मिर्जापुर।
पुलिस अधीक्षक ‘संतोष कुमार मिश्रा’ को 2 नवम्बर 2022 को जनसुनवाई के दौरान एक शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें आवेदिका शिप्रा सिंह पुत्री अरूण कुमार सिंह निवासिनी सद्दूपुर नगर थाना चुनार जनपद मीरजापुर द्वारा अज्ञात के विरूद्ध वादिनी के यूनियन बैंक व इण्डियन बैंक के दो खातों से ऑनलाइन धोखाधड़ी व जालसाजी कर निकाली गयी धनराशि के सम्बन्ध में लिखित तहरीर दी गयी। पुलिस अधीक्षक द्वारा उक्त घटना को गंभीरता पूर्वक लेते हुए प्रभारी निरीक्षक चुनार को यथाशीघ्र अभियोग पंजीकृत कर इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन के आधार पर घटना से सम्बन्धित अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिये गये। निर्देश के क्रम में थाना चुनार धारा 419,420 भादवि व 66डी आईटी एक्ट पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश के क्रम में क्षेत्राधिकारी चुनार मंजरी राव के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक चुनार त्रिवेणीलाल सेन मय पुलिस टीम द्वारा मुकदमा उपरोक्त की विवेचना व इलेक्ट्रानिक साक्ष्य संकलन के क्रम में पूर्व में 2 अभियुक्तों को गिरप्तार कर जेल भेजा जा चुका है तथा घटना में संलिप्त अन्य सह अभियुक्तों की गिरफ्तारी का लगातार प्रयास किया जा रहा था कि इसी क्रम में रविवार को थाना चुनार, साइबर व सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीम द्वारा बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर के थाना कटरा क्षेत्र से घटना से सम्बन्धित प्रकाश में आयें अभियुक्त किशन कुमार उर्फ किशन ठाकुर पुत्र रामनाथ ठाकुर निवासी 1/25 प्रताप गार्डेन बिन्दापुर उत्तम नगर नई दिल्ली को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त किशन कुमार उपरोक्त के कब्जे से साइबर अपराध की घटना में प्रयुक्त 13 अदद विभिन्न बैंको का डेबिट व क्रेडिट कार्ड, 2 अदद मोबाइल बरामद किया गया। गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना चुनार पर पंजीकृत उक्त अभियोग में नियमानुसार अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में ज्ञात हुआ कि इनका एक संगठित गैंग है जिसके कुछ सदस्य लोगो को गुमराह कर बैंक खाता खोलवाते है जिसमें अपने गैंग के सदस्यों का मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड कराकर बैंक खाते को स्वयं प्रयोग करते है और उन खातों में गैंग के अन्य सदस्य लोगो से ऑनलाइन ठगी कर पैसा जमा करवाते है। जिन पैसो को एक खाते से दूसरे खाते में ट्रांसपर करते हुए ऑनलाइन शॉपिंग कम्पनियों (Flipkart, PayTM etc) से घरेलू उपयोगी सामान मंगाकर पहले से गैंग से सम्बन्धित दुकानदार के पास बेचकर कैश के रूप में अथवा अपने व्यक्तिगत खातों में पैसा मंगाकर फ्राड से अर्जित धनराशि को आपस में बांट लेते है। गिरफ्तारी व बरामदगी करने मे प्रभारी निरीक्षक चुनार त्रिवेणीलाल सेन मय पुलिस टीम रहे।