मिर्जापुर लाक डाउन

रीबोर योग्य हैण्डपम्पों को प्रत्येक दशा में एक सप्ताह के अन्दर चालू हालत में करा दिया जाय: जिलाधिकारी 

0 पेयजल से संबंधित समस्त समस्याओं का समाधान त्वरित किया जाये, तालाबों को भरने का निर्देष
0 कंट्रोल रूम स्थापित कर 24 धंटे संचालित कर प्राप्त षिकायतों का करें समाधान
0 शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या जनमानस व पषुपक्षियों के लिये न होने पाये -जिलाधिकारी
विमलेश अग्रहरि
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने पेयजल से संबंधित सभी अधिकारियों को निर्देषित करते हुये कहा कि पेयजल से सम्बन्घित समस्त समस्याओं का समाधान त्वरित किया जाय। कंट्रोल रूम 24 धंटे संचालित रहे तथा प्राप्त षिकायतों का तत्काल त्वरित समाधान किया जाये। उन्होंने कहा कि अनिवार्यतः यह भी है सुनिष्चित किया जाये कि जनपद में ग्रामीण एवं षहरी क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की पेयजल की समस्या जनमानस तथा पषु पक्षियों के लिये न रहे।  जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में 809 ग्राम पंचायतों में स्थिति सभी 2188 तालाबों में पषु-पक्षियों को पीने तथा अन्य जनोपयोगी कार्यो हेतु तालाब में पानी भरवाकर पेयजल की उपलब्धता सुनिष्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिष्चित किया जाये कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में कम से कम एक तालाब पानी से अवष्य भरा रहे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनजपद के विभिन्न ग्रामों में पषुओं एवं पक्षियों को पेयजल की व्यवस्था सुनिष्चित करने हे कुल 1688 चरहियों की साफ-सफाई की व्यवस्था कराकर जल भरवा दिया जाये।
       जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद स्तर तथा विकास खडों में विकास खण्ड स्तर पर पेयजल से सम्बन्धित षिकायातों को प्रापत करने के लिये कंट््राल रूम की स्थपना कर ली जाये, तथा कंट््राल रूम पर पेयजल से सम्बंधित प्रापत षिकायतों को समययवद्ध तरीके से समाधान किया जाये। उन्होंने सभी अधिकारियों से यह भी कहा कि जनपद के सभी कार्यालयों में निःषुल्क प्याउ की व्यवस्था करायी जाये तथा सभी सरकारी परिसरों यथा-कलेक्ट््रेट, तहसील, विकास खण्ड, थाना,अस्पताल इत्यादि स्थनों पर धडे में पानी रखवाकर पानी पीने की व्यवस्था करायी जाये। जिलााकारी ने कहा कि जनपद में संचालित एकल समूह एवं समूह पाइप पेयजल परियोजनाओं का निरीक्षण अधिषासी अभ्यिन्ता जल निगम, जिला पंचायत राज अधिकारी एवं समस्त खण्ड विकास अधिकारी करा लें तथा इन परियोजनाओं में यदि किसी प्रकार की तकनीकी या विद्युत दोश हैं तो उसे तत्काल ठीक कराते हुये चालू हालत में रखा जाये।
       हैण्डपम्पों की रीबोर एवं मरम्मत के बारे में जिलाधिकारी ने निर्देषित किया कि जनपद के विभिन्न ग्राम पंचयातों में अधिश्ठापित किये गये कुल 47609 हैण्डपमपों का ग्रामवार सत्यापन करा लें। यदि कोई हैण्डपम्प छोटी-मोटी खराबी से नहीं चल रहा है तो उसे प्रत्येक दषा में 02 दिवस के अन्दीर ठीक करा लिया जाय। उन्होंनं कहा कि जनपद के सभी विकासखण्डों हेतु प्रत्येक विकास खण्ड हेतु 03 की दर से कुल 36 दुकानों से हैण्डपम्प मरम्मत में प्रयोग किये जाने वाली सामग्रियां उपलब्ध कराने हेतु स्वीकृति प्रदान की चुकी है। इन दुकानों से मरम्मत/रीबोर में उपयोग की जाने वाली सामग्रियों का नियमानुसार क्रय किया जाय। इसके अलावा रीबोर योग्य पाये गये हैण्डपम्पों का सत्यापन विकास खण्डों में तैनात जल निगम के अवर अभ्यिन्ता एवं लधु सिंचाई के अवसर अभ्यिन्ता तथा सहायक विकास अधिकारी पंचायत तथा सम्बन्धित ग्राम के ग्राम पंचयात अधिकारी े सत्यापन कराते हुये रीबोर योग्य हैण्डपमपों को प्रत्येक दषा में एक सप्ताह के न्दर चालू हालत में करा दिया जाय। जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जनपद में कुल 106 ग्राम पंचायतों में अधिश्ठापित 153 नग सोलर पम्प अधिश्ठापन का सत्यापन करा लिया जाय तथा अक्रियाषील सोलर पम्पों को प्रत्येक दषा में एक सप्ताह के अन्दर चालू कराया जाये। जिला विकास अधिकारी सोलर पम्पों को छीक कराने में अपना सहयोग करने हेतु परियोजना अधिकारी नेडा को तकाल पत्र निर्गत कर दिषा निर्देष देगें जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि जनपद में कुल 234 राजस्व ग्रामों में 147 टेंकरों के माध्यम से पेयजल जलापूर्ति किये जाने के सम्बन्ध में सर्वप्रथम सभी अै।करों को चालू हालत में रखते हुये अन्दर एवं बाहर से पर्याप्त साफ-सफाई तथा सेनीटाइजेषन करा लिया जाय। जिन ग्रामों में टेंकर से जलापूर्ति की जानी है उन ग्रामों में जलापूर्ति हेतु समस्याग्रस्त बस्तियों एवं परिवारों का चिन्हीकरण करा लिया जाय। टेंकरों में जल भरने हेतु हेतु नजदीकी जल स्रोत चिन्हित कर लिया जाये तथा टैंंकर चलाने वाले चालक का नाम व मोबाइल नम्बर प्राप्त कर लिया जाय एवं रूट चार्ट बनाकर आवष्यकतानुसार समस्याग्रस्त बस्तियों में पेयजल की आपूर्ति सुनिष्चित की जाये। उन्होंने कहा कि टेंकरों की आपूर्ति भरे जाने वाले जल को षुद्ध भी किया जाय। समस्त खण्ड विकास अधिकारियों को जिलाधिकारी ने निर्देषित करते हुये कहा कि टेंंंकरों के द्वारा जलापूर्ति हेतु रूट चार्ट के अनुसार अंकन लागबुक में किया जाय तथा टेंकर संचालन में हाने वाले व्यय का भुगतान साप्ताहिक सत्यापन के आधार पर कराया जाय एवं जलापूर्ति की की वित्तीय स्थिति पर कडी नजर रखी जाय। उनहोंने कहा कि यह सुनिष्चित किया जाये कि कहीं भी जन मानस सहित पषु पक्षियों को पेयजल की दिक्कत न होने पाये।
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