क्राइम कंट्रोल

मिर्जापुर की 2800 बच्चियां बनाई गयीं पावर एंजेल, पुलिस ने स्कूलों तक पहुँचाया सीएम का पैगाम

 

 

 

ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।

मुख्यमन्त्री आदित्यनाथ योोगी के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न स्कूलों में शक्ति परी (पावर एन्जेल) से सम्बन्धित कुल 269 पत्रावली व फार्म वितरित किये गये तथा समस्त प्रधानाचार्य/प्रबन्धक को उक्त योजना से अवगत कराया गया। उक्त बाँटे गये फार्म में कोतवाली शहर में 22, कोतवाली कटरा में 22, थाना विन्ध्याचल में 23, कोतवाली देहात में 22, थाना चील्ह में 15, थाना कछवां में 20, थाना पड़री में 15, थाना लालंगज में 20, थाना हलिया में 15, थाना जिगना में 15, थाना चुनार में 20, थाना अदलहाट में 15, थाना जमालपुर में 15, थाना अहरौरा में 15 व थाना मड़िहान में 15 फार्म वितरित किये गये। जनपद में विभिन्न स्कूलों के माध्यम से कुल 2800 पावर एन्जेल के आवेदन पत्र भरे गये हैं।
इसके पूर्व मुख्यमन्त्री  व पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में प्रदेश में चलाये गये नारी सुरक्षा सप्ताह के दौरान विभिन्न स्कूलों के प्रधानाध्यापक व प्रबन्धक से सम्पर्क कर उक्त परी शक्ति योजना के विषय में बताया गया था तथा छात्राओँ को भी इस सम्बन्ध में जानकारी दी गयी थी।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं व छात्राओं की सुरक्षा के सम्बन्ध में एक महत्वाकांक्षी योजना प्रारम्भ की गयी है जिसको शक्ति परी (पावर एन्जेल) का नाम दिया गया है। उक्त योजना का उद्देश्य महिलाओं एवं छात्राओं की सुरक्षा के साथ ही उनमें आत्मविश्वास जगाना है। उक्त योजना में कुछ चयनित छात्राओं को शक्तिपरी के रूप में चिन्हित किया जायेगा तथा उनको विशेष पुलिस अधिकारी का दर्जा दिया जायेगा। इसके साथ ही उनको कुछ अधिकार एवं कर्तव्य भी प्रदान किये जायेंगे। इस प्रकार से बनायी गयी शक्ति परी (पावर एन्जेल) 1090 (वूमेन पावर लाईन) व पीड़ित महिलाओँ के बीच कड़ी के रूप में कार्य करेंगी तथा अपने आस-पास की महिलाओं एवं बच्चियों को वूमेन पावर लाईन व उसकी कार्यप्रणाली के बारे में बतायेंगी।
उक्त योजना के सम्बन्ध में मुख्यमन्त्री के निर्देशानुसार जनपद के विभिन्न स्कूलों में शक्ति परी (पावर एन्जेल) से सम्बन्धित पत्रावली व फार्म वितरित किये गये तथा समस्त प्रधानाचार्य/प्रबन्धक को उक्त योजना से अवगत कराया गया।

 

 

वूमेन पावर् लाइन –1090 का संक्षिप्त परिचय

प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं को सख्ती से रोकने के निमित्त उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वूमेन पावर लाइन 1090 की स्थापना की गयी, यह सेवा चौबीसों घंटे निरन्तर कार्य कर रही है। जिसके अत्यन्त सकारात्मक परिणाम सामने आये हैं और इस सेवा से महिलाओं/लड़कियों में सुरक्षा की भावना बलवती हुई है। सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश से किसी भी महिला/लड़की द्वारा मोबाइल फोन द्वारा 1090 डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करायी जा सकती है।
वूमेन पावर लाइन 1090 की कार्यप्रणाली –
1- आपकी पहचान गोपनीय रखी जायेगी।
2- आपको किसी थाने या चौकी पर नहीं बुलाया जायेगा।
3- आपकी काल महिला पुलिस अधिकारी द्वारा ही सुनी जायेगी।
4- समस्या के समाधान तक हम आपके सम्पर्क में रहते हैं।
5- 1090 पर सिर्फ महिलाओं द्वारा ही शिकायत दर्ज की जाती हैं।
पॉवर एन्जिल – एक परिचय
पॉवर एन्जिल अर्थात शक्ति परी जिन्हें विशेष पुलिस अधिकारी (SPO) का दर्जा प्राप्त है। वीमेन पॉवर लाइन के अन्तर्गत पुलिस एवं समाज के मध्य एक कड़ी के रूप में स्कूल एवं कालेज की छात्राओं को शक्ति परी के रूप में जोड़ा गया है, जिनका मुख्य उद्देश्य महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण के प्रति समाज में एक विशेष भूमिका निभाना है।
प्रदेश के अधिकांश स्कूल एवं कालेजों की अधिकतर छात्राओं को शक्ति परी बनाने का निर्णय लिया गया ताकि वे शिक्षा ग्रहण करने के साथ-साथ स्वयं सशक्त होकर महिला सुरक्षा एवं सशक्तीकरण में एक अहम भूमिका निभा सकें।
सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक यूमेन पावर लाइन 1090 के द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओं के प्रचार-प्रसार व नारी सशक्तीकरण की दिशा में एक अभिनव प्रयोग के तौर पर शक्ति परी (पावर एंजिल) नामक महत्वाकांक्षी योजना प्रारम्भ की गयी है जिसके अन्तर्गत प्रदेश के इण्टरमीडिएट व इससे उच्चतर शिक्षण संस्थाओं में अध्ययनरत 2 लाख छात्राओं को शक्ति परी बनाये जाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए इस दिशा में कार्यवाही की जा रही है जिन्हें स्पेशल पुलिस आफिसर (SPO) का दर्जा प्राप्त होगा। यह शक्ति परियां न केवल कालेज में पढ़ने वाली लड़कियों के ऊपर होने वाले उत्पीड़न की जानकारी वूमेन पावर लाइन को उपलब्ध करायेंगी बल्कि ग्रामीण एवं शहरी इलाकों में पीड़ित महिलाओं के लिये सहारा बनेंगी जोकि अशिक्षा एवं जानकारी के अभाव में अपनी समस्यायें साझा करने में असमर्थ महसूस करती हैं।
यह पूर्णतया एक सामाजिक सेवा है। शक्ति परी बनाये जाने की अधिकतम आयु सीमा 24 वर्ष है। तदोपरान्त ये सेवा स्वत: समाप्त मानी जायेगी। महिलाओं के प्रति हो रहे अपराधों के सम्बन्ध में जागरुक करेंगी। पीड़िता को किसी भी शिकायत के सम्बन्ध में वूमेन पावर लाइन 1090 के बारे में जानकारी देकर शिकायत दर्ज करायेंगी।
ये शक्ति परी पीड़िता व यूमेन पावर लाइन 1090 के मध्य एक कड़ी के रुप में कार्य करेंगी। शक्ति परियों द्वारा अपने स्कूल की निचली कक्षाओं (6,7,8,9) की छात्राओं से बात कर, उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी करना तथा समस्याओं के निराकरण हेतु उचित सलाह व आवश्यकता पड़ने पर यूमेन पावर लाइन 1090 पर काल कर शिकायत दर्ज करवायेगीं।
इसके साथ ही महिलाओं, छात्राओं, किशोरियों को उनकी सुरक्षा के सम्बन्ध में कुछ उपयोगी टिप्स भी बताये गये हैं, जो निम्नानुसार हैं–
महिलाओं के सुरक्षार्थ कुछ महत्वपूर्ण व उपयोगी टिप्स-
यदि कोई हमला कर रहा है तो सबसे पहले शोर मचायें, जितनी तेज हो सके चिल्लायें। इससे सामने वाले का हौसला टूट जाता है और आसपास के लोग भी रक्षा करने के लिये आ सकते हैं।
सभी लड़कियों में सिक्स्थ सेन्स होता है, जिसे नजर अन्दाज न करें। किसी गड़बड़ी की आशंका में तुरन्त 1090 और अपने अभिभावकों को सूचित करें, अपनी लोकेशन बतायें। यदि कोई गम्भीर स्थिति आती है तो दिमाग को संतुलित रखें। घबराने से सामने वाला और हावी हो जाता है। सेल्फ डिफेन्स के लिये जो भी चीज हाथ में हो उससे हमला कर दें। ये न सोचें कि उससे सामने वाले का सिर फटेगा या और कोई चोट आयेगी। अपने बचाव में की गयी कार्यवाही अपराध की श्रेणी में नहीं आती है। अपने पास हमेशा मिर्च पाउडर (पेपर) स्प्रे की बोतल रखें। इसका इस्तेमाल करें। हेयरपिन, कघी, चश्मे का फ्रेम, पेन, पेंसिल, दुपट्टा में से अमूमन कुछ न कुछ लड़कियों के पास रहता है। इनका प्रयोग हथियार की तरह अपने बचाव में करें।
मोबाइल फोन के फास्ट डायल मोड में 1090, यू0पी0 100 सहित अपने खास परिचितों के नम्बर को सुरक्षित रखें।
1090 पर सम्पर्क न होने की स्थिति में मो0 नं0 9454401090 पर एस.एम.एस.करें। ऑटो में बैठते समय आटो के नम्बर सहित चालक का फोटो क्लिक करके सुरक्षित करें। चालक को महसूस करायें कि उसका नम्बर पुलिस कन्ट्रोल रूम को अपनी सुरक्षा के लिये भेजा गया है। इससे उसे डर रहेगा कि यदि लड़की के साथ कुछ हुआ तो वह पकड़ा जायेगा। आत्मसुरक्षा (सेल्फ डिफेंस) का प्रशिक्षण जरूर लें, इससे लड़कियों में आत्म विश्वास आने के साथ वह खुद को सुरक्षित कर सकती है।
किसी भी व्यक्ति पर अंधा विश्वास न करें। यदि किसी भी तरह का शोषण या छेड़खानी हो तो तत्काल पुलिस को, यू0पी0 100, 1090 को ! सूचित करें। सोशल मीडिया का संभल कर इस्तेमाल करें। इस पर जिन लोगों से जुडें, उनसे जल्दी मिलने या दोस्ती बढ़ाने की न सोचें। अपने पासवर्ड किसी से साझा न करें तथा अन्य सुरक्षा एप्प डाउनलोड कर उनका भी इस्तेमाल करें।

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