एजुकेशन

राजीव गांधी साउथ कैम्पस में चली पुलिस की पाठशाला

0 पुलिस अधीक्षक ने छात्रों को पढ़ाया सुरक्षा, सफलता व स्वास्थ्य सहित यातायात का पाठ
फोटोसहित
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
  आशीष तिवारी पुलिस अधीक्षक मीरजापुर महोदय द्वारा स्कूल/कालेज में पढ़ने वाले बच्चों को जागरूक बनाये जाने के उद्देश्य से चलाये जा रहे पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम में शनिवार  को राजीव गांधी साउथ कॅम्पस में छात्रों की क्लास लगायी गयी। उक्त कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक  ने सभी वर्गों के छात्रों की संयुक्त क्लास ली, जिसमें छात्रों को आडियो विजुअल तकनीक से नैतिकता, सामाजिक, समरसता व यातायात के नियमो का पाठ पढ़ाया गया।  साथ ही बच्चों को उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं भावी जीवन में उपयोगी उपाय भी बताये गये।  बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय प्रकरण को ध्यान रखते हुए पुलिस अधीक्षक ने छात्रों को  पुलिस एवं पुलिस के सहयोगी अन्य संगठनों द्वारा आम जन के सुरक्षार्थ एवं सहयोगार्थ किये जाने वाले विभिन्न प्रकार के जोखिमयुक्त कार्यों के बारें में बताया। महोदय ने छात्रों को वीडियो क्लिप दिखाते हुये सफलता के गुण बताये। म रोड एक्सीडेन्ट से बचाव हेतु हेलमेट के उपयोग और यातायात नियमों के पालन पर बल दिया ।

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इसके साथ ही किसी घटना के बारे में पुलिस को सूचना दिये जाने के सम्बन्ध में निर्गत उ0प्र0 पुलिस के इमरजेंसी नम्बर 100 (डायल 100), आग लगने की सूचना देने हेतु फायर सर्विस का इमरजेंसी नम्बर 101, महिलाओं/किशोरियों की सुरक्षा हेतु निर्गत 1090 नम्बर, बच्चों/बच्चियों की सहायता एवं वेलफेयर हेतु निर्गत 1098 नम्बर, किसी प्रकार दुर्घटना में घायलों/गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों की सहायता हेतु निर्गत 108 नम्बर, घरेलू हिंसा की घटना होने पर महिलाओं की सुरक्षा हेतु निर्गत 181 नम्बर पर काल करने के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी तथा किसी प्रकार की आकस्मिक घटना के होने पर अथवा किसी पीड़ित की सहायता हेतु इन नम्बरों की उपयोगिता के बारे में भी बताया गया। साथ ही पुलिस अधीक्षक ने छात्रों से कहा कि घायलों एवं जरूरतमन्दों की यथासम्भव सहायता अवश्य करें। घायलों की मदद करने वालों से पुलिस किसी प्रकार का पूछताछ नहीं करती है, इसलिये बिना डरे घायलों की सहायता करें।
वीडियोक्लिप के माध्यम से बच्चों को बताया कि किस प्रकार से छोटी-छोटी बातों को अपनाने से हम अपनी खराब आदतों को अच्छी आदतों में बदल सकते हैं व अपने जीवन में सफल हो सकते हैं।  एसपी ने बच्चों को सफल होने के लिए एक्सरसाईज, ईट एण्ड स्लीप का तीनसूत्रीय नुस्खा बताया, जिसमें महोदय ने बताया कि एक्सरसाईज में शारीरिक श्रम है, जो अपने शारीरिक श्रम अथवा खेल से पूर्ण होता है। ईट में क्या खाना चाहिये व क्या नहीं खाना चाहिये इस विषय में बताया गया। बच्चों से कहा कि हम जो भी खाते हैं हमारे शरीर एवं स्वास्थ्य के लिये सही होना चाहिये, कोई खाद्य पदार्थ केवल स्वाद हेतु नहीं खाना चाहिये।

स्लीप के फार्मूले में बताया कि बच्चों को कम से कम 08 घण्टे अवश्य सोना चाहिये, साथ ही समय से सोना व जागना चाहिये।  कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग का वास होता है, अतः स्वयं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रखें। इसके लिये नियमित योगाभ्यास, कसरत, मार्निंगवाक, ध्यान आदि करें तथा अपने खानपान पर विशेष ध्यान दें। संतुलित आहार लें तथा इधर-उधर की चीजें खाने से बचें। भरपूर नींद लें व कठिन परिश्रम से किसी लक्ष्य को प्राप्त करने की प्रवृत्ति जगायें। इस अवसर पर छात्रों को उनका उत्साहवर्धन करती एक रचनात्मक वीडियोक्लिप भी दिखायी गयी, जिसमें निम्नलिखित काव्य निहित था।

लहरों से डरकर नौका कोई पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती

कार्यक्रम के अन्त में पुलिस अधीक्षक महोदय ने उपस्थित छात्रों से कहा कि पुलिस द्वारा किया जाने वाला कार्य काफी चुनौतीपूर्ण है, जो आपकी सुरक्षा एवं सहायता से सम्बन्धित होता है, इसलिए पुलिस के कार्यों में सहयोग प्रदान करते हुये अपराध एवं अपराधियों रोकथाम हेतु पुलिस द्वारा किये जा रहे प्रयासों को सफल बनायें, पुलिस आपकी मदद के लिये है अतः किसी भी प्रकार की समस्या/शिकायत अथवा अपराध या अपराधी के सम्बन्ध में जानकारी होने पर तत्काल अपने थाने या सम्बन्धित अधिकारीगण को अवश्य अवगत करायें व किसी अपराध अथवा अपराधी की जान यातायात नियमों का पालन अपनी सुरक्षा हेतु अवश्य करें।

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