डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
क्षय विभाग द्वारा जहाँ भारत देश से 2025 तक टीबी को समाप्त करने के लिए गए प्रधानमंत्री जी के संकल्प को पूरा करने हेतु जीतोड़ मेहनत किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ देश में फैले महामारी रुपी कोरोना के प्रति भी उतनी ही तन्मयता से कार्य किया जा रहा है।
क्षय विभाग द्वारा कोरोना के प्रति अपने कर्तव्यों का तो निर्वहन किया ही जा रहा है। साथ साथ अन्य किसी भी व्यक्ति के अंदर टीबी रोग के लक्षण पाए जाने की जानकारी मिलने पर या मरीज को टीबी की दवा के अभाव की सूचना से अवगत होने पर विभागीय कर्मचारियों द्वारा बिना समय गंवाए मरीज की समस्या समाधान करने हेतू उसके घर जाकर संपर्क करने का कार्य कर रही है।
उपरोक्त के संदर्भ में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर एल एस मिश्रा द्वारा संबंधित कर्मचारियों को पूर्व की भांति टीबी रोगियों का भी दवा इलाज का ध्यान रखने हेतु निर्देशित किया जा चुका है।
डाॅक्टर मिश्रा द्वारा कछवा क्षेत्र के जमुआ गांव के एक व्यक्ति को कुछ दिनों से खांसी बुखार व खाँसी के साथ मुँह से खून आने की शिकायत मिलने पर क्षय विभाग के डिस्ट्रिक्ट पीपीएम कॉर्डिनेटर सतीश शंकर यादव की नेतृत्व में विभागीय टीम को मरीज के घर भेजने का कार्य किया, जहाँ सतीश यादव द्वारा मरीज से संपर्क कर रोग संबंधी पूरी जानकारी प्राप्त करते हुए रोगी को एक्सरे के आधार पर तत्काल दवा चालू कराया गया, साथ ही साथ रोगी को मुँह पर बराबर गमछा या रुमाल बांधने के साथ साथ अन्य कुछ सावधानी बरतने का सुझाव भी दिया गया। उक्त कार्य में कछवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रदीप कुमार व समरेन्द्र कुमार सहयोग हेतु उपस्थित रहे।