विमलेश अग्रहरि
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
लॉक डाउन का पालन करते हुए ऑनलाइन भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह का आयोजन अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज कल्याण समिति ने किया । इस अवसर पर अपने – अपने घरों में रहकर वैदिक मन्त्रों के सस्वर स्वस्तिवाचन पाठ के मध्य भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया|
जिलाध्यक्ष डॉ. गणेश अवस्थी ने कहा कि ब्राह्मण की कल्पना सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए की गयी है जिसके लिए ब्राह्मण सदैव प्रयत्न करता रहा है| हम आज विश्व कल्याण के लिए एवं अपने प्रधानमंत्री के मनो आत्मशक्ति को प्रबल करने के लिए घर में बैठकर आराधना करें| इस आपदा को भी शुभ अवसर में बदलने की योजना बनाकर हम अपनी दिनचर्या सुधार कर योग, प्राणायाम एवं ध्यान का अनुसरण करते हुए अपनी शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्ति को प्रबल बनाएं। प्रज्ञा को विकसित करें तथा विश्व के कल्याण के लिए ईश्वर से प्रार्थना करें। हम घर बैठे बैठे आज की दूरसंचार के सहयोग से लोगों के सुख दुःख में सम्मिलित हो सकते हैं । एक दूसरे का सहयोग कर सकते हैं । यही हमारे मानवीय मूल्यों की पहचान एवं स्थापना भी होगी। स्नेह, प्रेम , सद्भाव , करुणा एवं बंधुत्व का संदेश देने वाले भारत की ओर आज पूरा विश्व टकटकी लगाकर देख रहा है । हमें इन मूल्यों को और संपोषित संवर्धित कर विश्व के मानवता को बचाना है । क्योंकि कुछ शक्तियां जिन्हें विनाश में ही आनंद की अनुभूति होती है उन्हें परास्त करना है।
आज पूरा विश्व संकट में है इस समय ब्राह्मणों की भूमिका सबसे प्रमुख हो जाती है। हम इस घड़ी में जबकि पूरा विश्व लाक डाउन में अपने घरों में है ।हमारे लिए आराधना साधना उपासना मंत्र जाप यज्ञ के लिए अनुकूल समय भी है। इसमें हम अधिक से अधिक ईश्वर की आराधना करके विश्व के कल्याण की कामना करें। यह इस वक्त समय की पहली आवश्यकता है।
प्रदेश अध्यक्ष कैलाशनाथ द्विवेदी ने कहा कि भगवान परशुराम ने समाज में व्याप्त दुराचार एवं अनाचार को समाप्त करने के लिए भगवान् विष्णु के आवेश अवतार के रूप में उत्पन्न हुए|
जिला महासचिव डॉ संजय मिश्र ने अपने घर पर ही रंगोली का निर्माण कर दीप प्रज्वलन करते हुए विगत कार्यक्रमों की प्रगति रिपोर्ट तथा भावी कार्यक्रम पर प्रकाश डाला। कृष्ण मोहन गोस्वामी ने भगवान परशुराम के जीवन पर विधिवत प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान परशुराम हमारे आदर्श हैं । हमें धर्मानुकूल आचरण का आदर्श स्थापित करना चाहिए। डॉ. अवनीश पाण्डेय ने कहा कि ब्राह्मण अपने तप ज्ञान त्याग और बलिदान के कारण ही पूजा जाता है। अत्यंत पुण्य से विप्र कुल में जन्म होता है । अतः हमें अपने आचरण पर सदैव ध्यान रखना चाहिए क्योंकि पूरे समाज की दृष्टि हम पर रहती है। नगर के प्रधान समाज सेवी एवं वरिष्ठ अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नीरज त्रिपाठी ने ऑनलाइन लोगों को भगवान परशुराम के जन्म उत्सव पर शुभकामना दिया। इस अवसर पर डॉ टी एन द्विवेदी, देव प्रकाश पाठक, विजय दुबे, रत्नेश कुमार, मनोज दुबे, दिनकर अवस्थी, डॉ गणेश प्रसाद अवस्थी, डॉ संजय मिश्र, गोवर्धन त्रिपाठी ने अपने विचार व्यक्त किया |