0 वैश्य महासम्मेलन के पदाधिकारियो ने पत्रकार वार्ता कर जिला प्रशासन पर लगाये गंभीर आरोप
ब्यूरो रिपोर्ट, मिर्जापुर।
प्रशासनिक रवैया जनविरोधी है, जिले के हालात असंवेदनशील प्रशासन के कारण चिन्ताजनक बने हुए है। एक पक्षीय कार्यवाहीयों की तो मानो बाढ़ सी आ गयी हैं। पुलिस प्रशासन निरंकुश बना हुआ है। थानो पर कोतवाल या थाना प्रभारी नहीं, वसूली एजेन्ट बनाए गए हैं। रसूखदारों की सुनवाई और चाकरी हो रही हैं और सामान्य जन को भयभीत किया जा रहा हें। वैश्य वर्ग को नीरीह समक्ष उनका जबरदस्त शोषण करने की मंशा के साथ जिला प्रशासन काम कर रहा हैं। वैसे तो ऐसा वातावरण सारे प्रदेश में बना हुआ हैं। मीरजापुर जिला भी कहीं से अछूता नहीं हैं, समाज का शोषण कत्तई बर्दाशत नहीं होगा। जिले में पुलिस जबरन गैगस्टर और अन्य कार्यवाही निर्दोषों पर अन्जाम दे रही हैं। प्रदेश सरकार को कुम्भकर्णी नींद से जागना होगा। जिले में जगह जगह अवैध कब्जे की कार्यवाही प्रशासनिक आड़ में बढ़ रही हैं। यह बातें अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री शैलेन्द्र अग्रहरि ने पत्र मित्रों से वार्ता के दौरान नगर के एक लाज में कहीं।
श्री अग्रहरि ने कहाकि विन्ध्याचल क्षेत्र में पिछले कई महिनों से एक साजिश की कूट रचना रची जा रही थी। जिसके तहत क्षेत्र में निवास करने वाले कुछ व्यवसायी नौजवानों को फर्जी एफ0आइ0आर कर 09.5.2017 को जबरन फसाया गया। जहा फसाये गये नौजवानों में से एक उसी दिन मुम्बई के लिए तीन महिने पहले कराये गये टिकट पर रवाना हो चुका था, बावजूद जबरन राम नरेश नाम से युवा राम प्रकाश को एफ0आइ0आर0 दर्ज कर गैगस्टर लगा प्रताडित किया जा रहा हैं। वर्तमान कोतवाल जब पूर्व में उन दिनों विन्ध्याचल थाना पर कोतवाली कर रहे थे तभी से इस साजिश को अन्जाम देने की शुरूआत उन्होने की उसके बाद किसी अन्य थाने में फर्जी एफ0आइ0आर0 दर्ज करने के आरोप में सस्पेड किये गये फिर भी पुलिस मुखिया के कृपा और अपने राजनैतिक रसूखदारों के सरंक्षण में फिर पुनः थाना विन्ध्याचल की कोतवाली को पाने पर जबरन अपनी निजी खुनश में सात नौजवानों को गैंगस्टर में निरूद्ध करने की साजिश रची ऐसे गलत मंशा के पुलिस अधिकारी के तत्काल निंलंबन की हम मांग करते हैं। जिसने गैंगस्टर जैसे एक्ट को खेल और शौक बना रखा हैं। इसकी व्यापक जॉच होनी चाहिए। नौजवानो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कदापि स्वीकार नहीं होगा। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम कुमार लुडिया ने कहाकि वैश्य और व्यापारी समाज के साथ प्रशासन का यह रूख उनकी मंशा को साफ झलकाता हैं। जगह-जगह वैश्य परिवारों के खिलाफ एक पक्षीय कार्यवाही की जा रही हैं। जिसने वैश्य समाज में आनदोलन का रूप धर लिया हैं। सभी पर फर्जी एफ0आइ0आर0 दर्ज कर जबरन गैगस्टर लगाया गया बावजूद उस एक मात्र एफ0आइ0आर0 में आरोप भी तय नहीं हुए हैं। यह धोर निंदा का विषय हैं। वहीं एक और घटना में अधिवक्ता मनोज मैनी के विकास खण्ड पहाड़ी स्थित भरपुरा गांव की एक जमिन पर न्यायालय से विजय होने पर भी कुछ स्थानीय दबंगो और पुलिसिया साठ गांठ के बल पर जमीन हथियाने की साजिश रची जा रही हैं पर प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ हैं। जिलाध्यक्ष ज्ञान चन्द्र गुप्ता ने कहा की वैश्य समाज के खिलाफ जो कुचक्र रचा जा रहा हैं इसके खिलाफ हम लोकतांत्रिक सतत आंदोलन को बाध्य हैं। विन्ध्याचल थाना क्षेत्र में नौजवानों के साथ खिलावाड़, पड़री थाना क्षेत्र में अधिवक्ता की जमीन के साथ जबरन गुंडई हो रही हैं। वहीं शहर कोतवाली क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं हैं। थाना क्षेत्र के खजांची का चौराहा में बुजुर्ग व्यापारी विश्वनाथ केशरवानी को जबरन गुंडई व दबंगई के बल पर सार्वजनिक जमीन पर कब्जा करने वाले भूमाफियों द्वारा बेदखल करने की साजिश हुई और प्रशासन एक पक्षीय कार्यवाही कर बुजुर्ग को सुरक्षा नहीं देता हैं। कई दशकों से दुकान कर रहे समाज के वरिष्ठ नागरिक को इस उम्र में दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही हैं। व्यापारी नेता शत्रुध्न केशरी ने कहा कि यह हाल जिले के सभी थानों का है कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र में डंकीनगंज चौकी क्षेत्र अन्तर्गत मेटल व्यापारी राम बाबू कसेरा के यहॉ चोरी की घटना लगातार असामाजिक तत्व अन्जाम देते है और प्रशासन मुकदमा तक नहीं लिखता हैं। डंकीनगंज चौकी इन्चार्ज की असंवेदनशीलता के कारण क्षेत्र के व्यापारियों में घोर नाराजगी हैं। वैश्य व्यापारी समाज इन सभी मुद्दों को लेकर सड़क पर आंदोलन को मजबूर और बाध्य हैं।
समाजसेवी ओ0पी0गुप्ता ने कहा कि शांत और सौम्य वैश्य समाज सदैव संवेदनशील रहा हैं समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ हम लामबंद रहे हैं। समाज के सजग प्रहरी के रूप में हमारी पहचान हैं पर कानूनी दांव पेंच में जो फसाने का खेल चल रहा है हम उसकी निंदा करते है जल्द ही हमारा एक प्रतिनिधि मण्डल जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बातों को रखेगा। मिर्जापुर में फेल प्रशासन की कोई जगह नहीं हैं। जैसा कि हाल ही में लालगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में दो वर्षिय बालिका के बोरवेल में गिरने पर प्रशासन असंवेदनशील रहा और सरिये से बच्ची को निकाला गया जबकि तमाम टैक्निकल सुविधाए आज के तारीख में मौजूद है फिर भी यह असंवेदनशील खिलवाड़ किया गया। इस दौरान राहुल बरनवाल, मुकेश साहू, सुभ्रत अग्रहरि, निखिल गुप्ता, रवि जायसवाल, आदि मौजूद रहें।
श्री अग्रहरि ने कहाकि विन्ध्याचल क्षेत्र में पिछले कई महिनों से एक साजिश की कूट रचना रची जा रही थी। जिसके तहत क्षेत्र में निवास करने वाले कुछ व्यवसायी नौजवानों को फर्जी एफ0आइ0आर कर 09.5.2017 को जबरन फसाया गया। जहा फसाये गये नौजवानों में से एक उसी दिन मुम्बई के लिए तीन महिने पहले कराये गये टिकट पर रवाना हो चुका था, बावजूद जबरन राम नरेश नाम से युवा राम प्रकाश को एफ0आइ0आर0 दर्ज कर गैगस्टर लगा प्रताडित किया जा रहा हैं। वर्तमान कोतवाल जब पूर्व में उन दिनों विन्ध्याचल थाना पर कोतवाली कर रहे थे तभी से इस साजिश को अन्जाम देने की शुरूआत उन्होने की उसके बाद किसी अन्य थाने में फर्जी एफ0आइ0आर0 दर्ज करने के आरोप में सस्पेड किये गये फिर भी पुलिस मुखिया के कृपा और अपने राजनैतिक रसूखदारों के सरंक्षण में फिर पुनः थाना विन्ध्याचल की कोतवाली को पाने पर जबरन अपनी निजी खुनश में सात नौजवानों को गैंगस्टर में निरूद्ध करने की साजिश रची ऐसे गलत मंशा के पुलिस अधिकारी के तत्काल निंलंबन की हम मांग करते हैं। जिसने गैंगस्टर जैसे एक्ट को खेल और शौक बना रखा हैं। इसकी व्यापक जॉच होनी चाहिए। नौजवानो के भविष्य के साथ खिलवाड़ कदापि स्वीकार नहीं होगा। वरिष्ठ अधिवक्ता प्रेम कुमार लुडिया ने कहाकि वैश्य और व्यापारी समाज के साथ प्रशासन का यह रूख उनकी मंशा को साफ झलकाता हैं। जगह-जगह वैश्य परिवारों के खिलाफ एक पक्षीय कार्यवाही की जा रही हैं। जिसने वैश्य समाज में आनदोलन का रूप धर लिया हैं। सभी पर फर्जी एफ0आइ0आर0 दर्ज कर जबरन गैगस्टर लगाया गया बावजूद उस एक मात्र एफ0आइ0आर0 में आरोप भी तय नहीं हुए हैं। यह धोर निंदा का विषय हैं। वहीं एक और घटना में अधिवक्ता मनोज मैनी के विकास खण्ड पहाड़ी स्थित भरपुरा गांव की एक जमिन पर न्यायालय से विजय होने पर भी कुछ स्थानीय दबंगो और पुलिसिया साठ गांठ के बल पर जमीन हथियाने की साजिश रची जा रही हैं पर प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ हैं। जिलाध्यक्ष ज्ञान चन्द्र गुप्ता ने कहा की वैश्य समाज के खिलाफ जो कुचक्र रचा जा रहा हैं इसके खिलाफ हम लोकतांत्रिक सतत आंदोलन को बाध्य हैं। विन्ध्याचल थाना क्षेत्र में नौजवानों के साथ खिलावाड़, पड़री थाना क्षेत्र में अधिवक्ता की जमीन के साथ जबरन गुंडई हो रही हैं। वहीं शहर कोतवाली क्षेत्र भी इससे अछूता नहीं हैं। थाना क्षेत्र के खजांची का चौराहा में बुजुर्ग व्यापारी विश्वनाथ केशरवानी को जबरन गुंडई व दबंगई के बल पर सार्वजनिक जमीन पर कब्जा करने वाले भूमाफियों द्वारा बेदखल करने की साजिश हुई और प्रशासन एक पक्षीय कार्यवाही कर बुजुर्ग को सुरक्षा नहीं देता हैं। कई दशकों से दुकान कर रहे समाज के वरिष्ठ नागरिक को इस उम्र में दर-दर की ठोकरे खानी पड़ रही हैं। व्यापारी नेता शत्रुध्न केशरी ने कहा कि यह हाल जिले के सभी थानों का है कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र में डंकीनगंज चौकी क्षेत्र अन्तर्गत मेटल व्यापारी राम बाबू कसेरा के यहॉ चोरी की घटना लगातार असामाजिक तत्व अन्जाम देते है और प्रशासन मुकदमा तक नहीं लिखता हैं। डंकीनगंज चौकी इन्चार्ज की असंवेदनशीलता के कारण क्षेत्र के व्यापारियों में घोर नाराजगी हैं। वैश्य व्यापारी समाज इन सभी मुद्दों को लेकर सड़क पर आंदोलन को मजबूर और बाध्य हैं।
समाजसेवी ओ0पी0गुप्ता ने कहा कि शांत और सौम्य वैश्य समाज सदैव संवेदनशील रहा हैं समाज में फैली बुराइयों के खिलाफ हम लामबंद रहे हैं। समाज के सजग प्रहरी के रूप में हमारी पहचान हैं पर कानूनी दांव पेंच में जो फसाने का खेल चल रहा है हम उसकी निंदा करते है जल्द ही हमारा एक प्रतिनिधि मण्डल जिले के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी बातों को रखेगा। मिर्जापुर में फेल प्रशासन की कोई जगह नहीं हैं। जैसा कि हाल ही में लालगंज थाना क्षेत्र के एक गांव में दो वर्षिय बालिका के बोरवेल में गिरने पर प्रशासन असंवेदनशील रहा और सरिये से बच्ची को निकाला गया जबकि तमाम टैक्निकल सुविधाए आज के तारीख में मौजूद है फिर भी यह असंवेदनशील खिलवाड़ किया गया। इस दौरान राहुल बरनवाल, मुकेश साहू, सुभ्रत अग्रहरि, निखिल गुप्ता, रवि जायसवाल, आदि मौजूद रहें।