बाजार व्यापार

पत्थर खदानों के बंद होने से हजारों मजदूर हुए बेरोजगार, शास्त्री पुल का बने कोई विकल्प

0 एक वर्ष से शास्त्री पुल पर बड़े बाहनो का आवागमन प्रतिबंधित होने से क्रेशर प्लांटो में ताले लग गए
विमलेश अग्रहरि, मिर्जापुर।
पूर्वान्चल के कई जनपदों को जोड़ने वाला शास्त्री पुल तकनीकी खराबी व डैमेज होने की रिपोर्ट पर एक वर्ष से बड़े बाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।जिले के महत्वपूर्ण इकलौते पुल की मरम्मत पर आज तक पहल की महज खानापूर्ति की गयी।सरकार भले ही विकास की बात करती हो किन्तु बाहन मालिकों की दलील है कि यह पुल अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है।जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बताते हैं कि चुनार व भटौली घाट पुल के निर्माण में सरकार के करोड़ो रूपये खर्च हो गए। किंतु सड़क के अभाव में छोटे बाहन ही गुजर रहे हैं।ट्रकों के आवागमन पर रोक लगने से पत्थर का परिवहन रुक गया।जिससे सरकार को मिलने वाला प्रतिदिन लाखो रुपये का राजस्व का चूना लग रहा है।पूजी के अभाव में क्रेशर प्लांट बन्द होने के कगार पर खड़े हैं।जिसके वजह से सैकड़ो मजदूर परिवार बेरोजगार हो गए।खदानों में काम कर रहे मजदूर अब दो जून की रोटी के जुगाड़ में दूसरे काम की तलाश कर रहे हैं।लेकिन अधिकारी बड़ी समस्या से बेफिक्र हैं।

मड़िहान और पंडरी, चुनार के दर्जनभर बन्द क्रेशर प्लांटो पर तो जंग लगना शुरू हो गया है।पत्थर व्यवसाय खटाई में पड़ने से मड़िहान क्षेत्र के लगभग एक हजार मजदूर परिवारों को पेट पालने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।रोजी रोटी के लिए घर छोड़कर मजदूर बाहर पलायन करने को विवस हैं।अनुराग पटेल का स्थान्तरण होने के बाद जिलाधिकारी शुशील कुमार पटेल से अभी भी पत्थर व्यवसायियों की उम्मीद है,कि जल्द ही अंडर लोड बाहनों के लिए पुल का रास्ता साफ हो जाएगा।

पत्थर व्यवसाय ठंढा पड़ने से मड़िहान डगमगपुर के आस पास ग्रामीण दुकानदारों की गणित फेल हो रही है।लघुधंधा चौपट होने से परिवार में बच्चों की पढ़ाई आदि का खर्च पूरा नही हो रहा। भुखमरी के कगार पर पहुँचे परिवार के लोग पानी पी पी कर कोष रहे हैं।

लीज धारकों एवं क्रशर संचालकों ने कहा है कि शास्त्री ब्रिज का कोई विकल्प बनाया जाए अथवा शास्त्री ब्रिज से ही अंडरलोड पास देते हुए पत्थर खदान को और कसर व्यवसाय को मृत प्राय होने से बचाया जाए ताकि हजारों हजार पत्थर एवं कृसर मजदूर के समक्ष पैदा हुई रोजी रोजगार की समस्या से निजात दिलाई जा सके।

 

नोट:-

भारत के सबसे बड़े समाचार पत्र समूह दैनिक भास्कर (यूनिट आफ भास्कर प्रकाशन प्राईवेट लिमिटेड) में मिर्जापुर जनपद से संबंधित *समाचार, विज्ञापन, टेंडर, अदालती नोटिस, सूचना मार्कशीट गुमी, विक्री, व्यापार, बाजार सहित जन्मदिन की मुबारकबाद* छपवाने हेतु विमलेश अग्रहरी ब्यूरो प्रमुख के मोबाइल नंबर 8299 1134 38 अथवा ईमेल आईडी mirzapurbhaskar@gmail.com पर संपर्क करें।

विमलेश अग्रहरि
ब्यूरो प्रमुख:
दैनिक भास्कर, मिर्जापुर
डिस्ट्रिक्ट रिपोर्टर:
एबी स्टार न्यूज़ चैनल
एडीटर इन चीफ:
विंध्य मीडिया वेंचर्स (विंध्य न्यूज़)

Banner VindhyNews
error: Right Click Not Allowed-Content is protected !!