आरोप-प्रत्यारोप

मिर्जापुर मे पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओ पर अंकुश लगाने कमिश्नर से मिला पत्रकारो का प्रतिनिधिमंडल 

0 पत्रकार पवन जायसवाल के विरूद्ध हुए एफआईआर को वापस लेने और कृष्ण कुमार सिंह पप्पी से अभद्रता करने वाले दबंग पर पत्रकार उत्पीड़न की धारा मे कार्रवाई की मांग की
0 कमिश्नर बोले: जिलाधिकारी से मांगेंगे आख्या, निष्पक्ष जांच कर असली दोषियो पर होगी कडी कार्रवाई  
मिर्जापुर @ विन्ध्य न्यूज

जिले के सैकड़ो पत्रकार मंगलवार को सुबह जिला पंचायत कैम्पस मे इकट्ठा होकर पत्रकार उत्पीड़न किये जाने संबंधी पत्रक पर हस्ताक्षर अभियान चलाया। जनपद के प्रिन्ट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सैकड़ो पत्रकारो का हुजूम पथरहिया स्थित आयुक्त विन्ध्याचल मंडल के कार्यालय पहुचे, जहा जानकारी मिली कि कमिश्नर तहसील दिवस मे है। सो सभी पत्रकार कमिश्नर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गये। लगभग एक घंटे के उपरांत कमिश्नर तहसील दिवस छोडकर अपने कार्यालय मे पहुचे।

पत्रकार प्रतिनिधिमंडल की ओर से अजयशंकर गुप्ता,  संजय दूबे आदि ने सभी पत्रकारो की उपस्थिति मे कमिश्नर को जनपद मे हो रहे पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओ पर आक्रोश जाहिर करते हुए न्याय करने की गुहार की। 
पत्रकार उत्पीड़न के सन्दर्भ में कमिश्नर को सौंपे गये पत्रक मे जिले के पत्रकार समुदाय ने कहा है कि मीरजापुर जिले में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं से हम पत्रकारिता जगत से जुड़े लोग काफी मर्माहत है।

अहरौरा थाने के जमालपुर प्राथमिक विद्यालय सेऊर में 22 अगस्त को मिड-डे मिल में नमक-रोटी बांटने की हकीकत कैमरे में कैद करके आइना दिखाने से कुछ अफसर नाराज़ हैं। वह भी इस कदर की अपने पत्रकारिता दायित्व का निर्वहन करने पर भ्रष्ट लोगों को बचाने के लिए पत्रकार के ही खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। जो लोकतंत्र और पत्रकारिता के लिए कही से शुभ नहीं है।
     

दूसरा मामला चुनार पोस्टमार्टम हाउस का है, जहा एक हिन्दी दैनिक अखबार के पत्रकार कृष्ण कुमार सिंह उर्फ पप्पी को समाचार संकलन के दौरान 2 सितंबर 2019 को उनकी पिटाई दबंगों ने करने के साथ ही उनका कपड़ा फाड़ दिया और अर्धनग्न कर दिया। इससे हम सब व्यथित हैं । पत्रक मे कहा है कि आपने अपने कार्यालय में गत माह एक पत्रकार का मोबाइल छीनकर फोटो डिलिट किए जाने पर आपसे अपनी व्यथा से अवगत कराया था। उस वक्त आपने पत्रकारों के सुरक्षा और उनके दायित्व निर्वहन में कोई बाधा न आने का आश्वासन दिया था।

हमें आपके आश्वासन पर पूर्ण विश्वास है, परन्तु वह परिदर्शित भी होना चाहिए। पत्रकारो ने माग किया कि दोनों प्रकरण में समुचित जांच कर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित करें। वार्ता के दौरान मंडलायुक्त ने मामले की यथाशीघ्र जांच कर पत्रकार की अभिव्यक्ति पर रोक लगाने वाले कर्मियों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया। वहीं तत्काल डीआईजी श्रीवास्तव पीयूष कुमार श्रीवास्तव को मंडलायुक्त ने बरसात होती रही,  परंतु तत्काल आने हेतु कहा गया और डीआईजी भागे भागे मंडलायुक्त के पास पहुंचे और वार्ता मे शामिल हुए। 
         

  इस अवसर पर शिवभोला सिंह, विमलेश अग्रहरि, वीरेन्द्र गुप्ता, गंगाराम मौर्य, अशोक सिंह मुन्ना, मनीष सिंह, सुरेश सिंह, शिवशंकर उपाध्याय, राजकुमार उपाध्याय, संदीप श्रीवास्तव, मिथिलेश अग्रहरि, प्रशान्त यादव,  सपनेश पटेल, शंकर शर्मा शिवा, राजमंगल तिवारी, ओमशंकर गिरी, मोहम्मद हदीस, देवेंद्र मिश्रा, धीरज सेठ, दीपू, आशुतोष तिवारी, संत कुमार, विनोद मिश्र, राजू, साजिद अंसारी, प्रवीण तिवारी, रामलाल साहनी, दीपचंद, तौसिफ अहमद, आजाद अली, आबिद अली, जफर खान, बृजेश गौड़, इकबाल हुसैन समेत विभिन्न समाचार-पत्रो के ब्यूरो प्रमुख, संवाददाता एवं संवाददाता तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सैकड़ो प्रतिनिधि मौजूद रहे। 

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