डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को जिलाधिकारी से मिलकर व्यापारी समस्याओं के निष्पादन के लिए पत्रक सौंपा।
वैश्विक आपदा कोविड 19 के कारण देशभर में लगभग डेढ़ माह लॉकडाउन होने के कारण समस्त व्यवसायिक व औद्योगिक प्रतिष्ठान बंद हैं, जबकि लॉकडाउन के दूसरे एवं तीसरे चरण में देश एवं प्रदेश के कई शहरों में सशर्त व्यवसायिक खोलने की अनुमति प्रदान की गई है वहीं मिर्ज़ापुर नगर के कई व्यवसाय लगभग बंद पड़े हैं।
अवगत कराया कि शासन एवं प्रशासन की मंशा के अनुरूप इस आपदा की स्थिति में व्यापारी वर्ग सेवा कार्यों में अनवरत लगा रहा अब उसकी भी कमर टूट गई है।
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में लघु एवं कुटीर उद्योगों जैसे पेठा, गजक, नमकीन एवं बेकरी का उत्पादन करने वाले उद्यमियों को अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति प्रदान की जाए जिससे इनका कच्चा पड़ा माल जो सड़ रहा है या खराब होने की स्थिति में है उससे राहत मिले। जूता, कपड़ा एवं अन्य जरूरी वस्तुओं के प्रतिष्ठान सशर्त खोलने की अनुमति प्रदान करें। लॉकडाउन से पूरी तरह व्यापार बंद होने के बावजूद व्यापारी अपने औद्योगिक परिसर का किराया एवं कर्मचारियों का वेतन व भत्ता देने के लिए बाध्य है ऐसे में बच्चों की फीस जमा करने का दबाव अत्यंत पीड़ादायक है। फीस जमा मामले मे मध्य मार्ग निकालें, जिससे अभिभावकों को राहत मिले एवं विद्यालय प्रबंधन पर विशेष भार भी ना पड़े।
पत्रक सौंपने वालों में प्रदेश महामंत्री रवीन्द्र जायसवाल, जिलाध्यक्ष उदय चंद्र गुप्ता, विकास गुप्ता, हुकुम चंद मौर्य, रजनीकांत रॉय, आलोक अग्रवाल, सुरेन्द्र गुप्ता आदि रहे।