेय, अवधेश कुमार, मनोज दूबे, उपेंद्र सिंह इत्यादि लोग परिवार के लोगों को हर सम्भव मदद देने का सांत्वना दिया और कहाकि श्री दुबे की कमी को हम सब लोग मिलकर पूरा करेगे। भले ही सरकार हमारे दर्द को न समझे लेकिन हमारा संगठन हर सम्भव मदद करेगा। बता दे कि अब तक किसी ने किसी वजह से कभी आत्महत्या तो कभी आर्थिक तंगी के चलते अवसादग्रस्त होने के कारण उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदो मे पाच सौ से अधिक शिक्षामित्र खुद की इहलीला समाप्त कर चुके है।