विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
शनिवार को सिटी विकास खंड अंतर्गत मॉडल ग्राम पंचायत करनपुर में एन एम एस ए योजना के अंतर्गत वर्ष 2019-20 का द्वितीय गोष्टी सत्र एवं किसान मेला का आयोजन किया गया। किसानो को योजना की जानकारी दी गई। इस अवसर पर सिटी विकास के टीए सीएस शर्मा ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि विशेष रूप से वर्षा आधारित क्षेत्रों में एकीकृत कृषि, जल उपयोग दक्षता, मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन और संसाधन संरक्षण के समन्वय पर कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय कृषि मिशन (एनएमएसए) का गठन किया गया है। मिशन का उद्देश्य
स्थान विशेष को एकीकृत / समग्र कृषि प्रणालियों को बढ़ावा देकर कृषि को अधिक उत्पादक, टिकाऊ, पारिश्रमिक और जलवायु लचीला बनाने के लिए;
उपयुक्त मिट्टी और नमी संरक्षण उपायों के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना;
मृदा उर्वरता मानचित्रों के आधार पर व्यापक मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन प्रथाओं को अपनाने के लिए, मृदा और सूक्ष्म पोषक तत्वों के मृदा परीक्षण आधारित अनुप्रयोग, उर्वरकों के विवेकपूर्ण उपयोग आदि है।
बताया कि’प्रति बूंद अधिक फसल’ प्राप्त करने के लिए कवरेज का विस्तार करने के लिए कुशल जल प्रबंधन के माध्यम से जल संसाधनों के उपयोग का अनुकूलन करना,
जलवायु परिवर्तन परिवर्तन और कृषि के क्षेत्र में किसानों और हितधारकों की क्षमता विकसित करने के लिए, अन्य मिशनों जैसे कृषि विस्तार और प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रीय मिशन, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, राष्ट्रीय पहल के लिए राष्ट्रीय पहल (एनआईसीआरए) आदि।
गोष्ठी में बताया कि एनआईसीआरए के माध्यम से परिष्कृत तकनीकों को विकसित करके और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस), एकीकृत जलग्रहण प्रबंधन कार्यक्रम (आईडब्ल्यूएमपी), आरकेवीवाई आदि जैसे अन्य योजनाओं / मिशनों से संसाधनों का लाभ उठाकर वर्षा आधारित खेती की उत्पादकता में सुधार करने के लिए चुनिंदा ब्लॉकों में पायलट मॉडल तथा
जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (एनएपीसीसी) के तत्वावधान में सतत कृषि के लिए राष्ट्रीय मिशन के प्रमुख वितरणों को पूरा करने के लिए एक प्रभावी अंतर और विभागीय / मंत्रालयिक सह-समन्वय स्थापित करना उद्देश्य है। इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रीय किसान मौजूद रहे।