० जनपद में 5059280 पौध लगाने का लक्ष्य को पूरा करने के लिये विभागवार लक्ष्य आवंटित
० गंगा में न जाये गन्दे नाले का पानी, बडे नालों पर जाल लगाने का निर्देश
० सभी नगर पालिकाओं/नगर पंचायत के ,ई0ओ0 से मांगा गया एक्शन प्लान
० नगर पालिकाओं द्वारा ठोस एवं तरल एवं वायो मेडिकलवायर वेस्ट के निस्तारण के दिये गये निर्देश
डिजिटल डेस्क, मिर्जापुर।
जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल पटेल की अध्क्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला पर्यावरण एवं जिला गंगा समिति की बैठक आहूत की गयी। बैठक में वुक्षरोपण के लक्ष्य को पूरा करने, गंगा में नालों के द्वारा कचरा गंगा पानी को रोकने तथा पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने के लिये नगर पालिका के अधिकारियों व सम्बंधित अधिकारियों से चर्चा की गयी।
बैठक में जिलाधिकारी ने जानकारी देते हुये बताया कि शासन द्वारा उत्तर प्रदेश में वर्ष 2020 में 25 करोड पौधे रोपित किये जाने का निर्ण लिया गया जिसमें वन विभाग के द्वारा 10 करोड व अन्य 26 विभागों के द्वारा 15 करोड पौधे रोपित किये जायेगें। इसी क्रम मेंं जनपद मीरजापुर के लिये 5059280 पौध रोपित करने का लक्ष्य 2020 के लिये निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य को पूरा करने के लिये विभागवार आवंटन भी कर दिया गया है। सभी विभागीय अधिकारी अधिकारी अपनी कार्ययोजना एक सप्ताह के अन्दर बना कर प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में उपलब्ध करा दें। उन्होंने वृक्षारोपण हेतु चयनित स्थल, वहां पर खोदे गये गड्ढो की संख्या उपलब्ध करा दें। जिलाधिकारी ने कहा कि स्थन चयन कर गडढा खोदने की कार्यवाही प्रारम्भ करा दें ताकि समय पर पौध को रोपित कर लक्ष्य की पूर्ति की जा सके। यह भी बताया गया कि निर्धारित लक्ष्य को समय रहते पूरा करने के लिये विभाग वार आवंटन किया गया है जिसमें वर्ष- 2002-21 के लिये वन एवं वन्य जीव विभाग 2195180, पर्यावरण विभाग 143000, ग्राम्य विकास विभाग 1671400, राजस्व विभाग 190300, पंचायती राज विभाग 190300, आवास विकास 8600, औद्योगित विकास 5100, नगर विकास 27000 लोक निर्माण विभाग 14000, जल शक्ति विभाग 1400, रेश्ज्ञम विभाग 23100, कृषि विभाग 320700, पशुपालन विभाग 8500, सहकारिता विभाग 7600, उद्योग विभाग 10400, उर्जा विभाग 6800, माध्यमिक शिक्षा 3800, बेसिक शिक्षा 3800, प्राविधिक शिक्षा 7100, उच्च शिक्षा 27100, श्रम विभाग 3500, स्वास्थ्य विभाग 13600, परिवहन विभाग 3500, रेलवे विभाग 27600, रक्षा विभाग 8600, उद्यान विभाग 115700 गृह विभाग 9000 पौध पापित करने का लक्ष्य आवंटन किया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभाग अपनी-अपनी तैयारियां पूर्ण कर एक सप्ताह के अन्दर कार्ययोजना उपलब्ध करा दें तथा ड्ढा खोदने का कार्य प्रारम्भ् करवा दें। प्रभागीय वनाधिकारी ने बताया कि रोपित की जाने वाली पौधों में मुख्यतः सागौन, शीशम, सहजन, अमरूद, जामुन, इमली, ऑंवला, शरीफी, बैर, नीम, महुआ, पीपल, पाकड, बरगद, बेल, करौंदा, आम, नीबू, बडहल, कटहल, चिलबिल आदि के पौध वन विभाग की नर्सरी से उपलब्ध कराये जायेगें
जिलााकारी ने जिला गंगा समिति की बैठक में गंगा प्रदूषण विभाग से नालो के सीवर के मरम्मत व निर्माण के बारे में विस्तृत जानकारी ली तथा निर्देशित किया कि कार्ययोजना उपलब्ध करायें, जिसमें बताया कि मीरजापुर व विन्ध्याचल में 27 प्रमुख नालों 06 नालों मल्टी प्लान्ट कार्य गंगा प्रदूषण प्लांट में ले जाया जा रहा हैं तथा शेष 12 नालों का प्रोजेक्ट नमामि गंगे विभाग के द्वारा स्वीकृति हो गया हैं शासन से स्वीकृति आदेश प्राप्त होते ही कार्यवाही प्रारम्भ कर दी जायेगी। जिलाधिकारी ने सभी नगर पालिकाओं के अधिशासी अधिकारियों से कहा कि नगर के नालों का गंदा व कचरा वाला पानी गंगा में न जायें इसके लिये नालों पर मुहाने पर लोहे की जाली लगायी जायें तथा वहां पर इकट्ठा कचरा को हटा कर अन्यत्र निस्तारण किया जायें, जिलाधिकारी ने इसके लिये सभी ईं0ओ0 से कार्ययोजना देने का निर्देश दियां।
इसी प्रकार जिला पर्यावरण यमिति की बैठक में वायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण एवं एक्शन प्लान, नगर पालिकाओं द्वारा ठोस एवं तरल अपसीस्ट निस्तारण की प्रगति एवं एक्शन प्लान, नालों के प्रबन्धन के सम्बन्ध में एक्शन प्लान तथा ग्राम पंचायतों को ओ0डी0एफ0 के ेएक्शन प्लान पर विस्तार से चर्चा की गयीं।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अविनाश सिंह, प्रभागीय वनाधिकारी श्री चौधरी, मुख्य विकास अधिकारी डा0 ओ0पी0 तिवारी, अधिशासी अभियन्ता जलनिगम, लोक निर्माण विभाग, विद्युत, सिंचाई, जिला पूति अधिकारी उमेश कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी अरविन्द कुमार के अलावा अन्य सभी सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।