जितेंद्र श्रीवास्तव
डिजिटल डेस्क, चुनार (मिर्जापुर)।
वैश्विक महामारी कोविड 19-व लॉकडाउन के चलते आर्थिक संकट झेल रहे ग्रामीण मजदूरों को अब गांव में ही उनके स्वेच्छा से काम मिलेगा। शोसल डिस्टेसिंग का ध्यान रखकर उन्हें कार्य करना होगा। वैश्विक महामारी में सरकार द्वारा गरीब, मजदूर असहायों का निरंतर मदद किया जा रहा है। इसके बावज़ूद ग्राम्य स्तर पर भी इनके आर्थिक स्थिति को मजबूत करने की योजना भी ब्लाक स्तर से तय कर ली गयी है। योजना के तहत मजदूरों को कार्य करने के लिए उन्हें अपने गांव में ही मिलेगा। कार्य करने के इच्छुक व्यक्ति अपने गांव के प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक को आवेदन करेगें जिस पर विचार कर मनरेगा के तहत उस गांव में ब्लाक स्तर से काम तय कर कराया जाएगा। खंड विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह ने बताया कि गांव के गरीब मजदूरों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से इच्छुक व्यक्ति से मनरेगा के तहत उन्ही के गांव मे ही शोसल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए कार्य को कराया जाएगा। और उन्हे 201 रूपए प्रतिदिन मजदुरी मिलेगी। उहोंने यह भी बताया कि स्वयं सहायता समूह के महिलाओं द्वारा निर्मित मास्क व झोले की नरायनपुर ब्लाक के प्रवेश द्वार पर स्टाल लगाकर शीघ्र उचित मूल्य पर बिक्री शुरू होगी। इससे जहां एक ओर इस आपदा में गरीब महिलाओं के हाथों को रोजगार मुहैया हो पाएगा, वही लोगों को सस्ते दामो पर झोले व मास्क मिल जाएंगे।
नारायनपुर के ग्राम पंचायतों के सेनेटाइजिंग का कार्य शुरू
चुनार (मिर्जापुर)।
वैश्विक महामारी से गोमिणो को सुरक्षित करने हेतु नरायनपुर ब्लाक के सभी ग्राम पंचायतों में दूसरे चरण के सेनेटाइजिंग का कार्य गुरुवार से शुरू हो गया। खंड विकास अधिकारी पवन कुमार सिंह ने बताया कि पहले चरण का कार्य पूरा होने के बाद कोरोना संक्रमण से बचाव के मद्देनजर ग्रामीणों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा का ध्यान रखते हुए शुक्रवार से पुनः दूसरे चरण के सेनेटाइजिंग का कार्य कराये जाने हेतु पूरी तैयारी कर ली गयी है। कार्य से जुड़े संबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को शोसल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए कार्य को करने का निर्देश दिया गया है।