ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर | विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर नगर के भटौली रोड स्थित डॉ. सरला सर्राफ पब्लिक स्कूल में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूक करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में बच्चों को बताया गया की सोचने के तरीके पर ही जीवन आधारित होता है | सही सोच के लिए मनोविज्ञान से सम्बंधित कई बिंदुओं पर बच्चों को समझाते हुए बताया गया कि हमेशा बड़ों से या अभिभावक से हर बात बतानी चाहिए जिससे वो हमारा उचित मार्गदर्शन कर सकें |
उन्हें बताया गया कि कठिनाइयाँ एवं मुसीबतें हर इंसान के जीवन में आती हैं यह सोचकर निराश नहीं होना चाहिए की मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ बल्कि उस परिस्थिति से डटकर सामना करना चाहिए | हमेशा ये याद रखना चाहिए की हर परिस्थिति से बाहर आने का रास्ता होता है और परिस्थिति को बदला जा सकता है | असफलता को स्वीकार करते हुए आत्मविश्वास के साथ सफलता के लिए फिर से प्रयास करना चाहिए | अगर कभी कोई चीज़ मन के अनुरूप न हो और महसूस हो की बेइज्जती हो गयी तब पर भी निराश एवं हताश होने के बजाय धैर्य रखकर उसका सामना करना चाहिए |
बच्चों को समझाया गया कि जीवन किसी भी घटना से रुकता नहीं है और नया सवेरा हमेशा बेहतर करने का अवसर लेकर आता है | कभी भी किसी को नीचा न दिखाएं | हर इंसान अपने में अच्छा होता है | अगर कोई डिप्रेशन से पीड़ित है तो उसे सहयोग करें उसमे विश्वास जगाएं जिससे वो इस परिस्थिति से निकल सके |
बच्चों को बताया गया की मानसिक स्वास्थ एवं मानसिक संतुलन बनाने के लिए नियमित रूप से प्रणायाम करना चाहिए जिससे मस्तिष्क के दोनों गोलार्ध में संतुलन बना रहता है जो हमारी विचार करने की शक्ति एवं भावनाओं में समन्वय लाता है। बच्चों ने अनुलोम विलोम, कपालभाति आदि योग करने के गुण भी सीखे |
इस अवसर पर विद्यालय के डायरेक्टर आयुष कुमार सर्राफ, प्रधानाचार्य आस्था सर्राफ, प्रियंका शर्मा, अस्मिता श्रीवास्तव, श्वेता दुबे, शिवाली, अमित, रवि, महेंद्र, अर्पित आदि लोग उपस्थित थे |